![सरकार ने छीनी आखें, जज्बे ने सिर उठाया सरकार ने छीनी आखें, जज्बे ने सिर उठाया](https://cdn.magzter.com/Outlook Hindi/1689572345/articles/KVB9676ea1689586734365/1689587005849.jpg)
लाल फिरन और चौखाने वाला स्कार्फ पहनी इन्शा मुश्ताक अपनी आंखों को बार-बार रगड़ रही थी। उसके माथे पर अब भी भर चुके जख्मों के निशान बाकी हैं। वह उन जगहों को छू रही थी। उस खोखल को भी, जहां कभी आंखें हुआ करती थीं। हंसते हुए वह कहती है, “कुछ दिनों से यहां मुझे खुजली सी महसूस होती है, मैं इसे साफ करने की कोशिश करती हूं।" हम सेडो गांव में उसके घर के पहले माले पर बैठे हुए थे। थोड़ी दूरी पर उसके पिता भी बैठे थे। बातचीत के बीच में वह टोक कर उन दिनों और तारीखों की याद दिला रही थी जब वह अस्पताल में भर्ती थी। अभी हाल ही में बारहवीं की परीक्षा के नतीजे आए हैं। इन्शा को 500 में से 367 अंक मिले हैं। घर पर मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। कुछ तो उसकी कामयाबी पर बधाई देने के लिए गुलदस्ते लेकर पहुंचे थे।
वह उस दिन को याद करती है जब उसकी दुनिया बदल गई। वह 2016 की जुलाई की 11 तारीख थी। शाम का वक्त था। उसे अपने चाचा के घर जाना था, जिनका पांच माह पहले ही इंतकाल हुआ था। वह बताती है, "उनके जाने के बाद यह पहली ईद थी, हम सब वहां जाने को तैयार थे। "तभी उसे बाहर कुछ आवाज सुनाई दी। वह खिड़की पर देखने गई कि क्या हो रहा है। उसका घर सड़क के किनारे है। जैसे ही उसने खिड़की खोली, छर्रों की बौछार ने उसका चेहरा बेध दिया। सब अंधेरे में डूब गया।
वह कहती है, "मैं गिर पड़ी। मैंने कुरान पाक को याद किया पर कुछ बोल नहीं पाई। सिर में भीतर से भयंकर जलन हो रही थी। मुझे लगा था कि मेरा माथा गोलियों से छलनी हो चुका है।"
उसे शोपियां के जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल घर से 15 किलोमीटर दूर है। छरों से भरे चेहरे को देखकर डॉक्टर कांप गए। वह बताती है, “अस्पताल के रास्ते में मुझे सबकी बात सुनाई दे रही थी लेकिन खुद के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा था।"
डॉक्टरों ने उसे श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में रेफर कर दिया। अगले चार दिन वह कोमा में रही। होश आने पर उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। दर्द भरी हंसी के साथ वह कहती है, "सब कुछ काला था। मेरी आंखों और चेहरे पर पट्टियां बंधी हुई थीं। ऐसा लगा कि मेरे माथे पर गहरा घाव है, पट्टी हटते ही मैं देख पाऊंगी।"
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 10, 2023 من Outlook Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 10, 2023 من Outlook Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![दिल्ली से निकलती सियासत दिल्ली से निकलती सियासत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/-MA_6DNi31739535740400/1739535854348.jpg)
दिल्ली से निकलती सियासत
आम आदमी पार्टी के दिल्ली में चुनावी पराभव से क्या राष्ट्रीय राजनीति निकलेगी, आज सबसे मौजूं सवाल यही होना चाहिए
![अरविंद नहीं, कमल अरविंद नहीं, कमल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/_T_pnHjaq1739535854031/1739536018749.jpg)
अरविंद नहीं, कमल
मतदान से पहले तक दिल्ली की फिजाओं में गूंजती बदलाव की आहटें सच साबित हुईं, ये आहटें कितनी हकीकत थीं कितना फसाना, दिल्ली चुनाव की कहानी इसी बहस में उलझी है, लेकिन असल सवाल आप और उसके नेताओं के भविष्य का है, जिसे बचाने की कवायद जारी
![निराशा और विनाश के बीच निराशा और विनाश के बीच](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/tDGFYx2jb1739536472076/1739536625666.jpg)
निराशा और विनाश के बीच
इंटरसेप्टेड और सॉन्ग्स ऑफ स्लो बर्निंग अर्थ जैसे वृत्तचित्र यूक्रेन पर रूसी कब्जे के मुद्दे को उजागर करती हैं, फोकस विनाश की कहानियों से आगे निकलकर युद्ध के मानवीय पहलू पर
![गेमिंग का नया युग गेमिंग का नया युग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/hi1jZakB61739536377660/1739536467982.jpg)
गेमिंग का नया युग
सरकारी समर्थन और बढ़ते करियर विकल्पों के कारण भारत में बढ़ रहा ऑनलाइन गेमिंग का बाजार, ठोस नीति की कमी और टैक्स से जुड़ी चिंताएं अब भी भारी
![आया गया अडा आया गया अडा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/Jhb5W8myz1739535453409/1739535555515.jpg)
आया गया अडा
पिछली महायुति सरकार ने मिड-डे मील में अंडा जोड़ा, तो इस सरकार ने हटा दिया
![अमन के दावों पर मौतें भारी अमन के दावों पर मौतें भारी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/GmXgS4D7p1739535559497/1739535739240.jpg)
अमन के दावों पर मौतें भारी
घाटी में पिछले दिनों सिलसिलेवार हुई उत्पीड़न और हत्या की घटनाओं ने उठाए अमन-चैन के केंद्र के दावे पर सवाल
![आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/e4X5E_XRM1739536199237/1739536375444.jpg)
आध्यात्म और संस्कृति का अनोखा संगम
महाकुंभ में देश और विदेश से पहुंचे करोड़ों लोगों ने गंगा, \"यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर डुबकी लगाई
![भविष्य का रास्ता भविष्य का रास्ता](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/v6djOauBB1739536028854/1739536195259.jpg)
भविष्य का रास्ता
असल संदेश भविष्य की उस राजनीति का है जो मोदी की सियासत को चुनौती दे सके, अगर यह विचारधारा की लड़ाई की मुनादी है, तो फिर राहुल गांधी को भी बदलना होगा
![ट्रम्प की जल्दबाजी ट्रम्प की जल्दबाजी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/5yRnvNpVH1739534817581/1739535038876.jpg)
ट्रम्प की जल्दबाजी
पद संभालते ही आदेशों का शुरू हुआ सिलसिला कहां ले जाएगा अमेरिका को?
![जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/266/1994503/xOwgyItvk1739535040091/1739535449146.jpg)
जंजीरों में लौटे आज के गिरमिटिया
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही अवैध आप्रवासियों को उनके देश भेजने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसकी गूंज भारत की घरेलू राजनीति और संसद को हिला रही