पटना विश्वविद्यालय सीनेट के निर्वाचित सदस्य, बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संगठन (भाषा) और बिहार गजटेड एम्प्लाइज फेडरेशन के अध्यक्ष रहे डॉ. पाल न केवल एक काबिल ईएनटी सर्जन हैं बल्कि लोग इन्हे एक उच्च कोटि के बुद्धिजीवी एवं समर्पित समाज सेवी के रूप में भी जानते हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह कहते हैं की मैं डॉ. पाल को विगत 40 वर्षों से जानता हूँ। एकाडमिक क्षमता, सांगठनिक हुनर और जुझारूपन का परिचय इन्होंने पटना जाँरनल आफ मेडिसिन के संपादक, आईएमए बिहार के अध्यक्ष एवं नेशनल वाइस प्रेसिडेंट के पदों पर बेहतरीन काम कर दिखाया है। साल 2021 में डॉ. परमानंद प्रसाद पाल के कामों को देखते हुए आईएमए द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी इन्हे सम्मानित किया जा चुका है।
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पेरिस में भारत के शानदार प्रदर्शन से दिव्यांग एथलीटों की एक पूरी पीढ़ी को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली
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महाशक्तियों के खेल में बांग्लादेश
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दस साल की एंटी-इन्कंबेंसी और परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद जैसे समीकरण साधने के चक्कर में सत्तारूढ़ भाजपा कलह के चक्रव्यूह में फंसी