मेरा घर कहां
Grihshobha - Hindi|September Second 2022
लड़की की शादी हो जाने पर किसी वजह से दोनों में से किसी एक को घर छोड़ना पड़े तो लड़की के रहने की जगह न तो मायके में होती है और न ही ससुराल में. आखिर क्यों...
सोमा घोष
मेरा घर कहां

नीलम के पति की अचानक मृत्यु से वह अपने दोनों छोटे बच्चों के साथ अकेली रह गई. बेटे की मृत्यु के बाद के ससुराल वाले आ कर कुछ दिन ठीकठाक रहे, उस के बाद सास और नीलम के साथ रोजरोज किसी न किसी बात को ले कर कहासुनी होने लगी. इस में उस की छोटी ननद भी मां के साथ मिल कर भलाबुरा कहने लगी. इस से बचने के लिए नीलम ने अपने पति की कंपनी में नौकरी की तलाश की और उसे नौकरी मिल गई, पर सास के ताने कम नहीं हुए, उन का कहना था कि भले ही तुम नौकरी करती हो, लेकिन घर का काम नहीं करती. मेरे लिए बच्चों की देखभाल करना और खाना बनाना संभव नहीं.

तब नीलम ने खाना बनाने वाली और घर के सारे कामों के लिए एक नौकरानी रख दी पर इस से भी सास संतुष्ट नहीं हुई क्योंकि वह अच्छा खाना नहीं बनाती. समस्या तो उस दिन हुई जब सास और ननद ने नीलम को अपने मायके जाने के लिए कह दिया. नीलम का कहना था कि मां के घर से उस का औफिस काफी दूर है, ऐसे में वहां जा कर रहना संभव नहीं और यह घर भी तो उस का है.

इस पर सास ने तुरंत कहा कि नहीं इस में तुम्हारा नाम नहीं है और तुम्हारे ससुर ने पैसा दिया था, इसलिए बेटा और पिता ने इसे तुम्हारी शादी से पहले खरीदा है, इसलिए तुम्हारा नाम नहीं है. इस पर नीलम ने कहा कि मैं तो उन की पत्नी हूं और कानूनन मेरा हक है.

इस पर सास ने कहा कि ठीक है, कानून की सहायता से लड़ लो क्योंकि पहले तुम ने ससुर की डैथ के बाद मुझे और मेरी बेटी को अपने पास नहीं रखा, मैं विवश हो कर अलग रही, लेकिन अब तुम भी उसी रास्ते पर हो, जहां पर मैं आज से कुछ साल पहले से हूं. तब नीलम को लगने लगा कि वह इस घर में नहीं रह सकती. शांति के लिए उसे घर छोड़ना पड़ेगा.

नीलम ने पिता को फोन कर अपनी बात बताई और बच्चों के साथ रहने चली गई. वहां भी कुछ दिनों तक ठीक था, लेकिन भाई और भाभी के आते ही कभी खाना तो कभी बच्चों को ले कर कहासुनी होने लगी. एक दिन नीलम ने अपनी सहेली को सारी बातें बताईं, तो सहेली ने उसे अलग किराए का घर ले कर रहने की सलाह दी, लेकिन बच्चों को छोड़ कर वह औफिस कैसे जाएगी? उस के पूछने पर सहेली ने उसे डे केयर में बच्चे को रखने की सलाह दी.

هذه القصة مأخوذة من طبعة September Second 2022 من Grihshobha - Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة September Second 2022 من Grihshobha - Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من GRIHSHOBHA - HINDI مشاهدة الكل
फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ
Grihshobha - Hindi

फिल्म वालों की शादी परदे पर कुछ हकीकत में कुछ

फिल्म इंडस्ट्री प्यार के लिए जान देने वाली प्रेमिका या प्रेमी की प्रेमगाथा फिल्मों में तो दिखाते हैं, मगर असल जिंदगी में इनका प्यार कैसा होता है, क्या जानना नहीं चाहेंगे.....

time-read
3 mins  |
September First 2024
बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक
Grihshobha - Hindi

बौलीवुड में ग्रुपबाजी बहुत है शबीना खान नृत्य निर्देशक

एक नृत्य निर्देशक के रूप में शबीना ने न सिर्फ नाम बल्कि पैसा भी कमाया. जानिए, कुछ दिलचस्प बातें खुद उन्हीं से....

time-read
6 mins  |
September First 2024
ऐसे पाएं उभरी नीली नसों से छुटकारा
Grihshobha - Hindi

ऐसे पाएं उभरी नीली नसों से छुटकारा

टांगों व जांघों पर मकड़ीनुमा नीली नसों से कैसे नजात पाएं, जरूर जानिए...

time-read
4 mins  |
September First 2024
इस्तांबुल करीब से देखें इतिहास
Grihshobha - Hindi

इस्तांबुल करीब से देखें इतिहास

कुदरती नजरों और ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना चाहते हैं, तो इस्तांबुल की सैर पर जाइए...

time-read
10 mins  |
September First 2024
नकली बारिश राहत या नुकसान
Grihshobha - Hindi

नकली बारिश राहत या नुकसान

नकली बारिश कैसे होती है और इस के फायदे और नुकसान क्या हैं, एक बार जानिए जरूर...

time-read
6 mins  |
September First 2024
राजस्थानी जायकों की बात निराली
Grihshobha - Hindi

राजस्थानी जायकों की बात निराली

राजस्थान न सिर्फ पर्यटन के लिए, बल्कि अपने विशिष्ट पहनावे और खानपान के लिए भी खासा मशहूर है.....

time-read
5 mins  |
September First 2024
एक नई भाषा है इमोजी
Grihshobha - Hindi

एक नई भाषा है इमोजी

जब शब्द कम पड़ जाएं तो इमोजी उन्हें किस तरह पूरा कर देती है, क्या जानना नहीं चाहेंगे....

time-read
3 mins  |
September First 2024
डिजिटल अरैस्ट ठगी का नया तरीका
Grihshobha - Hindi

डिजिटल अरैस्ट ठगी का नया तरीका

आजकल ठगी का नया ट्रेंड चला है, जिसे औनलाइन अरेस्ट कहते हैं. क्या है यह और कैसे आप इस के शिकार बन सकते हैं, जानिए.....

time-read
2 mins  |
September First 2024
क्या पेरैंटस लव मैरिज के लिए तैयार नहीं हैं
Grihshobha - Hindi

क्या पेरैंटस लव मैरिज के लिए तैयार नहीं हैं

जब आप को हो गया हो प्यार मगर पेरैंट्स इस मैरिज के लिए न हों तैयार, तो फिर क्या करें....

time-read
6 mins  |
September First 2024
टेस्ट में टिवस्ट
Grihshobha - Hindi

टेस्ट में टिवस्ट

फ़ूड रेसिपीज

time-read
2 mins  |
September First 2024