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ग्रीन हाउस में फूलों की खेती
Modern Kheti - Hindi
|1st February 2025
हमारे देश की जलवायु ऐसी है जहां सभी प्रकार के फूल उगाये जाते हैं। किन्तु वर्तमान समय की विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नियंत्रित वातावरण में फूल उपजाए जाते हैं, जो सामान्यतः खुले वातावरण में ठीक से नहीं उपजाए जा सकते हैं।
ग्रीन हाउस एक ऐसा ढांचा है जो पारदर्शी या पारभासी शीट या कपड़े से ढंका होता है। यह इतना बड़ा पूर्णतया या अर्धवातावरणीय नियंत्रित होता है जिसमें फूलों की उचित वृद्धि तथा उत्पादकता प्राप्त करने के लिए उगाया जाता है।
ग्रीन या पाली हाउस कई प्रकार के होते हैं ? : वर्तमान समय में वातावरण के नियंत्रण के दृष्टिकोण से ग्रीन हाउस को तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है:
पूर्णतया नियंत्रित, अर्ध नियंत्रित या प्राकृतिक रूप से नियंत्रित : अर्ध नियंत्रित या प्राकृतिक रूप से नियंत्रित कम लागत वाले होते हैं। भारत में पुष्प संबंधी अनुसंधान की प्राथमिकताएं सुनिश्चित करते हुए यह निश्चित किया गया कि कम्यूटरीकृत एवं जलवायु नियंत्रित ग्रीन हाउस में कटे पुष्पों एवं गृह पौधों के उत्पादन का मानकीकरण करना। विदेशी मुद्रा अर्जित करने में ग्रीन हाउस एक सकारात्मक साधन है। पुष्पों एवं पौधों की सुनिश्चित आपूर्ति नियमित रूप से होना अनिवार्य है।
ग्रीन हाउस में फूलों को कैसे उगाया जाए?: पालमपुर, हिमाचल प्रदेश में ग्रीन हाउस में पौधों को उगाने के लिए एक अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया है। ग्रीन हाउस पुष्प हाउस पुष्प एवं पौध उत्पादन एक जटिल एवं परिष्कृत तकनीक है। इसकी सफलता वातावरणीय घटकों जैसे तापक्रम, आर्द्रता, प्रकाश, वायु परिभ्रमण के नियंत्रण हेतु कुशलता की उपलब्धता एवं सुविधाएं, फसल या पुष्प के प्रकार पर निर्भर करती है।
Diese Geschichte stammt aus der 1st February 2025-Ausgabe von Modern Kheti - Hindi.
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