रिंपी खरगोश बहुत परेशान था. वह तेजी से कहीं जा रहा था. बोनी भालू ने उसे देखा और महसूस किया कि जरूर उसे कोई परेशानी है वरना वह हर समय खुश रहता है, कभी उदास नहीं होता.
"क्या बात है रिंपी, भागते हुए कहां जा रहे? यदि कोई परेशानी है तो मुझे बताओ?” बोनी ने पूछते हुए कहा.
“मैं राजा शेर खान के पास जा रहा हूं,' रिंपी ने जवाब दिया.
“शेर खान के पास ? आज अचानक तुम्हें क्या काम पड़ गया?” बोनी ने प्रश्न करते हुए कहा.
“पिछले कुछ दिनों से मेरे खेत में चोरी हो रही है. कोई मेरी उगाई गाजर और मूली चुरा कर ले जा रहा है. मैं बहुत परेशान हूं. पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर कौन यह सब कर रहा है. अब राजा से ही उम्मीद है कि वह कुछ करें. चोर को पकड़वाने में मदद करें,” रिंपी ने कहा.
"ओह, तो यह बात है. तुम्हें जरूर राजा को यह सब बताना चाहिए. सुंदरवन में आखिर यह सब कौ कर सकता है, जिस ने भी किया है उसे सजा तो मिलनी ही चाहिए,” बोनी ने कहा.
“हां, उसे सजा तो मिल कर रहेगी,” रिंपी ने कहा और वहां से राजा से मिलने चला गया.
इधर एल्मो हाथी भी बहुत परेशान था. उस के गन्ने की फसल में भी सेंध लग चुकी थी. कोई उस के गन्ने चुरा रहा था. उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ऐसा कौन कर रहा है. उस की साल भर की मेहनत का फल कोई और खा रहा था. एल्मो ने भी निर्णय ले लिया था कि वह शेर खान के पास जाएगा और अपनी परेशानी बताएगा.
एल्मो शेर खान से मिलने महल की ओर चल दिया. उसे रास्ते में सैली गिलहरी दिखाई दी.
“क्या बात है, एल्मो भाई. कहां जा रहे हो?” सैली ने पूछा.
“मैं राजा के पास जा रहा हूं. तुम कहां जा रही हो?” एल्मो ने कहा.
“मैं भी राजा के पास जा रही हूं, लेकिन तुम राजा के पास क्यों जा रहे हो?” सैली बोली.
Diese Geschichte stammt aus der February Second 2023-Ausgabe von Champak - Hindi.
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