![डरावनी रात डरावनी रात](https://cdn.magzter.com/1338812469/1730092329/articles/IVwCfTUDL1730116662392/1730116938837.jpg)
'अरे नहीं, यहां बहुत अंधेरा और सुनसान है. यह डरावना है,' डोडो ने चलते हुए सोचा. अचानक बैडी लोमड़ी और मैडी सियार एक पेड़ के पीछे से कूदे और उस का रास्ता रोक दिया.
"अपना सारा कीमती सामान हमें सौंप दो, नहीं तो पछताओगे,” वे गुर्राए.
"मैं अपने रुपए किसी को नहीं दूंगा. मैं ने इन्हें कमाने के लिए पूरे एक साल शहर में कड़ी मेहनत की है और अब तुम इन्हें चुराना चाहते हो,” डोडो रोया.
"हाहाहा, तुम ने रुपए कमाने के लिए शहर में कड़ी मेहनत की और हम इन्हें तुम से चुराने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. अब आगे एक भी शब्द मत बोलो और चुपचाप हमें सबकुछ दे दो,” मैडी हंसा.
"मैडी, बात करना बंद करो और रुपए छीन लो,' बैडी ने डोडो को पकड़ते हुए कहा.
डोडो खुद को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. मैडी ने जल्दी से डोडो का बैग छीन लिया और उस की जेबें खंगालने लगा.
"जल्दी करो, तुम इतना समय बरबाद क्यों कर रहे हो? कोई आ सकता है," बैडी ने झल्ला कर कहा.
"बस, एक मिनट," मैडी बोला, और डोडो की जेबों से सामान निकालने लगा.
“वाह, मुझे तो चिंता थी कि आज रात कोई शिकार मिलेगा या नहीं, लेकिन यहां मेरे पास 3-3 हैं,” एक डरावनी आवाज अचानक हवा में गूंजी तो बैडी, मैडी और डोडो चौंक गए.
“तुम कौन हो?”” बैडी चिल्लाया, उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह कहां देखे.
“क्या तुम नहीं देख सकते ? ओह, रुको, मैं समझ गया. तुम जैसे साधारण जंगली जीव मुझे कैसे देख सकते हैं? मुझे पास आने दो,” आवाज फिर से गूंजी और थोड़ी दूरी पर एक डरावनी आकृति दिखाई दी.
"वह कौन है? कहां से आया?" मैडी ने घबरा कर उस आकृति को देखते हुए पूछा.
"मैं एक आत्मा हूं, जो शिकार की तलाश में सदियों से भटक रही हूं. अब मैं ने तुम्हें पा लिया और मेरी तलाश खत्म हो गई है,” डरावनी आकृति बोली.
Diese Geschichte stammt aus der October Second 2024-Ausgabe von Champak - Hindi.
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![चीनी की जीत चीनी की जीत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1989957/IfBnAhO101739265538230/1739265931072.jpg)
चीनी की जीत
चिनी चींटी ने कन्नू कनखजूरे को देख कर कहा, \"कन्नू, तुम क्या कर रहे हो?\"
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रिपोर्टर डमरू
जब चंपकवन के निवासियों को पता चला कि प्रसिद्ध अभिनेता लकी कुमार गोरिल्ला उन के जंगल में अपनी नई फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं, तो दर्जनों लोग शूटिंग स्थल की ओर दौड़ पड़े.
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एल्सा पर दोष
जैसे ही कृति स्कूल से घर आई, उस के गोल्डन रिट्रीवर एल्सा ने उत्साह से भौंकना शुरू कर दिया. वह खुशी से गोलगोल घूम कर अपने पिछले पैरों पर खड़ा हो गया और उस ने कृति के चेहरे को चाटने की कोशिश की.
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13 फरवरी का दिन था और प्रेमवन में चहलपहल थी. वनवासी अपने एनुअल वैलेंटाइन डे मेले की तैयारी कर रहे थे, जो अगले दिन एमराल्ड तालाब के आसपास के क्षेत्र में आयोजित होने वाला था. तालाब और उसके परिसर की अंतिम सफाई चल रही थी और स्टेला हेजहोग इस की प्रभारी थी.
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गुलाबी संकेत और धीरज
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बा और बापू
मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें लोग 'महात्मा' और कुछ प्यार से 'बापू' कहते थे, मेरे परदादा एक असाधारण व्यक्ति थे.
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वादा गलत हो गया
‘मैं थक गई हूं, मैं पढ़ना नहीं चाहती,’ सुनैना ने बड़बड़ाते हुए कहा. उस की मां अंजना परेशान दिखीं, लेकिन उन्होंने शांत स्वर में कहा, “अभी तो सिर्फ तीन परीक्षाएं बाकी हैं. हम तुम्हारी परीक्षाओं के बाद सप्ताहांत में तुम्हारी पसंद की जगह छुट्टियां मनाने चलेंगे, मैं वादा करती हूं.”
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तिरंगा पुरस्कार
जैसे ही वैली तितली ने टोटो चींटी को अपनी नई साइकिल पर तिरंगा झंडा लहराते हुए देखा, वह उड़ कर उस के पास आई और पूछा, “टोटो, तुम अपनी साइकिल पर तिरंगा झंडा लगा कर कहां जा रही हो?”
![हमारा संविधान हमारा संविधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/872/1971275/zYLJd5BSC1737701159189/1737701448309.jpg)
हमारा संविधान
26 जनवरी नजदीक आ रही थी और चंपकवन के निवासी गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियों में व्यस्त थे. सबकुछ ठीक चल रहा था, तभी बैडी सियार के नेतृत्व में वनवासियों के एक ग्रुप ने जंगल के लिए अलग संविधान की मांग शुरू कर दी.