डाक्टरों ने घायल तृप्ति की जांच कर बताया कि काफी ज्यादा खून बहने के कारण कुछ देर पहले ही उस की मौत हो चुकी है. हमलावर ने उस के दिल पर 3 वार किए थे, जिस से उस का दिल कट गया था और अधिक खून बहने के कारण उस की मौत हो गई.
अजमेर जैसी धार्मिक एवं शांत नगरी में सरेराह, दिनदहाड़े महिला टीचर की हत्या की जांच एसएचओ ने शुरू कर दी. उन्होंने अपने मुखबिरों को भी अलर्ट कर दिया. इस का सकारात्मक परिणाम भी निकला.
32 वर्षीय तृप्ति खूबसूरत और समझदार थी ही, साथ ही सुगठित शरीर की मालकिन होने के चलते 24 से 25 साल से ज्यादा उम्र की नहीं लगती थी, लेकिन कुछ हद तक वह सेंटीमेंटल फूल्स यानी दिल के हाथों मजबूर एक भावुक युवती थी. शायद इसीलिए वह अपने पहले प्रेम में असफल होने के बाद एक बार फिर वही गलती कर बैठी.
16 मई, 2023 की शाम करीब 4 बजे सड़क पर घबराई हुई खूबसूरत तृप्ति तेजी से स्कूटी दौड़ाती हुई चली जा रही थी. एक परिचित युवक विवेक सिंह उस का पीछा कर रहा था. इसलिए वह बारबार पीछा कर रहे विवेक को साइड मिरर में देख रही थी.
उस की घबराहट और बढ़ती जा रही थी, क्योंकि पीछा कर रहे विवेक के इरादे उसे ठीक नहीं लग रहे थे. इसी दौरान उस ने साइड मिरर में एक कार देखी. कार उस ने पहचान ली, क्योंकि वह उस के दोस्त प्रोफेसर अनिल की थी कार को देख कर उस की घबराहट खत्म हो गई और वह मुसकराने लगी.
सीआरपीएफ ग्राउंड से आगे जैसे ही वह ओवरब्रिज को पार कर मेयो कालेज की तरफ घूमी तो उस की नजर मदार पुलिस चौकी पर पड़ी. तब कुछ सोच कर उस ने मदार पुलिस चौकी के सामने फुटपाथ पर अपनी स्कूटी रोक दी और पीछे आ रही कार के पास पहुंचने का इंतजार करने लगी.
कार तो उसे नहीं दिखी लेकिन स्कूटर सवार आता दिख गया. उसे उम्मीद थी कि पुलिस चौकी होने के कारण विवेक उसे परेशान करने की हिम्मत नहीं करेगा, पर उस पर तो जैसे जुनून सवार था. उस ने पुलिस चौकी के पास आ कर अपना स्कूटर रोक दिया.
Diese Geschichte stammt aus der October 2023-Ausgabe von Manohar Kahaniyan.
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