कोर्ट की यह टिप्पणी बताती है कि पारिवारिक झगड़ों में अब प्रेम संबंधों का जड़ में होना बढ़ गया है. इन मामलों पर सोचविचार करने पर पता चलता है कि अब प्रेमी के साथ मिल कर या अकेले पत्नी ही अपने पति की हत्या करने से हिचक नहीं रही है. ऐसी वारदातें बढ़ती जा रही हैं.
राजस्थान के अलवर जिले की एसपी डाक्टर किरण कंग सिद्धू ने बताया कि घाटोली कसबे में 23 जुलाई, 2022 की सुबह एक घर में घाटोली के ही रहने वाले नानूराम उर्फ बीरम लोधा की लाश मिली थी.
नानूराम की मां ने अपने बेटे की ही पत्नी मनोहर बाई के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था. जांचपड़ताल में सामने आया कि मनोहर बाई ने ही अपने प्रेमी राकेश पुत्र बिरधीलाल लोधा और शेर सिंह पुत्र उमराव सिंह लोधा के साथ मिल कर मारपीट कर उस का गला दबा कर हत्या कर दी थी.
पुलिस ने 24 जुलाई, 2022 को मनोहर बाई को तो गिरफ्तार कर लिया था, पर उस का प्रेमी राकेश और उस का साथी शेर सिंह फरार हो गए थे. बाद में पुलिस ने उन को भी पकड़ लिया था और दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था.
एक घटना 25 जनवरी, 2017 की है. रमीला भोई द्वारा थाना बसना में सूचना दी गई थी कि 24 जनवरी, 2017 को उस के बड़े भाई का बेटा विदेशी अपनी पत्नी दुलना और दोनों बच्चों के साथ उस के घर पर आया हुआ था.
25 जनवरी, 2017 को वह किसी काम से घर से बाहर गई थी. उसी दौरान विदेशी के दोनों बच्चे दौड़ते हुए आए और विदेशी द्वारा दुलना को परसूल से मारने की बात बताई, जब वह उन दोनों बच्चों के साथ घर पहुंची तो देखा कि विदेशी कमरे के दरवाजे पर खड़ा था और अंदर दुलना खून से लथपथ पड़ी हुई थी. रमीला ने इस की सूचना बसना थाना में दी.
पुलिस द्वारा मामले की जांचपड़ताल के बाद कोर्ट में अभियोगपत्र पेश किया गया. कोर्ट में मामले की जांचपड़ताल में विदेशी भोई को दुलना बाई की हत्या के आरोप में भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 302 के तहत कुसूरवार पाया गया. जज द्वारा आरोपी विदेशी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.
Diese Geschichte stammt aus der February Second 2023-Ausgabe von Saras Salil - Hindi.
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