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ख्वाहिश
\"लोग और समाज की मैं परवाह नहीं हूं। कोई कुछ भी कहे, मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मेरे लिए आपकी खुशी इन सबसे बढ़कर है। \"
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बहू नहीं मानती आपकी बात!
सास-बहू का रिश्ता खट्टी-मीठी नोक-झोंक से भरा होता है। इसमें कई बार प्यार - समझदारी तो कई दफा तनाव भी होता बिगड़ती है, जब बहू सास की बात को अनसुना कर मनमानी करने लगती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?
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चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं
एंटी-एजिंग यानी बढ़ती उम्र में महिलाओं को अक्सर त्वचा के पड़ने और झुर्रियों की शिकायत होती है। ऐसे में 'फेस योग' एंटी-एजिंग के लिए एक चमत्कार की तरह है।

आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी
दीवारें खाली हों तो सूना-सा लगता है। सजा लें तो अपना-सा लगता है। लेकिन सजाने से पहले एक योजना जरूर बना लें।

होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब
गुलाबों के बीच बैठकर चाय की चुस्कियां लेना बहुत खूबसूरत अहसास कराता है। लेकिन अगर गुलाब नहीं उग पा रहे हैं तो बगीचे को गुलाब जैसे दिखने वाले फूलों से महका दें।

स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'
क्या आप भी रोजाना कुर्ती, जींस और टॉप पहनते-पहनते बोर हो गई हैं? अगर हां तो आप अपने बोरिंग लुक में स्कर्ट्स के स्टाइल को जोड़ सकती हैं।

आपका किचन स्लैब कितना साफ
भूख लगने पर बच्चे किचन स्लैब पर रखी कोई भी चीज उठाकर खा लेते हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं है? आप अपने किचन स्लैब पर क्या-क्या रखती हैं?

त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श
खूबसूरती को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए त्वचा को स्वस्थ और पोषित करना बेहद जरूरी है और त्वचा पोषित कुछ जरूरी विटामिन से।

जिंदगी की नई शुरुआत
ज्योति पार्क की एक बेंच पर बैठी अपने बीते कल के बारे में सोच रही थी, \"मैंने यह फैसला पहले क्यों नहीं लिया? उसके लिए मैंने क्या नहीं किया? सब कुछ तो किया। अपना सब कुछ खो दिया मैंने उसके लिए ! और उसने? उसने मुझे धोखा दिया, मेरी मासूमियत का फायदा उठाया। काश, मैं उसकी बातों में न आती ! काश, मैंने पापा की बात मान ली होती। मैंने इतनी देर क्यों की? मैंने अपने मां-बाप को भी कितना दुख दिया।\"
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क्या दांत होने लगे खराब?
सुंदर, सफेद और स्वस्थ दांत न केवल आकर्षक मुस्कान देते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। लेकिन इनकी देखभाल के लिए आप क्या करती हैं?
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पल भर के रिश्ते 'नैनोशिप'
डिजिटल युग ने हर चीज के मायने बदल दिए हैं, जिनमें प्यार और भावनाएं भी शामिल हैं। कइयों ने लव लेटर से लेकर डेटिंग एप्स पर प्यार के इजहार का सफर देखा है, जिसमें नया नाम जुड़ा है- 'नैनोशिप'।
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सिर्फ मां नहीं सहेली भी
मां बेटी का रिश्ता अनमोल है। इस रिश्ते अपने अनुभव को बेटी के साथ साझा करके उसे सही मार्गदर्शन देती है और हर कदम पर प्यार तथा सुरक्षा देने का प्रयास करती है। लेकिन बेटियों की परवरिश करते हुए आपको कई पहलुओं का रखना होता है।
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पुराना भी दिखे नया-सा
सोफे केवल घर का खाली स्थान भरने का काम नहीं करते, बल्कि सुंदरता का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। ऐसे में यदि ये पुराने नजर आने लगें तो इनमें आकर्षण को जोड़ें।
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परीक्षा का समय आ गया...
परीक्षा की तैयारी करते समय बच्चे कभी बेहद तनाव में नजर आते हैं तो कभी बिल्कुल बेफिक्र। ऐसे में आपको उनका अत्यधिक ध्यान रखना होगा।
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वेस्टर्न विंटर ड्रेसेस में आप
वेस्टर्न ड्रेसेस हल्की सर्दी में स्टाइल और आराम का बेहतरीन मिश्रण होती हैं। सर्दी अब कम होने लगी है, इसलिए इस मौसम में आप इन ड्रेसेस को ऑफिस से लेकर पार्टी तक स्टाइल कर सकती हैं।
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मामूली नहीं अपेंडिसाइटिस
आप में से अधिकतर महिलाएं पेट दर्द को छोटी परेशानी जानकर नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन जानकारों का कहना कि कई बार यह बड़ी परेशानी का संकेत भी हो सकता है।
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सूजी कटोरी इडली सैंडविच और वटी दाल ना भजिया
रूपायन - फूड कॉर्नर - सूजी कटोरी इडली सैंडविच, वटी दाल ना भजिया
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अपने-अपने वसंत
यूं तो वसंत महज एक मौसम है, लेकिन यह एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। तो क्यों न हम इस बार वसंत के आगमन को अपने जीवन में नए आरंभ की तरह लें।
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मीठे संबंधों का छोटा स्पेस
बहनें आपस में सब शेयर करती हैं, यहां तक कि कमरा भी। आप भी करती होंगी, लेकिन मीठे संबंधों का यह छोटा-सा स्पेस कहीं लड़ाई-झगड़े का अड्डा तो नहीं बन रहा!
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लौट चलें सादगा की ओर...
कहते हैं, 'कम इच्छाएं रखना और जो आपके पास है, उससे संतुष्ट रहना जीवन को सरल बनाता है।' बस, इसी सरल जीवन की चाह में लोग अब मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल को अपना रहे हैं।

छठी इंद्री
रामशरण जी को अब सब समझ आ गया था। मंजू जी की छठी इंद्री ने सचमुच किसी अनहोनी को टाल दिया था।
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11 धार्मिक कॉरीडोर का नगर प्रयागराज
सनातन संस्कृति के उद्भव और विकास की साक्षी प्रयागराज नगरी में तीन पवित्र नदियों की संगम स्थली है तो सृष्टि रचना की कामना के साथ पहला यज्ञ भी यहीं हुआ था। यहां शक्तिपीठ है तो अनादिकाल से अक्षयवट भी है। ऐसे ही अगाध आस्था तथा आध्यत्मिक / सांस्कृतिक महत्व के पुरातन स्थलों का राज्य सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण कराया गया है। प्रयागराज एक मात्र ऐसा नगर हैं, जहां 11 धार्मिक कॉरीडोर हैं।
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डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र
डिजिटल महाकुम्भ की परिकल्पना को साकार करते हुए इस बार मेला क्षेत्र के सेक्टर तीन में स्थापित 'डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र' आकर्षण का केंद्र है।
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स्वस्थ महाकुम्भ
कड़ाके की ठंड के बीच महाकुम्भ में संगम स्नान की अभिलाषा रखने वाले प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं, संत-महात्माओं, कल्पवासियों और पर्यटकों की स्वास्थ्य सुरक्षा के भी इंतजाम किये गए हैं।
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सर्वसुविधायुक्त टेंट सिटी
ठंड में महाकुम्भ में आने वाले हर किसी व्यक्ति की पहली चिंता आवासीय प्रबंध को लेकर होती थी, लेकिन महाकुम्भ 2025 में हर आय वर्ग के लोगों के रहने, खाने-पीने के सुविधाजनक प्रबंध किए गए हैं।
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'सनातन के ध्वजवाहक 'अखाड़ों' की दिव्यता-भव्यता ने किया निहाल'
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर सनातन परंपरा का निर्वहन करते हुए अखाड़ों ने संगम में दिव्य अमृत स्नान किया। भाला, त्रिशूल और तलवारों के साथ युद्ध कला का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए घोड़े और रथों पर सवार होकर शोभायात्रा के साथ पहुंचे नागा साधु, संतों की दिव्यता और करतब देखकर श्रद्धालु निहाल हो उठे। पावन त्रिवेणी में अठखेलियाँ करते नागा साधुओं को देखते ही बन रहा था।
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त्रिवेणी स्नान को उमड़ा जनसमुद्र
1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने पौष पूर्णिमा पर संगम स्नान किया| 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति पर लगाई आस्था की डुबकी

संस्कृतियों का संगम, एकता का महाकुम्भ
मकर संक्रांति पर महाकुम्भ में भारत के हर राज्य के लोगों संगम में अमृत स्नान किया। कई देश के श्रद्धालु भी पहुंचे और जय श्री राम, हर हर गंगे, बम बम भोले के उद्घोष के साथ भारतीय जनमानस के साथ घुल मिल गए।

को कहि सकड़ प्रयाग प्रभाऊ
गंगा-यमुना एवं सरस्वती के संगम पर विराजित प्रयाग सभ्यता के ऊषाकाल से ही भारतीय संस्कृति का अमर वाहक और आधार स्तम्भ रहा है। यह हमारे राष्ट्र तथा संस्कृति की पहचान, प्रतीक व पुरातन परम्परा का निर्वाहक रहा है।
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तकनीक का महाकुम्भ
इस बार 'डिजिटल महाकुम्भ' के रूप में परिकल्पना की गई है। अब पूरी दुनिया यूपी की डिजिटल और तकनीक आधारित महाकुम्भ-2025 साक्षी बन रही है। मेले की भव्यता को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर इसका प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से पहली बार प्रदेश सरकार ने पूरे मेले का डिजिटलाइजेशन किया है।