- चालीस की उम्र आते-आते महिलाएं शारीरिक और मानसिक तौर पर थकने लगती हैं, इसलिए जरूरी है कि अपनी सेहत का खास ध्यान रखा जाए।
सालों बाद रीमा की मुलाकात अपनी दोस्त मनस्वी से हो गई, उसे देखकर रीमा चौंक गई, क्योंकि कॉलेज के जमाने की गॉर्जियस गर्ल मनस्वी एकदम बदल गई थी, उलझे-उलझे से बाल, बेजान चेहरा और जरूरत से ज्यादा वजन। पहले तो रीमा उसे पहचान ही नहीं पाई थी, लेकिन जब उसने रीमा का नाम पुकारा तो उसे पता चला कि यह तो उसकी बेस्ट फ्रेंड है। रीमा ने मनस्वी से पूछा कि यार तुम तो बहुत बदल गई हो, लेकिन इसकी वजह क्या है, तो मनस्वी हंसते हुए बोली, अरे यार घर परिवार की जिम्मेदारियों के बीच खुद के लिए समय ही नहीं मिल पाता। अभी डॉक्टर से मिल कर आ रही हूं काफी दिनों से घुटनों में दर्द हो रहा था। डॉक्टर ने बताया है कि ऑर्थराइटिस की शुरूआत है, वजन कम करने की सलाह के साथ यह चेतावनी भी दी है कि अगर खुद पर ध्यान नहीं दिया तो नी रिप्लेसमेंट की नौबत आ जाएगी।
आपको अपने आस-पास मनस्वी जैसी बहुत सारी औरतें मिल जाएंगी, जो विवाह के बाद पूरी तरह से बदल जाती हैं। उनका रहन-सहन, खान-पान सब उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार हो जाता है। चालीस से पहले भले ही आपकी प्राथमिकता आपके बच्चे और परिवार हो, लेकिन अब यह समय खुद को स्वस्थ और खुश रखने का है। आइए जानते हैं, किस तरह आप अपना ध्यान रखकर अपने आपको शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट रख सकती हैं।
Diese Geschichte stammt aus der September 08, 2023-Ausgabe von Rupayan.
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
जहां देखो, बाल ही बाल
पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
खाते-पीते आधी रात
जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?