भाभी! जल्दी काम निपटा लेते हैं, फिर मस्त रील बनाएंगे। अरे निशी, मुझे तो अभी कपड़े सूखने के लिए छत पर डालने हैं। भाभी, आप टेंशन मत लो, मैं मम्मी को बोल देती हूं, कपड़े वह डाल देंगी छत पर। ये है निशी और उसकी भाभी शिवानी की जुगलबंदी। निशी आईटी इंजीनियर है और मुंबई जॉब करती है और उसकी भाभी शिवानी शादी के बाद अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। आप हैरान हो रही होंगी कि ननद-भाभी के रिश्ते में इतनी मधुरता। इस रिश्ते में तो अधिकतर आरोप-प्रत्यारोप देखने को ही मिलता है। चूंकि निशी और शिवानी हमउम्र हैं तो उनमें बनती भी खूब है। दोनों आए दिन सोशल मीडिया पर अपना मस्ती भरा वीडियो और फोटो डालते रहते हैं, लेकिन हर ननद-भाभी के बीच ऐसा रिश्ता नहीं होता है।
अक्सर आपको घरों में ननदें यह कहती मिलती हैं कि पता नहीं क्या समझती हैं अपने आपको, जब से आई हैं पूरा घर बदल कर रख दिया है। पहले यह घर हैं अपना लगता था, अब सब अलग है। वहीं भाभी को यह परेशानी होती कि उनकी ननद किसी न किसी चीज पर टोकती रहती हैं, अपना घर तो देखतीं नहीं। दरअसल ननदों का अपना दुख है। उन्हें शादी के बाद भी मायके में वैसे ही रहना है, जैसे पहले रहती थीं। सब पर हुक्म चलाने की, हर बात पर सलाह देने की। जो भाभी को नागवार गजरती है।
भाई की शादी के बाद भी बहन की आदत पहले जैसी ही रहती है - सब पर हुक्म चलाना, हर बात पर सलाह देना। उसकी यही आदतें भाभी को नागवार गुजरती है।
Diese Geschichte stammt aus der September 22, 2023-Ausgabe von Rupayan.
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मन की साफ-सफाई
अचानक रीना ने गंभीर होते हुए कहा, \"मीता, मैं सोचती हूं, क्यों मन की सफाई भी कर लूं। आखिर भगवान जी हमारे दिल में ही तो विराजते हैं।\"
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पेट्स दिन भर घर में दौड़-भाग करते हैं, इसलिए उनके बाल भी घर के हर कोने में नजर आते हैं, जिनकी सफाई आसान नहीं है।
याद रहे जन्मदिन पार्टी
आपके बच्चे का पहला जन्मदिन है। अगर आप इसे यादगार बनाना चाहत हैं तो आपको थीम से लेकर ढेर सारी तैयारियां करनी होंगी।
रिश्तों का 'डे आउट'
भाई-बहन के रिश्ते में शरारत होती है और होता है ढेर सारा प्यार। अगर ये सब पीछे छूट गया है तो आपको और आपके भाई को एक 'सिबलिंग डे आउट' की सख्त जरूरत है।
निखार नहीं और अगले महीने शादी!
जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आ रहे हैं, आपका निखार मुरझा रहा है। आपकी चिंता बढ़ गई है और तनाव दोगुना हो गया है। जानकार कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपको प्राकृतिक तरीकों और एक सही ब्यूटी रूटीन पर भरोसा करना चाहिए।
मंद-मंद मुस्कुराती सर्दी में आप
सर्दी ने अपने पंख फैल लिए हैं। ठंड का अहसास होने लगा है। इस सुहावने मौसम में आपको जरूरत है अदरक वाली चाय की चुस्की और आरामदेह तथा स्टाइलिश लिबास की।
थोड़ी बोरियत भी अच्छी!
क्या आप भी कोई काम करते-करते बोर हो जाती हैं, तो अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाने के बजाय खुद को बोरियत की भावना में डूबने दें। जानकार कहते हैं कि बोरियत के कुछ पल आपकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को अनलॉक करने में मदद कर सकते हैं।
खाते-पीते आधी रात
जब मन हुआ, कुछ खा लिया। जब मन हुआ, कुछ पी लिया। मन नहीं भरता। कभी-कभी तो आधी रात में भी खाने की तलब लगती है। लेकिन क्या आपके शरीर को भोजन की इतनी जरूरत है?
अस्तित्व की तलाश
फूल! जिनकी आयु सबसे छोटी है, वह भी जरा-सा स्नेह रस पाकर जीवंत रह सकते हैं तो मैं क्यों नहीं?
इस आदत को बदल डालें
कुछ लोग बहुत परिश्रमी होते हैं और अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पूरे दिन व्यस्त रहते हैं। लेकिन कहीं यह व्यस्तता आपकी आदत तो नहीं बन गई है?