दिल्ली की 40 साल की पूजा मिश्रा का रूटीन तय था । हमेशा की तरह सुबह परिवार के लिए नाश्ता बनाती। फिर बच्चों की पढ़ाई, लंच और शाम को परिवार के लिए डिनर तैयार करती और उसके बाद खुद खाना खाती। एक दिन उसे सीने में दर्द और चुभन जैसा महसूस होने लगा और बाद में तेज दर्द जब सहन करना मुश्किल हो गया तो वह अस्पताल गई। पता लगा कि पूजा को ब्रेस्ट कैंसर है। इलाज का खर्च आठ से नौ लाख रुपये बताया गया। पूजा ने हेल्थ इंश्योरेंस नहीं कराया था, लिहाजा मजबूरन उसे यह पैसा अपनी जेब से खर्च करना पड़ा। पूजा की यह कहानी आमतौर पर हर महिला की कहानी है। देश में ज्यादातर महिलाएं पारिवारिक प्राथमिकताओं और ऑफिस में व्यस्तता के कारण अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं।
पिछले कुछ दशकों में महिलाओं की भूमिका में बड़ा बदलाव आया है। वे घर और दफ्तर, दोनों के काम की जिम्मेदारियां एक साथ निभा रही है, जिसके कारण वे अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती हैं। बढ़ते प्रदूषण और अनियमित जीवनशैली के कारण बीमारियों पर होने वाला खर्च लगातार बढ़ रहा है। चिकित्सा क्षेत्र में बढ़ती तकनीक ने रोगों के उपचार तो प्रदान किए हैं, मगर वे बहुत महंगे हैं। ऐसे में बेहतर इलाज के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी हो जाता है। यह आपको मुश्किल समय में तनावमुक्त और आर्थिक रूप से सुरक्षित रहने में मदद करता है। इसके तहत बीमाधारक का इलाज उन अस्पतालों में किया जाता है, जो बीमा कंपनी के नेटवर्क के अंतर्गत आते हैं। पॉलिसी के अनुसार बीमा कंपनी क्लेम का एक हिस्सा या पूरी राशि अस्पताल को दे देती है, जिससे मरीज और उसके परिवार पर अचानक कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ता।
Diese Geschichte stammt aus der March 01, 2024-Ausgabe von Rupayan.
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ढीला ढक्कन
“ओफ्फो श्रेया, कुछ काम तो तसल्ली से कर लिया करो। पता नहीं क्यों, हर समय जल्दबाजी में रहती हो?”श्रेया ने आवाज सुन वहीं से जानना चाहा और बोली, “अब क्या हुआ शेखर? क्या कर दिया मैंने?”
सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?
ये परदे कुछ खास हैं
परदे घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं और कमरे में रंग, पैटर्न और टेक्सचर की छटा बिखेरते हैं। परदे बाहर से आने वाली गंदगी को घर में आने से भी रोकते हैं और कमरे में एकांत की भावना पैदा करते हैं। इसके साथ ही खूबसूरत परदों के इस्तेमाल से फर्नीचर की शोभा भी बढ़ जाती है। आजकल बाजार में कई डिजाइनों के खूबसूरत परदे आसानी से मिल जाते हैं, जिससे घर की खूबसूरती में चार-चांद लगाए जा सकते हैं।
कहीं छोटा न रह जाए!
बच्चों की हाइट को लेकर कई माता-पिता परेशान रहते हैं, खासतौर से जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम होती है। जानकार कहते हैं कि ऐसे में आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें।
जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
जेन-जी के फैशन ट्रेंड्स ने सर्दियों के फैशन को एक नया आयाम दिया है। उसकी स्टाइलिंग में एक ऐसा कॉन्फिडेंस और इनोवेशन है, जो उसे भीड़ में भी सबसे खास दिखाता है।
क्या फट गई हैं एड़ियां?
सर्दियों में कई महिलाओं की एड़ियां फटने लगती हैं। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी विकराल हो जाती है कि एड़ियों खून तक आने लगता है। ऐसे आप क्या करती हैं?
नए साल में खिलें फूल की तरह!
दिन बदले। साल बदल गए। खुद को कितना बदला आपने? खुद को कितना 'नया' बनाया आपने? समय-समय पर सकारात्मक बदलाव जरूरी हैं, तभी जिंदगी में कुछ नया होता है।
सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
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तंदूरी प्याज कुलचा
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