बच्चे रहेंगे स्वस्थ और मस्त
Rupayan|March 29, 2024
घर में बच्चों के साथ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं होना स्वाभाविक है, लेकिन कई बार उन्हें तत्काल डॉक्टर के पास ले जाना संभव नहीं होता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपचार हैं, जिनसे उनकी समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है।
विनीता
बच्चे रहेंगे स्वस्थ और मस्त

ई बार अचानक आधी रात को बच्चों की तबियत खराब हो जाती है। ऐसे में माता-पिता समझ नहीं पाते कि क्या किया जाए? जरा याद कीजिए, पुराने समय में जब भी कोई बच्चा बीमार होता था तो उसे तात्कलिक रूप से राहत पहुंचाने के लिए नानी-दादी के पास सैकड़ों घरेलू नुस्खे मौजूद होते थे। समय के साथ इन नुस्खों को लोगों ने अपनाना छोड़ दिया, जो कि सही भी है, क्योंकि सही जानकारी न होने के कारण यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं और कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को परेशानी में नहीं देखना चाहता है। लेकिन सही जानकारी से बच्चों की मामूली स्वास्थ्य समस्याओं से घर पर ही आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।

खांसी-जुकाम : अगर बच्चे की उम्र एक साल से अधिक है और उसे सूखी खांसी है तो अदरक के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर गुनगुना करके पिलाएं। इससे उसके गले में जमा सूखा कफ बाहर निकल जाएगा। नाक बंद होने की स्थिति में सादे पानी से स्टीम दिलाने से भी राहत मिलती है। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बगैर अपने मन से स्टीम लेने वाले पानी में कोई दवा न मिलाएं। आजकल बढ़ते प्रदूषण की वजह बच्चों में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। अगर सोते समय बच्चे की सांस से घरघराहट की आवाज सुनाई दे तो सचेत हो जाएं, यह अस्थमा का संकेत हो सकता है। इसके लिए बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। ऐसी स्थिति में बच्चों को नेबुलाइजर से दवा देने की जरूरत पड़ सकती है। बच्चों को खांसी-जुकाम से बचाने के लिए घर में सफाई का विशेष ध्यान रखें। आस-पास के वातावरण में धुआं और धूल-मिट्टी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में घर में बना ताजा गरम सूप देना भी फायदेमंद साबित होता है। खांसी-जुकाम के समय बच्चों को ठंडी और खट्टी चीजों से दूर रखें।

Diese Geschichte stammt aus der March 29, 2024-Ausgabe von Rupayan.

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