ऑटिज्म से घबराना क्यों?
Rupayan|July 05, 2024
अगर बच्चा ऑटिज्म से पीड़ित है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह रचनात्मक नहीं हो सकता। उसे आपके प्रोत्साहन, समाज के साथ और उचित देखभाल की जरूरत होती है।
डॉ. अभिषेक चोपड़ा
ऑटिज्म से घबराना क्यों?

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर एक न्यूरो डेवलपमेंट डिसऑर्डर है, जिसके लक्षण बचपन में ही दिखने लगते हैं। ऑटिज्म मरीज को तर्क, सामाजिक संपर्क और संचार करने में समस्याएं आती हैं। वहीं माता-पिता के लिए ऑटिज्म पीड़ित बच्चे की देखभाल करना अक्सर तनाव भरा और चुनौतिपूर्ण होता है। ऐसे में उनकी भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि पीड़ित बच्चे के लिए अनुकूल वातावरण बनाना उसके विकास के लिए बेहद जरूरी है। ऑटिज्म के संकेतों को पहचानकर और प्रभावी उपायों को अपनाकर आप पीड़ित बच्चे को सार्थक सहायता प्रदान कर सकती हैं।

Diese Geschichte stammt aus der July 05, 2024-Ausgabe von Rupayan.

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