नेहा को आज फिर से ऑफिस जाने में देरी हो गई। उसने घड़ी की ओर देखा और बड़बड़ाने लगी, "जिंदगी में जैसे सुकून खत्म हो गया है। घर का काम अधूरा छोड़ दो तो परिवार वाले गुस्सा होते हैं। और ऑफिस दो मिनट लेट पहुंचो तो बॉस गुस्सा करने लगते हैं। सब मैनेज करना मुश्किल हो रहा है। मन करता है, नौकरी छोड़कर घर बैठ जाऊं।" नेहा की बड़बड़ाहट जैसे ही उसकी जेठानी के कानों में पड़ी, वह मुस्कुराते हुए बोली, “नेहा, वर्किंग वुमन हो या हाउसवाइफ, इस स्थिति से सभी को दो-चार होना पड़ता है। आज के समय में हर कोई खुद को काम के बोझ तले दबा महसूस करता है। तुम भी इससे अछूती नहीं हो। वर्किंग वूमन के सामने तो दोहरी जिम्मेदारियों का पहाड़ होता ही है। तुमको थोड़ी समझदारी के साथ अपनी वर्क और पर्सनल लाइफ को मैनेज करना होगा, जिसके लिए तुम 'ईट द फ्रॉग' तकनीक को अपना सकती हो।" जेठानी की बात सुनकर नेहा हैरानी से उनकी ओर देखने लगी और बोली, "यह क्या है, दीदी?" इस पर जेठानी ने कहा, "आजकल काम के ढेर के बीच महिलाएं यह निर्णय नहीं कर पातीं कि उन्हें कौन से काम पहले करने हैं और कौन-से बाद में। ऐसे में कोई काम ठीक से नहीं हो पाता। यह कंफ्यूजन जिंदगी को और उलझा देता है तो कई बार विफलता का कारण भी बन जाता है।" कहीं आप भी तो नेहा की तरह ही खुद को इन उलझनों में फंसा हुआ नहीं पातीं? अगर हां तो आप 'ईट द फ्रॉग' तकनीक को अपना सकती हैं।
■ क्या है यह तकनीक
Diese Geschichte stammt aus der November 29, 2024-Ausgabe von Rupayan.
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ढीला ढक्कन
“ओफ्फो श्रेया, कुछ काम तो तसल्ली से कर लिया करो। पता नहीं क्यों, हर समय जल्दबाजी में रहती हो?”श्रेया ने आवाज सुन वहीं से जानना चाहा और बोली, “अब क्या हुआ शेखर? क्या कर दिया मैंने?”
सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?
ये परदे कुछ खास हैं
परदे घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं और कमरे में रंग, पैटर्न और टेक्सचर की छटा बिखेरते हैं। परदे बाहर से आने वाली गंदगी को घर में आने से भी रोकते हैं और कमरे में एकांत की भावना पैदा करते हैं। इसके साथ ही खूबसूरत परदों के इस्तेमाल से फर्नीचर की शोभा भी बढ़ जाती है। आजकल बाजार में कई डिजाइनों के खूबसूरत परदे आसानी से मिल जाते हैं, जिससे घर की खूबसूरती में चार-चांद लगाए जा सकते हैं।
कहीं छोटा न रह जाए!
बच्चों की हाइट को लेकर कई माता-पिता परेशान रहते हैं, खासतौर से जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम होती है। जानकार कहते हैं कि ऐसे में आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें।
जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
जेन-जी के फैशन ट्रेंड्स ने सर्दियों के फैशन को एक नया आयाम दिया है। उसकी स्टाइलिंग में एक ऐसा कॉन्फिडेंस और इनोवेशन है, जो उसे भीड़ में भी सबसे खास दिखाता है।
क्या फट गई हैं एड़ियां?
सर्दियों में कई महिलाओं की एड़ियां फटने लगती हैं। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी विकराल हो जाती है कि एड़ियों खून तक आने लगता है। ऐसे आप क्या करती हैं?
नए साल में खिलें फूल की तरह!
दिन बदले। साल बदल गए। खुद को कितना बदला आपने? खुद को कितना 'नया' बनाया आपने? समय-समय पर सकारात्मक बदलाव जरूरी हैं, तभी जिंदगी में कुछ नया होता है।
सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
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तंदूरी प्याज कुलचा
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