धान की रोपाई के लिए बाजार में कई तरह के रोपाई यंत्र मौजूद हैं. इन में हाथ से ले कर पैट्रोलडीजल से चलने वाले प्लांटर तक मौजूद हैं, जो 4, 6 और 8 लाइनों में धान की रोपाई करते हैं. इन से रोपाई करने पर समय की बचत होती है और लागत भी कम आती है. रोपाई यंत्र एक निश्चित दूरी पर पौधों की रोपाई करता है. इस यंत्र से रोपाई करने के लिए नर्सरी को ट्रे में तैयार करना पड़ता है.
ट्रांसप्लांटर से बोआई के लाभ
इस मशीन से बोआई करने का मुख्य लाभ यह है कि इस में मजदूरों की जरूरत बहुत ही कम पड़ती है.
इस ट्रांसप्लांटर मशीन से एक दिन में तकरीबन 7 से 10 एकड़ तक की रोपाई की जा सकती है. लेकिन अगर किसान मजदूरों से रोपाई का काम करवाएंगे, तो पूरे दिन 1 से 2 एकड़ कृषि भूमि में ही रोपाई कर पाएंगे. पैदावार में तकरीबन 10 से 12 फीसदी तक की बढ़ोतरी होती है.
महिंद्रा एमपी 461 इस प्लांटर
Diese Geschichte stammt aus der May First 2024-Ausgabe von Farm and Food.
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