खरपतवारों की रोकथाम के लिए स्प्रे तकनीक प्रबंधन
Farm and Food|July First 2024
हमारे देश में फसलों के उत्पादन में खरपतवारनाशियों का खासा महत्त्व है, क्योंकि खरपतवार फसलों की पैदावार को 15 से ले कर 90 फीसदी तक कम कर सकते हैं, वहीं खरपतवारनाशक कृषि रसायनों की मात्रा फसल की अवस्था, क्षेत्रफल एवं खरपतवार की अवस्था पर निर्भर करती है और मात्रा की संस्तुति करते समय यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि खरपतवारनाशी अवशेषों का अगली फसल पर कोई बुरा असर न पड़े और खरपतवारों का पूरी तरह से सफाया हो जाए.
डा. सोमेंद्र नाथ एवं डा. संदीप कुमार
खरपतवारों की रोकथाम के लिए स्प्रे तकनीक प्रबंधन

आमतौर पर कीटनाशक व फफूंदनाशक दवाओं का फसल पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता. खरपतवारनाशी की कम व ज्यादा मात्रा से खरपतवार नियंत्रण के लिए मुसीबत पैदा हो जाती है.

वैज्ञानिक रूप से भी यह साबित हो चुका है कि खरपतवार की रोकथाम में 50 फीसदी ही केवल दवा का सहयोग होता है और बाकी 50 फीसदी स्प्रे संबंधित प्रणाली का होता है, इसीलिए स्प्रे संबंधित प्रबंधन की जानकारी खरपतवार की रोकथाम के लिए बहुत जरूरी है. उचित दवा के चयन के बाद 3 बातें जरूर ध्यान रखनी चाहिए :

• दवा की उचित व एकसमान मात्रा पौधों के ऊपर गिरनी चाहिए.

• दवा पौधों के ऊपर ठहरनी चाहिए.

• दवा की पूरी मात्रा पौधों के अंदर तक जानी चाहिए.

स्प्रे करते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि फसल को बिना किसी नुकसान के खरपतवार नियंत्रण हो सके.

खेत में नमी

खरपतवार उगने से पहले और उगने के बाद स्प्रे करने वाले (खरपतवारनाशी) के लिए खेत में नमी का होना बहुत जरूरी है. खरपतवार उगने से पहले स्प्रे करने वाले खरपतवारनाशियों की सफलता केवल खेत में नमी पर निर्भर करती है जैसे एट्राजीन, पैंडीमिथेलीन, मैट्रीब्यूजीन या अन्य खरपतवारनाशी, जो भी खरपतवार आने से पहले स्प्रे किए जाते हैं, उन के लिए नमी बहुत जरूरी है.

घास उगने के बाद प्रयोग में लाए गए खरपतवारनाशियों के लिए भी खेत में नमी महत्त्वपूर्ण है. नमी की स्थिति में खरपतवारों की बढ़वार काफी तेजी से होती है और दवा पूरी तरह से पौधे के अंदर पहुंच कर अच्छा नियंत्रण करती है.

खरपतवार की अवस्था

शाकनाशी यानी खरपतवारनाशी हमेशा वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई समयसीमा के भीतर ही स्प्रे करना चाहिए या खरपतवार की बढ़वार की स्थिति को ध्यान में रख कर ही स्प्रे करना चाहिए जैसे गेहूं में खरपतवार उगने के बाद खरपतवारनाशियों का स्प्रे बिजाई के 30-35 दिन के अंदर करना चाहिए.

गन्ने में मोथा घास के नियंत्रण के लिए सिफारिश की गई दवा सैम्परा ( हैलोसल्फ्यूरान मिथाइल) का स्प्रे वसंतकालीन व पछेती बिजाई के लिए पहले पानी के बाद या मोथा घास की 3-5 पत्ती अवस्था में ही करना चाहिए. इस के बाद स्प्रे करने से पूरा नियंत्रण नहीं होगा.

Diese Geschichte stammt aus der July First 2024-Ausgabe von Farm and Food.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der July First 2024-Ausgabe von Farm and Food.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS FARM AND FOODAlle anzeigen
फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट
Farm and Food

फार्म एन फूड की ओर से सम्मान पाने वाले किसानों को फ्रेम कराने लायक यादगार भेंट

उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड

time-read
2 Minuten  |
November 2024
'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित
Farm and Food

'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' के अधिकारी हुए सम्मानित

भारत में काम करने वाली संस्था 'चाइल्ड हैल्प फाउंडेशन' से जुड़े 3 अधिकारियों संस्थापक ट्रस्टी सुनील वर्गीस, संस्थापक ट्रस्टी राजेंद्र पाठक और प्रोजैक्ट हैड सुनील पांडेय को गरीबी उन्मूलन और जीरो हंगर पर काम करने के लिए 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से नवाजा गया.

time-read
1 min  |
November 2024
लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान
Farm and Food

लखनऊ में हुआ उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों का सम्मान

पहली बार बड़े लैवल पर 'फार्म एन फूड' पत्रिका द्वारा राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' का आयोजन लखनऊ की संगीत नाटक अकादमी में 17 अक्तूबर, 2024 को किया गया, जिस में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आए तकरीबन 200 किसान शामिल हुए और खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले तकरीबन 40 किसानों को राज्य स्तरीय 'फार्म एन फूड कृषि सम्मान अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

time-read
8 Minuten  |
November 2024
बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार
Farm and Food

बढ़ेगी मूंगफली की पैदावार

महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 7 अक्तूबर, 2024 को मूंगफली पर अनुसंधान एवं विकास को उत्कृष्टता प्रदान करने और किसानों की आय में वृद्धि करने हेतु मूंगफली अनुसंधान निदेशालय, जूनागढ़ के साथ समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए.

time-read
1 min  |
October 2024
खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम
Farm and Food

खाद्य तेल के दामों पर लगाम, एमआरपी से अधिक न हों दाम

केंद्र सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के सचिव ने मूल्य निर्धारण रणनीति पर चर्चा करने के लिए पिछले दिनों भारतीय सौल्वेंट ऐक्सट्रैक्शन एसोसिएशन (एसईएआई), भारतीय वनस्पति तेल उत्पादक संघ (आईवीपीए) और सोयाबीन तेल उत्पादक संघ (सोपा) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की.

time-read
1 min  |
October 2024
अक्तूबर महीने में खेती के खास काम
Farm and Food

अक्तूबर महीने में खेती के खास काम

यह महीना खेतीबारी के नजरिए य से बहुत खास होता है इस महीने में जहां खरीफ की अधिकांश फसलों की कटाई और मड़ाई का काम जोरशोर से किया जाता है, वहीं रबी के सीजन में ली जाने वाली फसलों की रोपाई और बोआई का काम भी तेजी पर होता है.

time-read
10 Minuten  |
October 2024
किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया
Farm and Food

किसान ने 50 मीट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडारगृह बनाया

रकार की मंशा है कि खेती लाभ का धंधा बने. इस के लिए शासन द्वारा किसान हितैषी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल
Farm and Food

खेती के साथ गौपालन : आत्मनिर्भर बने किसान निर्मल

आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना का लाभ ले कर उन्नत नस्ल का गौपालन कर किसान एवं पशुपालक निर्मल कुमार पाटीदार एक समृद्ध पशुपालक बन गए हैं.

time-read
1 min  |
October 2024
जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत
Farm and Food

जीआई पंजीकरण से बढ़ाएं कृषि उत्पादों की अहमियत

हमारे देश में कृषि से जुड़ी फल, फूल और अनाज की ऐसी कई किस्में हैं, जो केवल क्षेत्र विशेष में ही उगाई जाती हैं. अगर इन किस्मों को उक्त क्षेत्र से इतर हट कर उगाने की कोशिश भी की गई, तो उन में वह क्वालिटी नहीं आ पाती है, जो उस क्षेत्र विशेष \" में उगाए जाने पर पाई जाती है.

time-read
7 Minuten  |
October 2024
पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी
Farm and Food

पराली प्रबंधन पर्यावरण के लिए जरूरी

मौजूदा दौर में पराली प्रबंधन का मुद्दा खास है. पूरे देश में प्रदूषण का जहर लोगों की जिंदगी तबाह कर रहा है और प्रदूषण का दायरा बढ़ाने में पराली का सब से ज्यादा जिम्मा रहता है. सवाल उठता है कि पराली के जंजाल से कैसे निबटा जाए ?

time-read
4 Minuten  |
October 2024