• मेरा दिमाग कभी शांत नहीं रहता। हमेशा मैं कुछ-ना-कुछ सोचती रहती हूं। इस वजह से ठीक से सो भी नहीं पा रही हूं और हमेशा उदास और थका हुआ महसूस करती हूं। इस स्थिति से उबरने के लिए मुझे क्या करना चाहिए? - ज्योति, हजारीबाग
जरूरत से ज्यादा सोचना यानी ओवरथिंकिंग एक मनोवैज्ञानिक समस्या है, जिससे बहुत से लोग जूझते हैं। अगर आप इस परेशानी से निकलना चाहती हैं तो सबसे पहले मन में कहानियां बनाना बंद करें। दूसरी बात, जब आप बैठकर तरह-तरह की कहानियां बनाती हैं तो समस्याओं पर जोर देने की जगह उसके समाधान की ओर अपना ध्यान लगाएं। एक ही समस्या पर बार-बार सोचने से उसका हल नहीं निकलेगा। एक डायरी में सबसे पहले उन चीजों की लिस्ट बनाएं, जिसके लिए आप चिंतित हैं। उन समस्याओं के क्या-क्या पक्ष हो सकते हैं। उन समस्याओं के जिन पक्षों के आप हल निकाल सकती हैं, उस ओर अपना ज्यादा ध्यान लगाएं। समस्याओं के जिन पक्षों पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है या फिर जिनका हल आप नहीं निकाल सकती हैं, उन्हें अनदेखा करना शुरू करें। किसी मान्यता प्राप्त मनोवैज्ञानिक से काउंसिलिंग के एक-दो सेशन लीजिए। मनोवैज्ञानिक पर्सनैलिटी और आत्मविश्वास की कमी से संबंधी आपकी समस्याओं का हल तलाशने में मददगार साबित होंगे। इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।
Diese Geschichte stammt aus der October 08, 2022-Ausgabe von Anokhi.
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शादी की और सारी तैयारियां तो कर ली, पर क्या मेहंदी का डिजाइन तय किया? आइए आपकी इस मुश्किल को हम हल कर दें, इन दिनों मेहंदी के किस तरह के डिजाइन ट्रेंड में हैं, बता रही हैं शालिनी जैन
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दुनिया में हर तरह की सोच वाले लोग हैं। नकारात्मक लोगों से घिरे होने के बावजूद अपनी सोच और जिंदगी को कैसे सकारात्मक बनाए रखें, बता रही हैं स्वाति गौड़
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पहली तिमाही में पेट से जुड़े व्यायाम न करें
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. अर्चना धवन बजाज
अब रोज खाओ अंडे
ठंड आते ही प्रोटीन से भरपूर अंडे हमारी डाइट में प्रमुखता से शामिल होने लगते हैं। उबले अंडे या फिर ऑमलेट खाने की जगह अंडों से बनाएं और कौन-कौन से व्यंजन, बता रही हैं देविका सिंह
इनके कान पर भी दें ध्यान
बच्चे दूसरों को देखकर और सुनकर सीखते हैं। पर, अगर वो ठीक से सुन ही न पा रहे हों तो? दुनिया भर के बच्चों में तेजी से कानों से जुड़ी समस्या बढ़ रही है। क्या हैं इसके कारण और कैसे अपने बच्चे को इससे बचाएं, बता रही हैं शमीम खान
ऐसे सुलझेगी पहले साल की पहेली
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ठंड में भी दमकेगी त्वचा
मौसम बदल रहा है और आपकी त्वचा का मिजाज भी। त्वचा पर खुश्की नजर आने लगी है। अब आपको भी समझ जाना चाहिए कि समय आ गया है त्वचा को बदलते मौसम के हिसाब से ढालने का। सर्दियों के लिए कैसी हो त्वचा की तैयारी, बता रही हैं स्वाति शर्मा
विवाह करने का एक फायदा यह भी
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
लौंग दा लश्कारा
पिछले कुछ समय में नाक में पहने जाने वाले तरह-तरह के गहनों का चलन बढ़ा है। अगर आपको भी नाक में जेवर पहनने का शौक है, तो आपके पास विकल्पों की भरमार है। कैसे चुनें अपने लिए ये जेवर और क्या-क्या हैं आपके सामने विकल्प, बता रही हैं स्वाति गौड़