अच्छी सेहत के फायदे से हर कोई बखूबी वाकिफ है और इसलिए अपनी ओर से फिट रहने का पूरा प्रयास भी सब करते हैं। पर, फिटनेस को लेकर जिस तरह के नए-नए ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं, वह परेशानी का सबब ज्यादा लगते हैं। ये ट्रेंड्स खाने के साथ हमारे रिश्ते की नींव को ही कमजोर कर देते हैं। इन तमाम अजीबो-गरीब ट्रेंड्स की चपेट में यूं तो कोई भी आ सकता है, पर महिलाएं विशेष रूप से इनसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। कारण साफ है, स्लिम ट्रिम फिगर, उम्र से कम दिखने की चाह और खुद को दूसरे से बेहतर दिखाने की कोशिश, कहीं न कहीं उनकी सेहत को खराब कर रही है।
दरअसल, किसी नए डाइट ट्रेंड को अपनाते समय महिलाएं यह भूल जाती हैं कि उनकी शारीरिक स्थिति, उम्र और जरूरतों के हिसाब से वह कितना कारगर रहेगा। आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं को सबसे ज्यादा चिंता अपनी फिगर के प्रति होती है, जिसे बरकरार रखने के लिए वह अपने खानपान में किसी भी हद तक बदलाव करने में जरा नहीं हिचकतीं। पर, क्या वाकई ऐसा करना उचित है? विशेषज्ञों की मानें तो महिलाओं का अपने खानपान के साथ जो दोस्ती दुश्मनी का रिश्ता चलता है, वह आगे जाकर उन्हें काफी नुकसान पहुंचा सकता है। काम की जिम्मेदारियां उन्हें अपनी सेहत से समझौता करने पर मजबूर कर देती हैं, जिसका असर बढ़ते वजन के रूप में दिखाई देने लगता है। पर, इस नुकसान को समझने के लिए सबसे पहले उन गलतियों के बारे में जानना होगा, जो महिलाएं अपने आहार को लेकर अकसर कर बैठती हैं:
आंख मूंदकर डाइटिंग करना
Diese Geschichte stammt aus der December 03, 2022-Ausgabe von Anokhi.
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