अगस्त की गरमी के समय गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 3 लाख युवाओं की खचाखच भीड़ थी. भीड़ न किसी नेता के लिए थी, न म्यूजिक कंसर्ट के लिए और न ही किसी बड़े अभिनेता के लिए थी. यह भीड़ एक सैलिब्रेशन इवैंट के रूप में 26 साल के उस युवक के लिए आई थी जो हाल ही में चर्चित इंडियन रिऐलिटी शो 'बिग बौस' जिसे सलमान खान होस्ट करता है, जीत कर आया था.
इस भीड़ के हाथ में फ्लैश करते मोबाइल थे और जबान पर एल्विश यादव का नाम एल्विश ने काली कमीज और गहरी नीली रंग की जींस पहनी थी. अपने बर्थडे के मौके पर रखे गए उस के इस इवेंट में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर आए जिन्होंने उसे युवाओं के लिए रोल मौडल कह दिया. यह दरअसल एल्विश यादव की लोकप्रियता ही थी.
एल्विश यादव की टीम ने इस इवैंट से - महज एक दिन पहले सीएम खट्टर मुलाकात की और मुख्यमंत्री से आने को कहा से था. जब सीएम ने हां कहा तो जिला प्रशासन ने इस इवैंट की अनुमति दे दी.
सवाल यह कि सोशल मीडिया से चर्चा में -आए इस युवक, जिस के पास न कोई खास स्किल है, न तौरतरीका है और न ही उसे युवाओं का रोल मौडल कहा जा सकता है, की भाषा फूहड़ है, मुंह से जय श्रीराम और गाली एकसाथ निकलती है, वह इस मुकाम तक कैसे पहुंच गया कि एक बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री उस के कहने भर से इवैंट में पहुंच गए? वह भी इतने शौर्ट नोटिस में.
यह ताकत ही है जो सोशल मीडिया-इंफ्लुएंसर एल्विश यादव ने इस समय हासिल कर ली है, क्योंकि सीएम खट्टर के साथ उस का यह पौलिटिकल कनैक्शन इकलौता नहीं है, वह इस समय केंद्र की सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के साथ # दिख चुका है और एक माने में भाजपा का पोस्टर बौय बना हुआ है.
एल्विश यादव के राजनीति के प्रति रुझान को एक लिहाज से ऐसे समझा जा ""सकता है कि बिग बौस के घर में एक बार "जब ज्योतिषी पंडित जनार्दन धुर्वे आए, जो नैटफ्लिक्स सीरीज 'इंडियन मैचमेकिंग' में भी नजर आए थे तो जितने कंटैस्टेंटों ने बिग बौस में एंट्री की थी, सब ने धुर्वे से अपने पर्सनल और प्रोफैशनल सवाल किए. उन में से अकेले एल्विश ने धुर्वे से पूछा कि क्या उन का सफल राजनीतिक कैरियर है, तब धुर्वे ने उस से कहा कि जब वह 36-38 साल का होगा तब उस का समय राजनीति में चमकेगा.
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