नाम ही काफी है
बरौनी रिफाइनरी, हर्ल-खाद कारखाना, बरौनी डेयरी, रेशम उद्योग, बरौनी थर्मल पॉवर स्टेशन और औद्योगिक प्रांगण इसे आधुनिक बनाते हैं। मुगलकालीन दरबारी साहित्यकार अबुल फजल की पुस्तक ‘आईने अकबरी’ में बेगमसराय नाम का जिक्र मिलता है। शहर के नामकरण के बारे में कहा जाता है कि शेरशाह सूरी ने प्रति 5 मील पर सराय का निर्माण कराया था। लिहाजा किसी ‘बेगू’ नामधारी व्यक्ति के नाम पर यह बेगूसराय कहलाया। बौद्ध साहित्य में ‘अंगुत्तराप’ और महाभारत काल में इस क्षेत्र को अंग का हिस्सा कहा गया है। कालांतर में यहां गुप्त, वर्धन, मौर्य और पाल वंशियों का शासन रहा। 14वीं शताब्दी में यह तुर्क, अफगान, गुलाम, खिलजी और मुगलों के अधीन रहा। शहर आधुनिक है, उतना ही प्राचीन भी।
शहर में शहर
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