“हिंसा में कुछ भी रचनात्मक नहीं होता"
Outlook Hindi|April 15, 2024
बॉम्बे हाइकोर्ट ने 5 मार्च, 2024 को प्रोफेसर जी. एन. साईबाबा के साथ-साथ हेम मिश्रा, महेश तिर्की, विजय तिर्की, प्रशांत राही और पांडु नरोटे को बरी कर दिया। इनमें साईबाबा सहित पांच को कथित माओवादी संबंधों के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
विक्रम राज
“हिंसा में कुछ भी रचनात्मक नहीं होता"

पिछले कुछ वर्षों से कई मानवाधिकार संगठन दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर गोकरकोंडा नागा (जी.एन.) साईबाबा की रिहाई की मांग कर रहे थे। साईबाबा को 9 मई 2014 को गिरफ्तार किया गया था। वे आदिवासियों के विस्थापन और बेदखली के मुद्दों पर सक्रिय थे। अप्रैल 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी, लेकिन 7 मार्च, 2017 को गढ़चिरौली की एक अदालत ने उन्हें राज- सत्ता के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। फैसले के बाद उन्होंने सात साल जेल में बिताए। इससे पहले, उन्होंने अपने मुकदमे के दौरान मई 2014 से अप्रैल 2016 तक दो साल जेल में बिताए थे। बॉम्बे हाइकोर्ट ने 14 अक्टूबर, 2022 को उन्हें रिहा कर दिया था, लेकिन अगले ही दिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी रिहाई पर रोक लगा दी। इस बार भी राज्य सरकार ने उनकी रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, मगर अदालत ने याचिका खारिज कर दी। रिहाई के बाद आउटलुक के विक्रम राज ने साईबाबा से बातचीत की। कुछ अंश:

आपको पहली बार गिरफ्तार किया गया तो क्या परिस्थितियां थीं?

2010 और 2013 के बीच दिल्ली और दुनिया भर से हम में से कई लोग एक साथ मूलवासियों, आदिवासियों के अधिकारों पर हमले के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। उस समय कंपनियों के साथ बड़ी खनन परियोजनाओं के लिए करार किए गए थे और वन क्षेत्रों में गांवों को खाली कराया जा रहा था और जलाया जा रहा था। खनन के लिए जमीन साफ करने और जमीन तथा जंगलों को कॉर्पोरेट घरानों के हवाले करने के लिए आदिवासियों पर कई हमले हुए।

Diese Geschichte stammt aus der April 15, 2024-Ausgabe von Outlook Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der April 15, 2024-Ausgabe von Outlook Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS OUTLOOK HINDIAlle anzeigen
शहरनामा - हुगली
Outlook Hindi

शहरनामा - हुगली

यूं तो पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के किनारे बसा जिला हुगली 1350 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, लेकिन यहां हुगली नाम का एक छोटा-सा शहर भी है।

time-read
3 Minuten  |
November 25, 2024
इन्फ्लुएंसरों के भरोसे बॉलीवुड
Outlook Hindi

इन्फ्लुएंसरों के भरोसे बॉलीवुड

स्क्रीन पर सोशल मीडिया और इन्फ्लुएंसरों का बॉलीवुड कर रहा अच्छा, बुरा और बदसूरत चित्रण

time-read
4 Minuten  |
November 25, 2024
घर के शेर, घर में ढेर
Outlook Hindi

घर के शेर, घर में ढेर

लंबे दौर बाद घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से एकतरफा हार से सितारों और कोच पर उठे सवाल

time-read
7 Minuten  |
November 25, 2024
'तलापति' का सियासी दांव
Outlook Hindi

'तलापति' का सियासी दांव

दक्षिण की सियासत में एक नए सितारे और उसकी पार्टी के प्रवेश ने पुराने सवालों को जिंदा कर दिया है

time-read
5 Minuten  |
November 25, 2024
उलझन सुलझे ना
Outlook Hindi

उलझन सुलझे ना

विधानसभा में हार के बाद कांग्रेस के लिए अब नेता प्रतिपक्ष चुनना भी बना भारी चुनौती

time-read
3 Minuten  |
November 25, 2024
आधा देश जद में
Outlook Hindi

आधा देश जद में

पचास सीटों पर विधानसभा और संसदीय उपचुनाव केंद्र की सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी दलों की बेचैनी के कारण आम चुनाव जितने अहम

time-read
7 Minuten  |
November 25, 2024
दोतरफा जंग के कई रूप
Outlook Hindi

दोतरफा जंग के कई रूप

सीधी लड़ाई भले भाजपा और झामुमो के बीच, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवारों और छोटे दलों की भूमिका नतीजों को तय करने में अहम

time-read
10 Minuten  |
November 25, 2024
मराठी महाभारत
Outlook Hindi

मराठी महाभारत

यह चुनाव उद्धव ठाकरे और शरद पवार की अगुआई वाली क्षेत्रीय पार्टियों के लिए अपनी पहचान और राजनैतिक अस्तित्व बचाने की लड़ाई, तो सत्तारूढ़ भाजपा के लिए भी उसकी राजनीति की अग्निपरीक्षा

time-read
10+ Minuten  |
November 25, 2024
पहचान बचाओ
Outlook Hindi

पहचान बचाओ

मराठा अस्मिता से लेकर आदिवासी अस्मिता तक चले अतीत के संघर्ष अब वजूद बचाने के कगार पर आ चुके

time-read
5 Minuten  |
November 25, 2024
आखिर खुल गया मोर्चा
Outlook Hindi

आखिर खुल गया मोर्चा

जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल और निर्वाचित सरकार के बीच बढ़ने लगा तनाव, यूटी दिवस पर शीत युद्ध गरमाया

time-read
5 Minuten  |
November 25, 2024