रूहुल्ला मेहदी का संसद में 26 जून को दिया पहला भाषण कश्मीर में खूब देखा और सुना गया। घाटी और दूसरे इलाकों में चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल का समर्थक हो, सबने उनके भाषण को खूब सराहा। मेहदी लगातार अपने चुनाव प्रचार अभियान में अनुच्छेद 370, राजनीतिक बंदियों की रिहाई और कश्मीरियों की प्रतिष्ठा की बहाली का मुद्दा उठाते रहे थे। यही मुद्दा जब उन्होंने संसद में उठाया और एक मुस्लिम सांसद को आतंकवादी कहे जाने पर सवाल खड़ा किया तो स्पीकर ओम बिड़ला बिदक गए। उन्होंने मेहदी को ऐसी टिप्पणियां करने से पहले सदन के कायदों को समझने के लिए कहा, हालांकि मेहदी बिना डिगे बोलते रहे।
मेहदी ने कहा, "जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से मैं आपको फिर से स्पीकर चुने जाने की बधाई देता हूं। मैं कहना चाहूंगा कि अब आप किसी भी पार्टी भाजपा, कांग्रेस या समाजवादी पार्टी के नहीं रहे, अब से आपकी पार्टी भारत का संविधान है।"
Diese Geschichte stammt aus der August 05, 2024-Ausgabe von Outlook Hindi.
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