काफी देर और बहस के बाद आखिरकार एक संस्थागत निवेशक भारतीय स्टार्टअप के पारिस्थितिकी तंत्र में कॉरपोरेट प्रशासन के मसलों के खिलाफ सामने आया है। बैजूस के सबसे शुरुआती और सबसे बड़े निवेशकों में शुमार प्रोसस ने आधिकारिक बयान में कहा है कि बैजूस की सूचना और प्रशासनिक संरचना इस स्तर की कंपनी के लिहाज से पर्याप्त रूप से विकसित नहीं हुई हैं। प्रोसस ने सबसे पहले वर्ष 2018 में बैजूस में निवेश किया था।
प्रोसस का यह हालिया बयान कॉरपोरेट प्रशासन के मजबूत उपायों के लिए उद्यमियों की असमर्थता में निवेशकों के बीच निराशा को दर्शाता है। प्रोसस ने हाल ही में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का मूल्यांकन भी घटाकर लगभग 49.3 करोड़ डॉलर कर दिया है। प्रोसस ने यह भी कहा कि बैजूस के कार्यकारी नेतृत्व ने उनके निदेशक की सिफारिशों की अनदेखी की है, जिसकी वजह से उन्हें निदेशक मंडल छोड़ने का फैसला करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
Diese Geschichte stammt aus der July 26, 2023-Ausgabe von Business Standard - Hindi.
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