![मोक्षप्राप्ति का साक्षात् साधन मोक्षप्राप्ति का साक्षात् साधन](https://cdn.magzter.com/1400234238/1712852088/articles/PGPcG3Zuy1712909256523/1712909405116.jpg)
ऐसी वस्तु को तो कोई भी परमात्मा के नाम से नहीं कहता। 'अहं- अहं' के स्फुरित आकार का अधिष्ठान जड़ द्रव्य होना किसी प्रकार सम्भव नहीं है। वह स्वयंप्रकाश 'चित्' तत्त्व ही है, जिसे देश-काल-वस्तु के भेदछेद स्पर्श नहीं कर सकते। इस नित्य-प्राप्त तत्त्व की अप्राप्ति केवल अज्ञान से है और अज्ञान से ही नित्य-निवृत्त अनर्थ की प्राप्ति सी हो रही है। इस अज्ञान की निवृत्ति के सिवाय परम आत्मा, परम ज्ञान, परम आनंद की प्राप्ति का दूसरा कोई साक्षात् साधन होना सम्भव नहीं है।
Diese Geschichte stammt aus der April 2024-Ausgabe von Rishi Prasad Hindi.
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![संत श्री आशारामजी गुरुकुलों के विद्यार्थियों ने प्राप्त किये विविध पुरस्कार संत श्री आशारामजी गुरुकुलों के विद्यार्थियों ने प्राप्त किये विविध पुरस्कार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/8k4QxipkG1739883130102/1739883325190.jpg)
संत श्री आशारामजी गुरुकुलों के विद्यार्थियों ने प्राप्त किये विविध पुरस्कार
बापू के बच्चे, नहीं रहते कच्चे
![व्रत, उपवास व जागरण का महापर्व व्रत, उपवास व जागरण का महापर्व](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/-s1epN5Wz1739881551066/1739882018533.jpg)
व्रत, उपवास व जागरण का महापर्व
२६ फरवरी : महाशिवरात्रि पर विशेष
![हमें इस पर विचार करना चाहिए हमें इस पर विचार करना चाहिए](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/t68TY6QUZ1739882515812/1739882691785.jpg)
हमें इस पर विचार करना चाहिए
चार प्रकार के आनंदाभास हमारे जीवन में भर गये हैं। एक तो हम यह समझते हैं कि यह भोगेंगे तब सुखी होंगे। अर्थात् अपने आनंद को उठाकर भोग में रख दिया। यदि भोग चला गया पेरिस तब हम दुःखी रहेंगे। दूसरा, संग्रह का आनंद अर्थात् हम इतना इकट्ठा कर लेंगे अथवा हमारे पास इतना है, इस अभिमान से हम सुखी होंगे। एक में मनुष्य संग्रह का त्याग करके भी भोग का आनंद लेता है और दूसरे में भोग का त्याग करके संग्रह का आनंद लेता है।
![सोशल मीडिया से अधिक जुड़ाव है घातक : प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया सोशल मीडिया से अधिक जुड़ाव है घातक : प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/LqEgw8tHV1739880675931/1739881059251.jpg)
सोशल मीडिया से अधिक जुड़ाव है घातक : प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया
इन प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग उपयोगकर्ताओं को एकतरफा सोचनेवाला तथा निष्क्रिय बना सकता है।
![शरणागत के मनोरथ पूरे करते हैं करुणावान विश्वात्मा संत शरणागत के मनोरथ पूरे करते हैं करुणावान विश्वात्मा संत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/ikiGR4rjp1739881060649/1739881506018.jpg)
शरणागत के मनोरथ पूरे करते हैं करुणावान विश्वात्मा संत
२० मार्च को 'संत एकनाथजी षष्ठी' है। एकनाथजी महाराज के जीवन का एक बहुत रोचक प्रसंग पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :
![युवाओं हेतु आदर्श जीवन का संदेश युवाओं हेतु आदर्श जीवन का संदेश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/ggH2VsPDS1739882733661/1739882864769.jpg)
युवाओं हेतु आदर्श जीवन का संदेश
विद्याध्ययन करते हुए आदर्श, विवेक, सारावलोकनी बुद्धि, दूरदर्शी दृष्टि एवं अपने- आपका तथा संसार का ज्ञान प्राप्त करने से पहले जो युवक अधिकार एवं सम्मान लाभ की सिद्धि के लिए दौड़ पड़ते हैं, वे भी दरिद्र ही रह जाते हैं, कोई महत्त्वपूर्ण आदर्श पदाधिकार नहीं प्राप्त कर पाते।
![पूज्य बापूजी का पावन संदेश आप स्वधर्म में आ जाओ पूज्य बापूजी का पावन संदेश आप स्वधर्म में आ जाओ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/2s6JPSMhz1739879651289/1739880371654.jpg)
पूज्य बापूजी का पावन संदेश आप स्वधर्म में आ जाओ
भगवद्गीता (३.३५) में आता है : स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः ||
![हृदय-ग्रंथि खोलो, अपने स्वभाव को जगाओ हृदय-ग्रंथि खोलो, अपने स्वभाव को जगाओ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/ejeLgnnga1739882037813/1739882461077.jpg)
हृदय-ग्रंथि खोलो, अपने स्वभाव को जगाओ
१३ व १४ मार्च : होलिकोत्सव पर विशेष
![यह जलनेति का चमत्कार है! यह जलनेति का चमत्कार है!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/uIah6DYzb1739882871575/1739883113534.jpg)
यह जलनेति का चमत्कार है!
जैसे टूटे-फूटे पुराने बर्तन निकाल देते हैं वैसे टूटे-फूटे पुराने चश्मे बक्से में भरे हुए थे...
![यह कैसी चाट-पूरी है! यह कैसी चाट-पूरी है!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1997687/KdS6Qwh9U1739880390244/1739880646246.jpg)
यह कैसी चाट-पूरी है!
श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती (ति.अ.) : १ मार्च