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![आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ? आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/2YvuXdPCi1737528937122/1737529240941.jpg)
आत्मानंद छोड़कर महापुरुष क्यों गाँव-गाँव घूमते हैं ?
(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)
![पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/XqHvV9ii21737529389952/1737529479394.jpg)
पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी
साधिका बहन : बापूजी ! मैं बिहार में सेवाकार्यों को खूब बढ़ाना चाहती हूँ।
!['राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा 'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/sLe7ZYZYy1737529246632/1737529388407.jpg)
'राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर' से युवाओं को मिली विलक्षण ऊर्जा व सही दिशा
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि। ६ से ८ दिसम्बर तक संत श्री आशारामजी आश्रम, अहमदाबाद में ‘राष्ट्रीय तेजस्वी युवा शिविर’ हुआ। विभिन्न राज्यों से युवा भाई इस तीन दिवसीय शिविर का लाभ लेने आश्रम में आये थे ।शिविरार्थियों ने पूज्य बापूजी के दुर्लभ विडियो सत्संगों द्वारा जीवन में उत्तरोत्तर सर्वांगीण उन्नति करने की कुंजियाँ पायीं। उन्हें पूज्य बापूजी के कृपापात्र शिष्य, अखंड ब्रह्मचारी श्री वासुदेवानंदजी द्वारा हुए सत्रों में सेवा-साधना संबंधी मार्गदर्शन मिला। शिविर की कुछ मुख्य विशेषताएँ
![देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/7vTYZiP7l1737525572604/1737527501406.jpg)
देश की रीढ़ को टूटने से बचायें, सच्चे प्रेम दिवस की सुवास फैलायें
१४ फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस भाई को युवती भाई कहने के लायक नहीं रह महापर्व है । युवा पीढ़ी को वेलेंटाइन डे की गंदगी से बचाने, उसे सही दिशा देने और सच्चे प्रेम की पहचान कराने के लिए पूज्य बापूजी ने २००६ में इसका शंखनाद किया था । आज यह पर्व विश्व के २०० से ज्यादा देशों में सभी जाति-धर्म, मजहब, पंथ के लोगों द्वारा मनाया जाता है। इसकी महत्ता व आवश्यकता :
![मैं हर समय तैयार रहता हूँ मैं हर समय तैयार रहता हूँ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/kq3hqh4gz1737528358941/1737528477351.jpg)
मैं हर समय तैयार रहता हूँ
23 जनवरी को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती है । इन राष्ट्रनायक की माँ उन्हें बचपन से ही संतों-महापुरुषों के जीवन-प्रसंग व शास्त्रों की बातें सुनाती थीं । यही कारण था कि उनका जीवन सनातन संस्कृति के ऊँचे सिद्धांतों और देशभक्ति, राष्ट्रसेवा के लिए समर्पण, तत्परता, अथक परिश्रम आदि दैवी गुणों से सुसम्पन्न था । उनके जीवन का एक प्रेरणादायी प्रसंग, जिससे ये सद्गुण प्रकट होते हैं :
![भगवान को वश करने का उपाय भगवान को वश करने का उपाय](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/2fhJRIIYd1737527819680/1737528347102.jpg)
भगवान को वश करने का उपाय
(पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से)'रामचरितमानस' के उत्तरकांड में भगवान श्रीरामचन्द्रजी के द्वारा नगरवासियों को बुलाने की बात आती है।
![सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1958302/COQYFno3q1737527509169/1737527817991.jpg)
सरकार बापूजी को जल्द-से-जल्द रिहा करे : संत-समाज
स्वामी योगेश्वरानंद गिरिजी : सनातन धर्म में जब-जब भी कोई संत-महात्मा अपने देश की सीमाओं से बाहर निकलकर कार्य करता है तो सेक्युलरिस्ट लोगों ने तय कर रखा है कि हिन्दुओं के स्वाभिमान पर चोट करनी है।
![ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/zNIrQHBeE1734607330257/1734607566641.jpg)
ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि | हमारी संस्कृति के पावन पर्व दीपावली पर दीप जलाने की परम्परा के पीछे अज्ञान-अंधकार को मिटाकर आत्मप्रकाश जगाने का सूक्ष्म संकेत है। १ से ७ नवम्बर तक अहमदाबाद आश्रम में हुए 'दीपावली अनुष्ठान एवं ध्यान योग शिविर' में उपस्थित हजारों शिविरार्थियों ने हमारे महापुरुषों के अनुसार इस पर्व का लाभ उठाया एवं अपने हृदय में ज्ञान व भक्ति के दीप प्रज्वलित कर आध्यात्मिक दिवाली मनायी।
![पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/KonfR6tmV1734607045530/1734607312799.jpg)
पुत्रप्राप्ति आदि मनोरथ पूर्ण करनेवाला एवं समस्त पापनाशक व्रत
१० जनवरी को पुत्रदा एकादशी है। इसके माहात्म्य के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत में आता है :
![पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/SewX8CcV31734606496206/1734606912752.jpg)
पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान
(पिछले अंक में आपने पंचकोष-साक्षी विवेक के अंतर्गत जाना कि पंचकोषों का साक्षी आत्मा उनसे पृथक् है । उसी क्रम में अब आगे...)
![कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक! कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/UyPUOV0wZ1734606319841/1734606483162.jpg)
कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!
कुत्ते, बिल्ली पालने के शौकीन सावधान हो जायें !...
![हिम्मत करें और ठान लें तो क्या नहीं हो सकता! हिम्मत करें और ठान लें तो क्या नहीं हो सकता!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/eesxuc4oX1734605289206/1734606279886.jpg)
हिम्मत करें और ठान लें तो क्या नहीं हो सकता!
मनुष्य में बहुत सारी शक्तियाँ छुपी हुई हैं। हिम्मत करे तो लाख-दो लाख रुपये की नौकरी मिलना तो क्या, दुकान का, कारखाने का स्वामी बनना तो क्या, त्रिलोकी के स्वामी को भी प्रकट कर सकता है, ध्रुव को देखो, प्रह्लाद को, मीरा को देखो।
![पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/4Jb4I_iGw1734604974650/1734605238259.jpg)
पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश
'अखिल भारतीय वार्षिक ऋषि प्रसाद-ऋषि दर्शन सम्मेलन २०२५' पर विशेष
![मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/DOIqaKtFo1734604587514/1734604953185.jpg)
मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व
१४ जनवरी मकर संक्रांति पर विशेष
![समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/F6DD3KTXH1734604201746/1734604539474.jpg)
समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति
२५ दिसम्बर को मदनमोहन मालवीयजी की जयंती है। मालवीयजी कर्तव्यनिष्ठा के आदर्श थे। वे अपना प्रत्येक कार्य ईश्वर-उपासना समझकर बड़ी ही तत्परता, लगन व निष्ठा से करते थे। मानवीय संवेदना उनमें कूट-कूटकर भरी थी।
![संतों की रक्षा कीजिये, आपका राज्य निष्कंटक हो जायेगा संतों की रक्षा कीजिये, आपका राज्य निष्कंटक हो जायेगा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/WRze3FnfO1734603852688/1734604187338.jpg)
संतों की रक्षा कीजिये, आपका राज्य निष्कंटक हो जायेगा
आप कहते हैं... क्या पुरातत्त्व विभाग के खंडहर और जीर्ण-शीर्ण इमारतें ही राष्ट्र की धरोहर हैं? ... राष्ट्रसेवा करने का सनातनियों ने उन्हें यही फल दिया !
![ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं? ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/ckcN_9mG-1734603724829/1734603847503.jpg)
ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?
एक बड़े नगर में स्वामी शरणानंदजी का सत्संग चल रहा था। जब वे प्रवचन पूरा कर चुके तो मंच पर उपस्थित संत पथिकजी ने पूछा कि ‘“महाराज ! आप जो कुछ कहते हैं वही सत्य है क्या?\"
![आरोग्य, अध्यात्म, पर्यावरण रक्षा व सद्गति का अमृतस्रोत आरोग्य, अध्यात्म, पर्यावरण रक्षा व सद्गति का अमृतस्रोत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/C1HS1FM2d1734602999306/1734603718350.jpg)
आरोग्य, अध्यात्म, पर्यावरण रक्षा व सद्गति का अमृतस्रोत
हर मनुष्य चाहता है : (१) शारीरिक स्वास्थ्य (२) मानसिक स्वास्थ्य (३) बौद्धिक विकास (४) आर्थिक सम्पन्नता (५) आध्यात्मिक उन्नति (६) पारिवारिक सुख-शांति (७) सद्गति, मोक्ष या पारलौकिक ऊँची गति।
![भगवद्रस ऐसा सुखदायी है! भगवद्रस ऐसा सुखदायी है!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1934055/KDNEJyfZq1734602661119/1734602982058.jpg)
भगवद्रस ऐसा सुखदायी है!
रामायण में शिवजी बोलते हैं : उमा राम सुभाउ जेहिं जाना । ताहि भजनु तजि भाव न आना ॥ (रामचरित. सुं.कां.: ३३.२)
![रूहानी सौदागर संत-फकीर रूहानी सौदागर संत-फकीर](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1886385/iiYs0enb81730887076636/1730887380411.jpg)
रूहानी सौदागर संत-फकीर
१५ नवम्बर को गुरु नानकजी की जयंती है। इस अवसर पर पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से हम जानेंगे कि नानकजी जैसे सच्चे सौदागर (ब्रहाज्ञानी महापुरुष) समाज से क्या लेकर समाज को क्या देना चाहते हैं:
![पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1886385/mE1S9JU_D1730886670497/1730887073197.jpg)
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष
![ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1886385/xqTdNsSkg1730886373349/1730886668186.jpg)
ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी
बाबा कृष्ण बन जाते हैं, कृष्ण बाबा बन जाते हैं।
![विलक्षण न्याय विलक्षण न्याय](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1886385/f0sM3WENb1730886148359/1730886371098.jpg)
विलक्षण न्याय
विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा
![पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1886385/GSxjklGnI1730885763132/1730886130509.jpg)
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश
![गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन? गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/cdm7oXKZs1729254867413/1729255079882.jpg)
गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?
९ नवम्बर : गोपाष्टमी पर विशेष
![कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/FktS5laHi1729254586583/1729254833796.jpg)
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥
![अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम! अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/deV_1CeWm1729254265954/1729254575349.jpg)
अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!
(गतांक के 'साध्वी रेखा बहन द्वारा बताये गये पूज्य बापूजी के संस्मरण' का शेष)
![समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/KObEBqM5d1729253704272/1729254217842.jpg)
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष
![धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/GZX6Xmf_W1729253242188/1729253415429.jpg)
धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति
ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि।
![चल दिये तो चल दिये... चल दिये तो चल दिये...](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6486/1864432/X-qIlMa401729252800504/1729253218163.jpg)
चल दिये तो चल दिये...
आत्मा के बाहर मत भटको। बाहर तुम्हारा कोई नहीं था, कोई नहीं है, कोई नहीं रहेगा। अपने केन्द्र में स्थित रहो, अपने आपे में आओ। पराये गाँव में कब तक भटकोगे? 'जरा यह कर लूँ, जरा वह कर लूँ...' आग लगा पेट्रोल डाल के। 'मैं और मेरे' पन को आग लगा दे मन से। ज्ञान पाना है कि बस संसार का टट्टू चलाते रहना है? ऐ जगत ! बस हो गया, तू कितने जन्मों से हमको भटकाता आया है !