Versuchen GOLD - Frei
सैक्सुअल हैरसमेंट से बचाता है सिक्स्थ सैंस
Grihshobha - Hindi
|January Second 2025
सिक्स्थ सैंस से एक महिलाखुद को सैक्सुअल हैरसमेंट से बचा सकती है, जो कठिन तो है लेकिन नामुमकिन नहीं...
22 वर्षीय सीमा को औफिस गए चंद ही दिन गुजरे थे कि उसे औफिस के एक सीनियर कर्मचारी ने पहले तो उस की जौब के प्रोसेस को ले कर काफी हैल्प की, उस के बाद वह उसे बीचबीच में कभी लंच तो कभी चाय पर बुलाने लगा. सीमा पहले तो जौब को ले कर उस के कन्सर्न को सराहती रही लेकिन धीरेधीरे जब उस के बातचीत के तरीके में कुछ अलग अंदाज महसूस करने लगी तो वह काम या कुछ न कुछ बहाना बना कर उस के साथ जाने से इनकार करने लगी. इस से उस कर्मचारी को पता चलने लगा कि यहां उस की दाल गलने वाली नहीं है और वह भी शांत तरीके से धीरेधीरे खिसक लिया.
यहां सीमा को जौब भी छोड़नी नहीं थी और उस इंसान से खुद को अलग भी करना था, जिस का एहसास उसे सिक्स्थ सैंस के द्वारा ही हुआ. हालांकि बाद में उस व्यक्ति ने भी उस कंपनी को खुद ही छोड़ दिया.
यहां समझने वाली बात यह है कि सैक्सुअल हैरसमैंट की शिकार न होने की वजह सीमा की चतुराई है, जिस में उस ने बारीकी से बिना किसी को नाराज किए अपनी जगह कंपनी में बना ली. सैक्सुअल हैरसमैंट या यौन उत्पीड़न का मतलब है किसी व्यक्ति के साथ यौन प्रकृति का अवांछित आचरण करना. यह एक तरह की यौन हिंसा है.
यौन उत्पीड़न कानून के खिलाफ है लेकिन अपशब्द कहना या छेड़छाड़ करने वाले को कानून के दायरे में नहीं लाया जाता, जबकि यह किसी भी व्यक्ति को अपमानित, डराया या परेशान महसूस करा सकता है. यौन उत्पीड़न भी 2 तरह के होते हैं:
• वर्बल यानी जिस में किसी नारी की बौडी, परिधान, शारीरिक संरचना और लुक्स को ले कर बारबार कुछ कहा जाए.
• फिजिकल यानी जिस में किसी स्त्री को टच करना, बालों को सहलाना, हग करना आदि होता है, जिस में वह स्त्री असहजता महसूस करे.
Diese Geschichte stammt aus der January Second 2025-Ausgabe von Grihshobha - Hindi.
Abonnieren Sie Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierter Premium-Geschichten und über 9.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Sie sind bereits Abonnent? Anmelden
WEITERE GESCHICHTEN VON Grihshobha - Hindi
Grihshobha - Hindi
स्मार्ट होम लौक यूज करने के टिप्स
हाल ही में इंदौर के एक कारोबारी की उस के ही पैंट हाउस में मृत्यु हो गई.
2 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
खलनायिका
कंगना यह जान चुकी थी कि पति आदेश और बेटियों को उस की नहीं, उस के पैसों की जरूरत है. और फिर एक दिन...
9 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
सर्दियों में मौइस्चराइजर कुछ जरूरी बातें
ठंड के मौसम में भी त्वचा रहेगी बेदाग और मुलायम...
4 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
क्या है एचडी मेकअप
बेदाग, फोटो रेडी लुक के लिए अपनाएं मेकअप के ये शानदार टिप्स...
3 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
नो वाश डेज ट्रेंड
सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाएं बालों की नमी छीन लेती हैं. ऐसे में रोजाना बाल धोना उन्हें और ज्यादा रूखा, बेजान और फिजी बना सकता है. यही वजह है कि आजकल 'नो वाश डेज ट्रेंड' बहुत पौपुलर हो रहा है यानी बालों को रोज न धोना बल्कि उन्हें स्मार्ट तरीकों से फ्रैश और साफ बनाए रखना.
1 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
डा. सुनीता कृष्णन
\"मानव तस्करी विरोधी विधेयक का मसौदा तैयार करने में सक्रिय भूमिका निभाई\"
3 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
दिनाज वर्वतवाला
“दिनाज अपनी पहल से एक ऐसा इकोसिस्टम बनाया, जहां फिटनैस संयुक्त टिकाऊ और मजेदार”
3 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
जम्मा मल्लारी
\"कला के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी और पहचान के लिए द्वार खोले\"
3 mins
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
गृहशोभा इंस्पायर अवार्ड कैसी थी चयन प्रक्रिया
गृहशोभा इंस्पायर अवार्ड्स का मिशन हमेशा से विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करना, जश्न मनाना और उन्हें सुर्खियों में लाना, उन की आवाज को बुलंद करना, उन की यात्रा को प्रदर्शित करना और हमारे पाठकों को सपने देखने, नेतृत्व करने और नया करने के लिए प्रेरित करना रहा है.
1 min
November Second 2025
Grihshobha - Hindi
क्या है शिल्पा शेट्टी की फिटनेस का राज
50 साल की शिल्पा शेट्टी ने बताया अपनी फिटनेस का राज, खानपान को ले कर दी सही हिदायत...
4 mins
November Second 2025
Listen
Translate
Change font size
