India Today Hindi - August 07, 2024
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En este asunto
Highlights of India Today Hindi 7th August 2024 issue:
Nai Peedhi Ka Budget
WILL THE MODI GOVERNMENT’S INITIATIVES FOR MASSIVE JOB CREATION WORK? Budget 2024 sees the Modi government take the problem head on with Sitharaman announcing the ‘Prime Minister’s Package’ of five major employment-related schemes that had an ambitious Rs 2 lakh crore outlay spread over five years to facilitate jobs and skilling to 41 million youth.
Union Budget 2024-25
Sathiyon Ki Khatir Saugat
They may not have got special category status, but BJP allies get enough of a budget bonanza for the Opposition to scream preferential treatment
Union Budget 2024-25 : Health
Beemari Bani Rahi Jas Ki Tas
The allocation for healthcare not only falls short of expectations, but misses out on
key areas of requirement
Union Budget 2024-25 : Agriculturte
Fasal Pakne Ka Intezar
The Budget focus has been on raising farmer incomes and widening the scope of the rural job market
Exclusive
Best Indian Universities
Winners of The India Today-MDRA best universities survey, 2024
नई पीढी का बजट
बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के लिए मोदी सरकार - का कदम क्या कारगर होगा?
4 mins
साथियों की खातिर सौगात
उनके राज्यों को विशेष श्रेणी का दर्जा भले न मिला हो लेकिन भाजपा के सहयोगी दलों पर बजट में मेहरबानी की तगड़ी बारिश हुई. अब विपक्ष इसे पक्षपातपूर्ण बर्ताव कहकर शोर मचा रहा
5 mins
गाड़ी की रफ्तार बनाए रखने पर जोर
हालांकि इस साल बुनियादी ढांचे को लेकर कोई धमाकेदार घोषणा नहीं की गई, फिर भी रेलवे, राजमार्ग, आवास, उद्योग और शहरी नियोजन सरीखे इसके हर क्षेत्र को पर्याप्त रकम
4 mins
फसल पकने का इंतजार
बजट में इस पर खास ध्यान दिया गया कि किसानों की आय बढ़े और ग्रामीण रोजगार बाजार के दायरे को भी विस्तार मिले
6 mins
बीमारी बनी रही जस की तस
स्वास्थ्य देखभाल और परिवार कल्याण के लिए आवंटन न केवल उम्मीद से कम है, बल्कि जरूरत वाले महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी ध्यान देने से यह बजट चूक गया
5 mins
ठीक निशाने पर
हालांकि कोई बहुत बड़ा बदलाव तो नहीं हुआ लेकिन समुचित आवंटन के साथ बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर, हाइ-टेक उपकरणों की खरीद आदि के लिए पर्याप्त धन मिला
2 mins
निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन
अनुसंधान पर जोर देने और इस क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने से भारत के भविष्य में उनकी अहम भूमिका की झलक मिलती है
2 mins
संतुलन साधने की कठिन कवायद
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने अनेक चुनौतियां थीं. नौकरी का इंतजाम, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जान फूंकना, और राजकोषीय संतुलन का कड़ाई से पालन करते हुए पूंजीगत खर्च में भारी इजाफे को जारी रखना. इन मोर्चों पर वे कितनी खरी उतर पाईं? अपने बोर्ड ऑफ इंडिया टुडे एक्सपर्ट्स (बाइट) सर्वे के तहत हमने छह आला अर्थशास्त्रियों से पूछा कि केंद्रीय बजट 2024-25 पर उनकी राय क्या है? बजट में किन मुख्य क्षेत्रों पर जोर है? और किन बड़े उपायों से वित्त मंत्री चूक गई?
6 mins
आर-पार की ऊंची छलांग
धीरे-धीरे बदलाव की बजाय शिक्षा क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाने के लिए भारत को आखिर क्या करना होगा
5 mins
"रोजगार योग्य बनने के लिए छात्रों के पास अब अतिरिक्त कोर्स के विकल्प हैं"
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआइ) में सुधारों का सिलसिला शुरू किया. ये छात्र-केंद्रित सुधार पाठ्यक्रम के नए ढांचे, बहु-विषयक नजरिए, आधुनिक शिक्षाशास्त्र और पारदर्शी नियम-कायदों पर बल देते हैं.
8 mins
समावेशी उत्कृष्टता की मिसाल
जेएनयू के छात्रों को बखूबी पता है कि उन्हें आला बौद्धिकों की संगत में सीखनेसमझने को मिलेगा. इस साल वहां ई-लर्निंग सेगमेंट में भी हो रहा है विस्तार
4 mins
प्रतिभाओं के निखरने का पूरा माहौल
हरे-भरे वातावरण वाले सिम्बायोसिस में अत्याधुनिक शैक्षणिक विकल्पों की भरमार. इसके साथ ही यहां पारदर्शी संस्कृति और सर्वांगीण ज्ञान पर जोर
4 mins
समझदारी से कैसे चुनें विश्वविद्यालय
पहले माता-पिता से एक बात अपने को शांत रखें. इस मामले में न पड़ें. छात्र को अगुआई करने दें. प्री-स्कूल और स्कूल के 15 साल के दौरान आपने कमान संभाली. उनकी जड़ें रोपीं. वह पूरी जिंदगी उनकी बुनियाद रहेगी. अब उनके उड़ान भरने का समय है. कॉलेज जाना अहम दस्तूर है. उन्हें यह अपने दम पर करने की स्वायत्तता दें.
3 mins
हेल्थकेयर का दायरा फैलाने का बड़ा दायित्व
अपनी अग्रणी चिकित्सा पद्धतियों, अत्याधुनिक तकनीक और असाधारण मेडिकल शिक्षा के लिए मशहूर एम्स डॉक्टर बनने की इच्छुक प्रतिभाओं का सबसे पसंदीदा ठिकाना बना हुआ
4 mins
तकनीकी बदलाव के दौर में चिकित्सा
तकनीकी प्रगति, जनसांख्यिकी में बदलाव, डिजिटल दुनिया में सूचनाओं की सहज उपलब्धता और बेहतर देखभाल की जरूरत के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र तेजी से बदल रहा है. वैसे तो, मरीजों की देखभाल का मुख्य आधार डॉक्टर होते हैं लेकिन अब यह माना जाने लगा है कि भविष्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बनाने के लिए सिर्फ डॉक्टरों पर ही निर्भर नहीं रहा जा सकता.
4 mins
नवाचार का उत्सव
अपना दायरा बढ़ाकर और अंतरराष्ट्रीय साझेदारियां कायम करके आइआइटी दिल्ली शोधकर्ताओं और नवाचारियों की नई पीढ़ी को बढ़ावा दे रहा
1 min
वकालत का पैमाना ऊंचा उठाने की जिद
शीर्ष लॉ यूनिवर्सिटी के रुप में एनएलएसआइयू छात्रों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम का विस्तार कर रहा. उसका फोकस कानून के उभरते क्षेत्रों पर भी
3 mins
बनाने होंगे भविष्य के राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
इसे खेद की बात ही कहा जाएगा कि भारत में उच्च शिक्षा के नीति निर्माताओं के लिए कानून की शिक्षा कभी सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं रही.
5 mins
India Today Hindi Magazine Description:
Editor: India Today Group
Categoría: News
Idioma: Hindi
Frecuencia: Weekly
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