Jyotish Sagar - January 2023
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En este asunto
Jyotish Sagar’s January, 2023 issue has been published now. This is a special issue on “The zodiac change of Saturn”. List of some published articles is given here :
* gotoAstro Jyotish Sagar's 'New Venture'gotoastro.com* News stars: World Cup winner Lionel Messi
* How will be the transit of Saturn in Aquarius for you?
* Saturn's transit according to zodiac sign
* Who are in the loop of Shani?
* transit of Saturn
* How will Saturn of Aquarius be for Aries?
* How will be the business of Aries people?
* How will Saturn of Aquarius be for Taurus?
* How will be the business of Taurus people?
* How will Saturn of Aquarius be for Gemini?
* How will be the business of Gemini people?
* How will Saturn of Aquarius be for Cancer?
* How will be the business of Cancerians?
* How will Saturn of Aquarius be for Leo?
* How will be the business of Leo zodiac people?
* How will Saturn of Aquarius be for Virgo?
* How will be the business of Virgo zodiacs?
* How will Saturn of Aquarius be for Libra?
* How will be the business of the people of Libra zodiac?
* How will Saturn of Aquarius be for Scorpio?
* How will be the business of people with Scorpio zodiac sign?
* How will Saturn of Aquarius be for Sagittarius?
* How will be the business of Sagittarius people?
* How will Saturn of Aquarius be for Capricorn?
* How will be the business of Capricorn people?
* How will Saturn of Aquarius be for Aquarius?
* How will be the business of Aquarius people?
* How will Saturn of Aquarius be for Pisces?
* How will be the business of Pisces people?
* Saturn Sadesati Causes and Prevention
* Wonderful successful yoga made from the central Saturn
* Tell the zodiac how to say 'sorry'
* Win by luck, lose by luck
विश्वकप विजेता लियोनेल मेसी
18 दिसम्बर, 2022 दोहा के स्टेडियम में लगभग 89 हजार दर्शकों के साथ करोड़ों टीवी दर्शकों की साँसें फीफा वर्ल्डकप मैच की गति के साथ-साथ ऊपरनीचे हो रही थीं।
3 mins
केन्द्रगत शनि से बना अद्भुत यशस्वी योग
हम बात कर रहे हैं शनि की ऐसी स्थिति की, जिसमें शनि विशेष प्रसिद्धि और राजयोग के साथ निरन्तर प्रगति पथ की ओर भी ले जा रहा है और वह स्थिति है, जब शनि केन्द्र (विशेषकर चतुर्थ एवं सप्तम भाव) में वृषभ राशि में स्थित हो। शनि वृषभ राशि में अकेला स्थित हो
2 mins
पेट सम्बन्धी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है भुजंगासन
भुजंग एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है 'सर्प'। इस आसन में हमारे शरीर की आकृति फन उठाये सर्प की तरह होती है, अतः इस आसन को 'भुजंगासन' कहते हैं।
1 min
ज्योतिष में ग्रहों के बल का मापक षड्बल
जो ग्रह अधिक बलवान् होंगे, वह कुण्डली में जातक को अधिक फल देगा और जो बलहीन होगा। वह फल देने में कमजोर होगा अर्थात फल नहीं देगा।
10+ mins
माँ सरस्वती का प्राकट्य दिवस है बसन्त पंचमी
माँ! तुम ज्ञान देने वाली हो, जब चारों ओर संशय है, तो फिर हम कहाँ जाएँ? तुम्हारी छवि का ध्यान ही हमारी अज्ञानता को दूर कर देता है। शारदे ! हम एक दीप जलाते हैं और बस, इतना जानते हैं कि कहीं कोई लयबद्ध सितार बज रहा हो, तो वह भी आपकी ही उपासना है।
2 mins
देवी सरस्वती के साम्य स्वरूप मिनर्वा और म्युजेज
भारतीय धर्म परिवेश में विद्या की देवी सरस्वती के समान ही मिनर्वा (रोमन देवी) और म्युजेज (ग्रीक) विद्या एवं कला की देवी के रूप में पावन एवं पूज्य स्थान रखती हैं।
2 mins
मन्त्र जप जीवन को व्यस्थित करता है
हम सबके जीवन में मन्त्र का प्रबल प्रभाव होता है। अपनी उन्नति इस बात पर निर्भर करती है कि हमने किन मन्त्रों का जप किया है? मन्त्र जप अपनी कुण्डली के अनुसार करें, जिससे आपको पूर्णतः लाभ मिल सके।
3 mins
ओज और प्रगति का पर्व मकर संक्रान्ति
भारत पर्वों और त्योहारों का देश है। यहाँ वर्षभर का कोई भी ऐसा माह नहीं होता, जिसमें कोई न कोई त्योहार नहीं पड़ता हो। इसलिए यहाँ यह उक्ति प्रसिद्ध है : 'सदा दीपावाली सालभर, सातों वार त्योहार ।' इन्हीं त्योहारों में से एक त्योहार है 'मकर संक्रान्ति', जिसकी अपनी विशेषता है।
5 mins
मकर संक्रान्ति एवं सूर्योपासना
अपार ऊर्जा का सृजन होता है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार सूर्य ब्रह्मस्वरूप हैं। नवग्रहों में प्रमुख ग्रह हैं। सूर्य का वर्ण लाल है। सूर्य के रथ में एक ही चक्र है, जो 'संवत्सर' कहलाता है। इस रथ में 12 आरे हैं, जो बारह मास के प्रतीक हैं। चक्र, शक्ति, पाश और अंकुश इनके मुख्य शस्त्र हैं।
4 mins
भारतीय मूर्तिशिल्प में भगवान् सूर्य
मानव समाज में था। सूर्य के साक्षात् देव होने पर ही उनके मन्दिर देश के विभिन्न स्थानों पर निर्मित प्राप्त होते हैं। सूर्य नारायण प्रत्यक्ष भगवान् हैं और हमें उनके प्रत्यक्ष दर्शन प्राप्त होता है।
3 mins
मकर संक्रान्ति का आध्यात्मिक रहस्य
मनुष्य के संस्कारों में आसुरियता की मिलावट हो चुकी है, अर्थात् उसके संस्कार खिचड़ी हो चुके हैं, जिन्हें परिवर्तन करके अब दिव्य संस्कार धारण करने हैं। इसका अर्थ यह है कि प्रत्येक मनुष्य को ईर्ष्या-द्वेष आदि संस्कारों को छोड़कर संस्कारों का मिलन इस प्रकार करना है, जिस प्रकार खिचड़ी मिलकर एक हो जाती है।
3 mins
कुम्भ लग्न के अष्टम भाव में स्थित चन्द्रमा के फल
कैसे करें सटीक फलादेश (भाग-186)
8 mins
भारत के युगदृष्टा स्वामी विवेकानन्द
प्रेरक प्रसंग - एक बार एक ईसाई पादरी ने गीता को सबसे नीचे रखकर उस पर बाइबिल, कुरान आदि धर्मग्रन्थों को रखकर स्वामी विवेकानन्द से कहा, “देखो स्वामी, तुम्हारा ग्रन्थ तो सबसे नीचे है। बाइबिल आदि अन्य धर्मों की पुस्तकें सबसे ऊपर हैं।\" हैं इस पर स्वामी विवेकानन्द ने उत्तर दिया, \"आपने ठीक कहा है, गीता ही सब धर्मग्रन्थों का मूल अर्थात् आधार है। हिन्दू धर्म के सिद्धान्त ही सब धर्मों का सार है।\" पादरी विवेकानन्द का तर्कसंगत उत्तर सुनकर चुप हो गया।
4 mins
नवरात्र रहस्य
शाक्त-दर्शन के अनुसार आदिशक्ति पराम्बा की उपासना इसलिए की जाती है, कि वे परब्रह्म से सर्वथा अभिन्न हैं।
4 mins
महापर्व नवरात्र उपासना विधि
भगवान् राम को देवर्षि नारद जी ने रावण का वध करने और सीता को पुनः प्राप्त करने के लिए नवरात्र व्रत का उपदेश किया था। भगवान् राम तथा लक्ष्मण ने किष्किन्धा पर्वत पर आश्विन (शारदीय) नवरात्र में उपवासपूर्वक विधि-विधानपूर्वक पूजन किया।
6 mins
भाग्य से जीत, भाग्य से हार
भाग्य से जीत और भाग्य से हार | यानि भाग्य के चाहने से ही व्यक्ति को उसके कर्मों का सुफल मिलता है न कि प्रयासों और पुरुषार्थ करने से
2 mins
सम्पाति ने की वानरों की सहायता
गंगातट पर चल रही रामकथा के 23वें दिन किष्किंधाकाण्ड के प्रसंगों का श्रोतागण आनन्द ले रहे हैं। स्वामी जी कथा को रोचक बनाते हुए श्रोतागणों को भक्तिरस का पान करवा रहे हैं। स्वयंप्रभा से विदा लेकर वानरगण हनूमान जी, अंगद, जाम्बवन्त आदि के साथ समुद्र तट पर खड़े हुए हैं। अब कथा में आगे .......
3 mins
ऋषि-मुनियों की तपोस्थली है ऋषिकेश
भारतीय संस्कृति की गौरवगाथा कहती पतित पावनी गंगा हिमालय की गोद से उतरकर, जिस स्थान से मैदानों की ओर बढ़ती है, उसी का नाम ‘ऋषिकेश' है। ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही इस पवित्र आध्यात्मिक तीर्थनगरी में चित्त को अपूर्व शान्ति मिलती है। नाम के अनुरूप ऋषिकेश आज भी हमारी गौरवशाली धार्मिक परम्पराओं और सांस्कृतिक पहचान को सहेजकर रखे हुए है।
2 mins
Jyotish Sagar Magazine Description:
Editor: Jyotish Sagar Private Limited
Categoría: Religious & Spiritual
Idioma: Hindi
Frecuencia: Monthly
Jyotish Sagar is the most popular astrological monthly magazine in Hindi language. It is being published from March, 1997. This magazine covers most of branches of astrology like as : Classical Hindu Astrology, Modern Astrology, Krishnamurthi or KP Astrology, Jaimini Astrology, Career Astrology, Marriage Astrology, Medical Astrology, Remedial Astrology, Lal Kitab, Tajik or Annual Horoscopy, Palmistry, Numerology, Body Reading and Samudrik Shastra, Mundane Astrology, Electional or Muhurta Astrology, Vedic Astrology, Astrological Mathematics and Siddhant Jyotish or Hindu Astronomy etc. Detailed Panchanga (calendar), Monthly Ephemeris and Various type of Muhurta are also published in every issue. Monthly Horoscope (Rashiphal) and Tansitary Forecast are also attractive feature of Jyotish Sagar. Many permanent collums like as festival planner of the month, Ramcharitmans, Upanishad, Gita, Ravan Samhita, Puran Purush, Kabir Vaani, Chanakyodesh etc are other attractions of this magazine. Some articles are also published on Vastu, Tantra, Mantra and Yantra. Every year two Special issues on Deepavali are also published. More than four special issues are published per year.
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