Jyotish Sagar - September 2024Add to Favorites

Jyotish Sagar - September 2024Add to Favorites

Obtén acceso ilimitado con Magzter ORO

Lea Jyotish Sagar junto con 9,000 y otras revistas y periódicos con solo una suscripción   Ver catálogo

1 mes $9.99

1 año$99.99 $49.99

$4/mes

Guardar 50%
Hurry, Offer Ends in 12 Days
(OR)

Suscríbete solo a Jyotish Sagar

1 año $4.49

Guardar 62%

comprar esta edición $0.99

Regalar Jyotish Sagar

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Suscripción Digital
Acceso instantáneo

Verified Secure Payment

Seguro verificado
Pago

En este asunto

Jyotish Sagar’s September, 2024 issue has been published now. This issue is based on Ganesh Chaturthi.

अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव-2024 डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस कितनी सम्भावना है जीतने की?

योग एवं दशाओं की दृष्टि से देखें, तो कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की अच्छी उम्मीदवार साबित होंगी और वे न केवल ट्रम्प को कड़ी चुनौती दे पाएँगी, वरन् उनके जीतने की भी सम्भावना है।

अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव-2024 डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस कितनी सम्भावना है जीतने की?

2 mins

क्यों चर्चा में है केदारनाथ धाम?

दिल्ली में केदारनाथ धाम!

क्यों चर्चा में है केदारनाथ धाम?

2 mins

गाणपत्य सम्प्रदाय एक विहंगम दृष्टि!

हिन्दू धर्म परम्परा में पंच प्रधान देवों की उपासना हिन्दूधर्माधारित मुख्यत: पाँच सम्प्रदाय हुए हैं; ये हैं : शैव, शाक्त, वैष्णव, गाणपत्य एवं सौर। ये सम्प्रदाय दीर्घकाल तक और विस्तृत क्षेत्र में प्रचलित होने के कारण प्रधानता रखते हैं। प्रत्येक सम्प्रदाय अपने आराध्य को परब्रह्म के रूप में उपासित करता हुआ अभिव्यक्त करता है और उसी से ही सृष्टि एवं अन्य देवी-देवताओं की उत्पत्ति मानता है।

गाणपत्य सम्प्रदाय एक विहंगम दृष्टि!

8 mins

विघ्नविनाशक श्रीगणेश

अपनी तपस्या भंग होते देखकर वे कुपित हो गए और तुलसी को शाप दिया कि उसका विवाह किसी असुर से होगा। साथ ही, मेरी पूजा में तुम्हें कभी भी सम्मिलित नहीं किया जाएगा।

विघ्नविनाशक श्रीगणेश

4 mins

अपनों के दिए जख्मों का बोझ

ये इल्जाम उसकी पत्नी उस पर लगा रही थी । इस तरह पहली पत्नी से विनोद का तलाक हो गया और फिर एक वर्ष बाद उसने दूसरी शादी की और उस शादी को भी 20 माह खींचने की कोशिश की।

अपनों के दिए जख्मों का बोझ

4 mins

जन्मपत्रिका में चन्द्रमा और मनुष्य का भावनात्मक जुड़ाव

जिस प्रकार लग्न हमारा शरीर अर्थात् बाहरी व्यक्तित्व है, उसी प्रकार चन्द्रमा हमारा सूक्ष्म व्यक्तित्व है, जो किसी को भी दिखाई नहीं देता, लेकिन महसूस अवश्य होता है।

जन्मपत्रिका में चन्द्रमा और मनुष्य का भावनात्मक जुड़ाव

8 mins

राजस्थान के लोकदेवता और समाज सुधारक बाबा रामदेव

राजस्थान के देवी-देवताओं में बाबा रामदेव का नाम काफी विख्यात है। इनके अनुयायी राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और सिन्ध (पाकिस्तान) आदि में बड़ी संख्या में हैं।

राजस्थान के लोकदेवता और समाज सुधारक बाबा रामदेव

2 mins

प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक 'श्रीराधा'

कृष्ण चरित के प्रतिनिधि शास्त्र भागवत और महाभारत में राधा का उल्लेख नहीं होने के बावजूद वे लोकमानस में प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक के रूप में बसी हुई हैं। सन्त महात्माओं ने उन्हें कृष्णचरित का अभिन्न अंग माना है। उनकी मान्यता है कि प्रेम और भक्ति की जैसे कोई सीमा नहीं है, उसी तरह राधा का चरित, उनकी लीला और स्वरूप भी प्रेमाभक्ति का चरमोत्कर्ष है।

प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक 'श्रीराधा'

3 mins

श्रीगणेश नाम रहस्य

हिन्दुओं के पंच परमेश्वर में भगवान् गणेश का स्थान प्रथम माना जाता है। शंकराचार्य जी ने के भी पंचायतन पूजा में गणेश पूजन विधान का उल्लेख किया है। गणेश से तात्पर्य गण + ईश अर्थात् गणों का ईश से है। भगवान् गणेश को कई अन्य नामों से भी पूजा जाता है जैसे विघ्न विनाशक, विनायक, लम्बोदर, सिद्धि विनायक आदि।

श्रीगणेश नाम रहस्य

2 mins

व्यावसायिक वास्तु के अनुसार शोरूम और दूकानें कैसी होनी चाहिए?

ऑफिस के एकदम कॉर्नर का दरवाजा हमेशा बिजनेस में नुकसान देता है। ऐसे ऑफिस में जो वर्कर काम करते हैं, तो उनको स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियाँ आती हैं।

व्यावसायिक वास्तु के अनुसार शोरूम और दूकानें कैसी होनी चाहिए?

5 mins

वागड़ की स्थापत्य कला में नृत्य-गणपति

प्राचीन काल से ही भारतीय शिक्षा कर्म का क्षेत्र बहुत विस्तृत रहा है। भारतीय शिक्षा में कला की शिक्षा का अपना ही महत्त्व शुक्राचार्य के अनुसार ही कलाओं के भिन्न-भिन्न नाम ही नहीं, अपितु केवल लक्षण ही कहे जा सकते हैं, क्योंकि क्रिया के पार्थक्य से ही कलाओं में भेद होता है। जैसे नृत्य कला को हाव-भाव आदि के साथ ‘गति नृत्य' भी कहा जाता है। नृत्य कला में करण, अंगहार, विभाव, भाव एवं रसों की अभिव्यक्ति की जाती है।

वागड़ की स्थापत्य कला में नृत्य-गणपति

2 mins

सेतुबन्ध और श्रीरामेश्वर धाम की स्थापना

जो मनुष्य मेरे द्वारा स्थापित किए हुए इन रामेश्वर जी के दर्शन करेंगे, वे शरीर छोड़कर मेरे लोक को जाएँगे और जो गंगाजल लाकर इन पर चढ़ाएगा, वह मनुष्य तायुज्य मुक्ति पाएगा अर्थात् मेरे साथ एक हो जाएगा।

सेतुबन्ध और श्रीरामेश्वर धाम की स्थापना

5 mins

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर अमृत गीत तुम रचो कलानिधि

राष्ट्रकवि स्व. रामधारी सिंह दिनकर को आमतौर पर एक प्रखर राष्ट्रवादी और ओजस्वी कवि के रूप में माना जाता है, लेकिन वस्तुतः दिनकर का व्यक्तित्व बहुआयामी था। कवि के अतिरिक्त वह एक यशस्वी गद्यकार, निर्लिप्त समीक्षक, मौलिक चिन्तक, श्रेष्ठ दार्शनिक, सौम्य विचारक और सबसे बढ़कर बहुत ही संवेदनशील इन्सान भी थे।

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर अमृत गीत तुम रचो कलानिधि

4 mins

सत्साहित्य के पुरोधा हनुमान प्रसाद पोद्दार

प्रसिद्ध धार्मिक सचित्र पत्रिका ‘कल्याण’ एवं ‘गीताप्रेस, गोरखपुर के सत्साहित्य से शायद ही कोई हिन्दू अपरिचित होगा। इस सत्साहित्य के प्रचारप्रसार के मुख्य कर्ता-धर्ता थे श्री हनुमान प्रसाद जी पोद्दार, जिन्हें 'भाई जी' के नाम से भी सम्बोधित किया जाता रहा है।

सत्साहित्य के पुरोधा हनुमान प्रसाद पोद्दार

5 mins

Leer todas las historias de Jyotish Sagar

Jyotish Sagar Magazine Description:

EditorJyotish Sagar Private Limited

CategoríaReligious & Spiritual

IdiomaHindi

FrecuenciaMonthly

Jyotish Sagar is the most popular astrological monthly magazine in Hindi language. It is being published from March, 1997. This magazine covers most of branches of astrology like as : Classical Hindu Astrology, Modern Astrology, Krishnamurthi or KP Astrology, Jaimini Astrology, Career Astrology, Marriage Astrology, Medical Astrology, Remedial Astrology, Lal Kitab, Tajik or Annual Horoscopy, Palmistry, Numerology, Body Reading and Samudrik Shastra, Mundane Astrology, Electional or Muhurta Astrology, Vedic Astrology, Astrological Mathematics and Siddhant Jyotish or Hindu Astronomy etc. Detailed Panchanga (calendar), Monthly Ephemeris and Various type of Muhurta are also published in every issue. Monthly Horoscope (Rashiphal) and Tansitary Forecast are also attractive feature of Jyotish Sagar. Many permanent collums like as festival planner of the month, Ramcharitmans, Upanishad, Gita, Ravan Samhita, Puran Purush, Kabir Vaani, Chanakyodesh etc are other attractions of this magazine. Some articles are also published on Vastu, Tantra, Mantra and Yantra. Every year two Special issues on Deepavali are also published. More than four special issues are published per year.

  • cancel anytimeCancela en cualquier momento [ Mis compromisos ]
  • digital onlySolo digital