Open Eye News - February 2023Add to Favorites

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February 2023

खदानों से आदिवासियों को हो रही है परेशानी

ईसीएल का दावा है कि उसने तालझारी मौजा में 125 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया है।

खदानों से आदिवासियों को हो रही है परेशानी

4 mins

भोपाल में बिक रहे पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की जांच में सिर्फ खानापूर्ति

20 लीटर के जार पर नियम का है अभाव

भोपाल में बिक रहे पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की जांच में सिर्फ खानापूर्ति

3 mins

तो दक्षिणपंथियों को इसलिये है कांग्रेस से नफरत

स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करते हुये जिस कांग्रेस पार्टी ने भारतवर्ष को अंग्रेज़ों की गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराया था, जिस कांग्रेस पार्टी को दुनिया गांधीवादी दर्शन एवं विचारों पर चलने वाली पार्टी के रूप में जानती है, उसी ऐतिहासिक कांग्रेस पार्टी को देश से समाप्त किये जाने का गोया एक अभियान दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों द्वारा दशकों से चलाया जा रहा है।

तो दक्षिणपंथियों को इसलिये है कांग्रेस से नफरत

4 mins

शुद्ध पानी का हक दिलाने की सरकारी मुहिम

दरअसल भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत तेलंगाना, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पुदुचेरी और हरियाणा के भी 100 प्रतिशत ग्रामीण घरों को नल के जरिये साफ पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है, सरकार की यह पहल अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है।

शुद्ध पानी का हक दिलाने की सरकारी मुहिम

4 mins

कानपुर की घटना कानून की ताकत का दुरुपयोग है

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले की मड़ौली गांव में घाटी त्रासदी की दुःस्वप्न में भी कल्पना नहीं की जा सकती।

कानपुर की घटना कानून की ताकत का दुरुपयोग है

4 mins

मुफ्त की बजाय गरीबों का आर्थिक स्वावलम्बन जरूरी

आजादी के अमृत काल में सशक्त भारत एवं विकसित भारत को निर्मित करते हुए गरीबमुक्त भारत के संकल्प को भी आकार देना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी सरकार ने वर्ष 2047 के आजादी के शताब्दी समारोह के लिये जो योजनाएं एवं लक्ष्य तय किये हैं, उनमें गरीबी उन्मूलन के लिये भी व्यापक योजनाएं बनायी गयी है।

मुफ्त की बजाय गरीबों का आर्थिक स्वावलम्बन जरूरी

4 mins

लीथियम खोजने की कवायदें जारी

खदान मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने देश में लीथियम और सोने के भंडार खोज निकाले हैं और ऐसे लगभग 51 खनिज ब्लॉक राज्य सरकारों को सौंप दिए गए हैं।

लीथियम खोजने की कवायदें जारी

4 mins

जनाधार सहेजने में जुटीं राजनीतिक पार्टियां

कहावत है कि इतिहास खुद को दोहराता है... उत्तर प्रदेश की विपक्षी राजनीति जिस तरह के कदम उठा रही है, उससे तो यह कहावत सही ही होती नजर आ रही है।

जनाधार सहेजने में जुटीं राजनीतिक पार्टियां

5 mins

विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 4 हजार 144 करोड़ रूपए का तृतीय अनुपूरक बजट पारित

मुख्य बजट का आकार बढ़कर हुआ 0। लाख 5 हजार ३85 करोड़ रूपए

विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 4 हजार 144 करोड़ रूपए का तृतीय अनुपूरक बजट पारित

3 mins

मुख्यमंत्री बघेल के साथ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचे सांसद राहुल गांधी

मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचे

मुख्यमंत्री बघेल के साथ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचे सांसद राहुल गांधी

1 min

वित्तीय पोषण में क्यों हाशिए पर रहते हैं पर्यावरणीय नियम?

हर साल हमारे वित्तीय संस्थान जैसे सार्वजनिक बैंक, आवास फाइनेंस कंपनियां बड़े-बड़े आवासीय / व्यवसायिक प्रोजेक्टों को करोड़ों का ऋण देती हैं और ऋण देने के पूर्व तमाम वैधानिक अनुमतियों के दस्तावेज बिल्डरों से आवश्यक रूप से लेती हैं। मगर इनमें पर्यावरणीय संबंधी नियम हाशिए पर रख दिए जाते हैं, जबकि भारतीय रिज़र्व बैंक का मास्टर सर्कुलर जुलाई 2015 और फरवरी 2022 कहता है कि आवासीय प्रोजेक्ट को ऋण देने के पूर्व सभी बैंक को शासकीय, स्थानीय प्रशासन और अन्य वैधानिक अभिकरणों से अनुमतियां प्राप्त होने पर ऋण प्रपोजल को अनुमोदित करना चाहिए। क्या वैधानिक अनुमतियों में पर्यावरणीय नियमों की अनुमतियां नही आती हैं? यदि है तो हमारे बैंकों ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के कानून को कैसे दरकिनार कर रखा है ?

वित्तीय पोषण में क्यों हाशिए पर रहते हैं पर्यावरणीय नियम?

3 mins

क्या यह बजट सिर्फ 1 प्रतिशत मध्यमवर्ग लोगों के लिए है?

वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण संसद में पांचवी बार बजट पेश करते हुए जब वह आयकर की छूट के बाबत घोषणा कर रही थी, तब उन्होंने यह कहा कि मध्यमवर्ग (मीडियम क्लास) के लिए वह विशेष छूट लेकर आई हैं।

क्या यह बजट सिर्फ 1 प्रतिशत मध्यमवर्ग लोगों के लिए है?

3 mins

संसद में विपक्षी एकता है अत्यंत जरूरी

संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ था। दोनों जगह विपक्ष अपनी मांगें मनवाने के लिए लगातार शोर करता रहा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई बहस के दौरान प्रधानमंत्री एक घंटे से अधिक समय तक बोलते रहे थे।

संसद में विपक्षी एकता है अत्यंत जरूरी

4 mins

विश्वगुरु भारत में गुरुओं की स्थिति

गुरु, शिक्षक अथवा अध्यापक का नाम सामने आते ही प्रत्येक विद्यार्थी का शीश उनके आदर में सम्मान से झुक जाता है।

विश्वगुरु भारत में गुरुओं की स्थिति

4 mins

वास्तविक नामों के लिये चलाया जाये अभियान

ऐतिहासिक अजातशत्रु नगर का नाम बर्बर बेगू ने अपने नाम पर रख लिया और आज भी वह बेगूसराय कहलाता है।

वास्तविक नामों के लिये चलाया जाये अभियान

4 mins

शादी - विवाह पर दिखावे का असर

पिछले दिनों अपने एक परिचित से बातें हो रही थीं। गांव में रहते हैं। वह अपनी बहन की लड़की की शादी के बारे में बताने लगे।

शादी - विवाह पर दिखावे का असर

4 mins

रूस- यूक्रेन जंग आज भी है बड़ा मुद्दा

देखा जाये तो इस युद्ध में अब तक जानमाल का सर्वाधिक नुकसान भले यूक्रेन को हुआ हो लेकिन प्रतिष्ठा का नुकसान सर्वाधिक रूस को हुआ है।

रूस- यूक्रेन जंग आज भी है बड़ा मुद्दा

4 mins

भारतीय समाज के पथ प्रदर्शक कर्मयोगी संत रविदास

संत रविदास जयंती पर विशेष

भारतीय समाज के पथ प्रदर्शक कर्मयोगी संत रविदास

7 mins

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Open Eye News Magazine Description:

EditorOpen Eye Media Publications

CategoríaNews

IdiomaHindi

FrecuenciaMonthly

Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.

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