गैबी जिराफ दूसरे जंगल में रहने जा रहा था. वह अपना सामान दोस्तों और पड़ोसियों को दे रहा था. उस ने अपनी साइकिल मौली बंदर को दे दी.
यह अच्छी साइकिल थी, जिस में एक टोकरी, एक घंटी और एक यात्री के पीछे बैठने के लिए सीट थी.
मौली साइकिल पा कर खुश थी, लेकिन जब उस ने उस पर सवार होने की कोशिश की तो उस के पैर जमीन पर नहीं पहुंचे. यह उस के लिए बहुत ऊंची थी.
गैबी हंसी और उस ने उसे सिखाया कि कैसे सीट की ऊंचाई को एडजस्ट और सवारी की जाती है. इस तरह," उस ने विस्तार से समझाया.
मौली हर जगह साइकिल पर सवार हो कर जाती. उस ने खुशीखुशी अपनी मम्मी के छोटेछोटे काम किए जैसे दुकान पर जाना, ब्रेड और दूध लाना आदि.
दादीमां ने उसे अपनी चाय पार्टी के लिए जैम और बिसकुट लाने को कहा.
मौली को लगा कि वह बहुत खास बन गई है. उस ने कहा, "जरूर," और वह साइकिल पर सवार हो गई.
"क्या मुझे साइकिल सवारी करने को मिल सकती है?" कोको बिल्ली ने पूछा.
मौली ने खुशी से उसे अपनी टोकरी में बैठने दिया.
"क्या मैं भी सवारी कर सकती हूं? शीना भेड़ ने पूछा.
मौली ने उसे भी पिछली सीट पर बिठाया.
कोको ने ऐली हाथी को देख कर घंटी बजाई.
"ओह, क्या मुझे भी सवारी करने को मिल सकती है?" ऐली हाथी ने पूछा.
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रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"
मानस और बिल्ली का बच्चा
अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.
पहाड़ी पर भूत
चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.
जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.