लक्ष्मी के स्वागत का समय करीब है। तैयारियां भी जोरों पर हैं। इस तैयारी में सबसे पहले नाम आता है, घर की सफाई का। घर की सफाई और पुराने सामानों की छंटाई को हमारे रीति-रिवाजों में भी यूं ही मान्यता नहीं मिली है। त्योहार सिर्फ मिलने-जुलने का मौका नहीं होता, बल्कि इसके पीछे और भी कई कारण होते हैं। इस बाबत ज्योतिषाचार्य पंडित राहुल द्विवेदी बताते हैं कि कूड़ाकबाड़ राहू का कारक होता है। इसे घर में रखने से राहू प्रबल हो जाता है और सुखसमृद्धि के कारक ग्रह कमजोर होने लगते हैं। इस कारण घर में क्लेश, काम में रुकावट, बीमारी जैसी समस्याएं आने लगती हैं। इस कारण दिवाली से पहले सफाई की परंपरा बनाई गई है। नरक चौदस वाले दिन घर से राहू को बाहर करके अगले दिन लक्ष्मी को आमंत्रित करते हैं। इसलिए घर में कबाड़, रुकी और खराब मशीनरी, टूटा सामान वगैरह नहीं रखना चाहिए और घर की सफाई करनी चाहिए।
यूं करें शुरुआत
सफाई की शुरुआत करने के पहले सबसे बड़ा और सबसे पहला सवाल यही होता है कि आखिर सफाई की शुरुआत कहां से की जाए? इसके लिए सबसे सटीक जवाब होगा कि सबसे पहले उस कमरे से सफाई की शुरुआत करें, जहां सबसे ज्यादा बैठक होती है। इससे आपका घर मेहमानों के स्वागत के लिए पहले से ही तैयार हो जाएगा। घर में सबसे ज्यादा गंदगी और सबसे ज्यादा सामान किचन में ही होता है। दिवाली का दिन नजदीक आने से पहले ही इसे साफ कर लें। इसके लिए पूरा दिन नहीं खपाएं, बल्कि हर रोज एक रैक या एक छोटा-सा हिस्सा साफ करके भी आप यह काम आसानी से कर सकती हैं। अलमारी साफ करने के लिए हिम्मत बांधने की जरूरत पड़ती है। इसलिए पहले से ही हर अलमारी का कुछकुछ हिस्सा साफ और व्यवस्थित करती चलें। इस काम में आप अपने बच्चों की मदद भी ले सकती हैं।
घर को है छंटाई की जरूरत
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