कश्ती उबारने को आया नया मांझी
India Today Hindi|November 02, 2022
मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में कांग्रेस को पिछले 50 साल में पहला दलित अध्यक्ष मिला है. अस्सी वर्षीय नेता ने ऐसे समय कमान संभाली है जब पार्टी अपने कायापलट के लिए बेताब है. क्या वे ले जा पाएंगे कांग्रेस को नई ऊंचाइयों पर?
कौशिक डेका
कश्ती उबारने को आया नया मांझी

मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ कई 

विरोधाभास जुड़े हैं. अपने जीवनकाल में उन्होंने कुल 13 चुनाव लड़े हैं जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष के लिए हाल ही में संपन्न चुनाव भी शामिल है, जिनमें से 12 में जीत हासिल की है. फिर भी, उनकी छवि एक लोकप्रिय जननेता की नहीं है. अपनी "विशाल कद-काठी" - जैसा कि उनके एक करीबी रिश्तेदार का कहना है -

के कारण उन्हें एक बहुत गंभीर व्यक्ति के रूप में ही देखा गया है लेकिन वास्तव में वे बड़े मजाकिया स्वभाव के हैं, उनके अधिकांश राजनैतिक सहयोगियों ने उन्हें विनम्र और शांत स्वभाव वाला व्यक्ति ही पाया है, लेकिन घर पर वे एक सख्त अनुशासन पसंद व्यक्ति हैं. उनके बेटे और कर्नाटक के विधायक प्रियांक खड़गे, कहते हैं, "वे जब घर पर होते हैं, यहां तक कि उनके पोते-पोतियां भी बहुत चौकन्ने और सजग रहते हैं. उनकी जागरूकता के स्तर की जांच के लिए वे उनसे ग्लोबल वार्मिंग से लेकर जनता के किसी स्थानीय मुद्दे तक, किसी भी विषय पर प्रश्न पूछ लेते हैं. भोजन, पानी या बिजली बर्बाद न हो, इसका वे खास ध्यान रखते हैं."

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