चुनावी जंग इस बार भी 2018 की पुनरावृत्ति ही नजर आ रही है, तब राज्य के दो प्रमुख संगमा, मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा और उनके पूर्ववर्ती मुकुल संगमा से बीच सियासी घमासान छिड़ा था. इस बार भी दो गारो नेता कट्टर विरोधी बने हुए हैं. यह बात अलग है कि तब कांग्रेसी नेता रहे मुकुल संगमा इस बार ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले टीएमसी के बैनर तले किस्मत आजमा रहे हैं.
वैसे मुकाबला वास्तव में सिर्फ दो इन दो नेताओं के बीच नहीं, बल्कि दो संगमा परिवारों के बीच हो रहा है. कॉनराड के अलावा, उनके भाई और एक कैबिनेट मंत्री जेम्स भी चुनाव मैदान में हैं. कॉनराड के चाचा, थॉमस संगमा, उनके साले संजय संगमा, कजिन इयान बॉथम संगमा, और अगाथा के ब्रदर-इन-लॉ चिरेंग पीटर माराक भी एनपीपी उम्मीदवारों के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. उधर मुकुल संगमा के परिवार से उनकी पत्नी डिककांची शीरा, बेटी मियानी शीरा, भाई जेनिथ संगमा और जेनिथ की पत्नी साधियायारीनी संगमा आदि निवर्तमान विधायक एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं.
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