Vuélvete ilimitado con Magzter GOLD

Vuélvete ilimitado con Magzter GOLD

Obtenga acceso ilimitado a más de 9000 revistas, periódicos e historias Premium por solo

$149.99
 
$74.99/Año

Intentar ORO - Gratis

मौन मतदाता क्रांति

India Today Hindi

|

22 May, 2024

देश में महिला मतदाताओं की बढ़ती ताकत को अपने वोट की कीमत का बखूबी एहसास, उसे वे अपनी और देश की नियति तय करने के लिए इस्तेमाल कर रहीं

- मनीषा सरूप और जुमाना शाह

मौन मतदाता क्रांति

यह बेहद छोटा-सा आंकड़ा, महज 0.16 फीसद, देखने में बहुत मामूली लग सकता है लेकिन 2019 के आम चुनाव की इसने एक नई इबारत लिख डाली थी. उस वर्ष देश के संसदीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब मतदान में हिस्सेदारी के मामले में महिलाओं (67.18 फीसद) ने पुरुषों (67.02 फीसद) को पीछे छोड़ दिया. स्त्री-पुरुष अंतर में उलटफेर की इस मौन क्रांति के साथ भारतीय महिलाओं ने देश के सियासी परिदृश्य में एक खास दर्जा हासिल कर लिया. तबसे उन्हें मिल रही अहमियत का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. एसबीआई रिसर्च के मुताबिक, पंजीकृत महिला मतदाताओं की संख्या 7.5 फीसद बढ़कर 2019 43.8 करोड़ के मुकाबले अब 47.1 करोड़ हो गई है, जो पुरुषों के मुकाबले पांच फीसद अधिक है. वहीं, 85 लाख महिलाएं ऐसी हैं जो 2024 के चुनाव पहली बार वोट डाल सकेंगी. मतदाताओं का अनुपात भी 2019 में प्रति 1000 पुरुषों पर 926 महिलाओं से बढ़कर इस बार 948 हो गया है. 12 राज्य ऐसे हैं, जहां महिला मतदाताओं का अनुपात या तो पुरुष से ज्यादा है या फिर बराबर है, जबकि 2019 में यह आंकड़ा आठ था.

देशभर में शायद ही कोई ऐसी जगह बची हो जहां महिलाओं ने अपने वोट की ताकत का एहसास न कराया हो. न केवल विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है, बल्कि प्रतिष्ठित सर्वेक्षण एजेंसी एक्सिस - माई इंडिया का विश्लेषण तो बताता है कि 2014 और 2019 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सियासी दबदबा बढ़ाने में उनकी अहम भूमिका रही. दरअसल, महिला मतदाता सत्ताधारी दल के लिए रीढ़ की तरह बन गई हैं. एजेंसी ने पाया कि 2019 में 44 फीसद पुरुषों की तुलना में 46 फीसद महिलाओं ने भाजपा को वोट दिया.

India Today Hindi

Esta historia es de la edición 22 May, 2024 de India Today Hindi.

Suscríbete a Magzter GOLD para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9000 revistas y periódicos.

¿Ya eres suscriptor?

MÁS HISTORIAS DE India Today Hindi

India Today Hindi

India Today Hindi

धड़कती धारावी

हर शहर का एक अटपटा असहज इलाका होता है. धारावी मुंबई की धड़कन है, जो मनुष्य की जिजीविषा और उसकी सहनशक्ति का अटूट प्रमाण है.

time to read

2 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

मारुथल का बदल गया मिजाज

क्लाइमेट चेंज के चलते राजस्थान में बदला मॉनसून का पैटर्न. सूखे की मार झेलने वाले प्रदेश में पिछले एक दशक में हुई 80 फीसद तक ज्यादा बरसात

time to read

4 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

मनोरंजन का देहाती मॉडल

मल्टीप्लेक्स व्यवस्था में अपनी जुबान के सिनेमा को जगह न मिलने पर संताली फिल्मकारों ने तलाशी नई युक्ति. पेन ड्राइव और प्रोजेक्टर लेकर उन्होंने गांवों-मेलों का रुख किया. उन्हें इंतजार करते मिले लाखों दर्शक

time to read

3 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

चैतन्य तक पहुंची घोटाले की चेतना

प्रदेश के 'शराब घोटाले' में अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी हुई तो पूर्व मुख्यमंत्री ने राजनैतिक प्रतिशोध का दुखड़ा रोया

time to read

3 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

तो आखिर गुनहगार कौन ?

19 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद दोषमुक्त किए जाने के फैसले से 2006 के मुंबई ट्रेन बम धमाकों की दोषपूर्ण जांच उजागर हुई

time to read

2 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

सियासत का बारुदी धमाका

एक जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव, कथित आंतरिक मतभेद और सत्ता के खेल ने उपराष्ट्रपति को पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया

time to read

8 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

लौटा मौसम प्यार का

ऐसे वक्त में जब माना जा रहा था कि रोमांटिक बॉलीवुड फिल्मों का दौर लगभग खत्म हो गया है, मोहित सूरी ने दो एकदम नए कलाकारों को साथ लेकर एक जबरदस्त हिट फिल्म बना डाली. आखिर किस तरह से उन्हें हासिल हुई यह कामयाबी?

time to read

5 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

धारावी का कायाकल्प अदाणी का बड़ा दांव

क्या यह दिग्गज कारोबारी एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को नई शक्ल दे पाएगा?

time to read

6 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

छांगुर: बाबा या समुदाय पर बदनुमा दाग?

छोटे से कस्बे के एक मुसलमान बाबा पर अज्ञात विदेशी दलालों के इशारे पर सामूहिक धर्मांतरण की भयावह और बड़ी साजिश की अगुआई करने का आरोप

time to read

9 mins

August 06, 2025

India Today Hindi

India Today Hindi

हेपेटाइटिस बी के खात्मे का वक्त

इस बीमारी को खत्म करने के लिए जांच, टीका और शर्म-लांछन से मुक्ति बेहद जरूरी, जिसने 2.9 करोड़ भारतीयों को ले रखा है अपनी चपेट में

time to read

3 mins

August 06, 2025