• भूलभुलैया 2 से कितनी और कैसे अलग है भूलभुलैया 3?
भूलभुलैया 2 से ज्यादा मजा इसमें आने वाला है. वह फिल्म तो कोविड में आई थी, उसके बाद भी देखने वालों ने उसे भरपूर प्यार दिया था. तो अब लेवल बढ़ना ही था. लेवल बढ़ाने में खूब मेहनत हुई है. इसका शूट उससे बड़ा और मुश्किल था इसलिए हमने इस पर बहुत काम किया है. पहले वाली के मुकाबले इसके सेट बड़े थे और स्पेशल इफेक्ट्स का काम ज्यादा था. हमने हर लेवल पर भूलभुलैया 2 से काफी बड़ी फिल्म बनाई है. हालांकि ये सब तो तकनीकी बातें हैं. असल तो है एंटरटेनमेंट.
Esta historia es de la edición October 30, 2024 de India Today Hindi.
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मैं सोचता नहीं
राइटर-डायरेक्टर अनीस बज्मी भूलभुलैया 3 के साथ दर्शकों के बीच वापसी कर रहे हैं. वेलकम, भूलभुलैया 2 समेत अपनी फिल्मों और अपने काम करने के तरीकों पर
ये कहां आ फंसे हम
कुन नेशनल पार्क में लाए जाने के दो साल बाद भी अफ्रीका की इन बड़ी बिल्लियों को जंगल के हिसाब से खुद को ढाल पाने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ रहा. सरकार इसे कामयाब प्रोजेक्ट बताने का ढोल बजा रही लेकिन विशेषज्ञ इन प्राणियों को लेकर चिंतित
दुश्मन बाद में, पहले भू-माफिया से तो निबट लें
सशस्त्र बलों के पास मालिकाना हक वाली जमीन कम नहीं. लेकिन भूखे-भ्रष्ट अधिकारियों के गले लगकर भू-माफिया उसे हड़प रहे. नतीजाः राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में
टाटा के भरोसे का नाम नोएल
टाटा ट्रस्ट्स ने रतन टाटा के सौतेले भाई और टाटा समूह के दिग्गज नोएल टाटा को अपना चेयरमैन नियुक्त किया है. विशेषज्ञों की राय में यह देश के सबसे पुराने परोपकारी संस्थान में निरंतरता का प्रतीक है
सियासत से सिसक रहीं योजनाएं
जय प्रकाश नारायण की जयंती पर सपा सरकार में शुरू लखनऊ के जेपीएनआइसी प्रोजेक्ट को लेकर गरमाई राजनीति. बजट के अभाव में लटक गए कई अहम प्रोजेक्ट
नए रसातल में रिश्ते
ट्रूडो सरकार के नए आरोपों से भारत-कनाडा के रिश्ते फिर खराब, आर्थिक संबंधों को सबसे ज्यादा झटका लगने का अंदेशा
बेजोड़ पिस्तौलबाज बिंदास लड़की
पेरिस 2024 मनु भाकर के लिए ओलंपिक पदक के मायने में ही अहम नहीं, टोक्यो 2020 की हार का भूत भगाने के लिए भी खास, एक चैंपियन के नए सिरे से जाग उठने की प्रेरणादायक सच्ची कहानी -
जमीन के बहाने जिंदा होती एक लिपि
सारण जिले के रहने वाले वकार अहमद सिर्फ बीस साल के हैं, अभी वे जेपी यूनिवर्सिटी, छपरा में 3 जूलॉजी ऑनर्स की पढ़ाई कर रहे हैं. वकार पर बिहार सरकार के भू-राजस्व विभाग ने बड़ा भरोसा जताया है. उन्हें जमीन सर्वे के काम में जुटे राज्य के सभी अमीन और कानूनगो को एक ऐसी लिपि को पढ़ना-लिखना सिखाना है, जो अब लगभग विलुप्तप्राय है. मगर बिहार में जमीन के ज्यादातर पुराने कागजात इसी कैथी लिपि में लिखे गए हैं.
विरासत पर स्टालिन का जोर
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन अपनी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की लगातार दो कार्यकाल न जीत पाने की 50 साल पुरानी मनहूसियत तोड़ना चाहते हैं. डीएमके प्रमुख के लिए महज 18 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव जीतना बेहद अहम है.
निशाने पर पटरी
इस साल सितंबर की एक सुबह महाराष्ट्र के चिकलथान और करमाड के बेहद शांत से रेलवे स्टेशनों के बीच नंदीग्राम एक्सप्रेस का इंजन पटरी पर किसी ठोस चीज से टकरा गया.