
> माइक पोम्पियो अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री (2018-2021), सीआइए के पूर्व निदेशक (2017-2018)
अहम फर्क अलबत्ता यह है कि ट्रंप अब ज्यादा तैयार हैं. ट्रंप 2.0 के पहले 50 दिन शोर-शराबे भरे रहे, पोम्पियो को उनमें ट्रंपवादी नीतियों की ही निरंतरता दिखती है. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में पोम्पियो ने वैश्विक संस्थाओं, अमेरिका की विदेश नीति और भू-राजनीति के बदलते परिदृश्य के बारे में पैनी नजर से भरी बातें कहीं. उनके शारीरिक बदलाव ने भी ध्यान खींचा-सीआइए के पूर्व डायरेक्टर छह महीनों में 90 पाउंड वजन घटाने के बाद ज्यादा छरहरे दिखाई दिए.
शोरगुल पर ध्यान न दें, बयानों के छोटेछोटे हिस्सों पर निर्भर न रहें, एक-एक ट्वीट से सब कुछ तय न करें. ट्रंप प्रशासन के कामों और नतीजों को देखें.
मैं समझता हूं कि राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बैठक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण थी. मगर इससे ज्यादा कुछ बदलने नहीं जा रहा, खासकर इस लिहाज से कि अमेरिका यूक्रेन में चल रहे युद्ध से कैसे निबटता है.
वैश्विक बहुराष्ट्रीय संस्थाएं छिन्न-भिन्न हैं, वे अब अपना मकसद पूरा नहीं कर रही हैं. वे अपने घोषणापत्रों से दूर चली गई हैं, और उन पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का दबदबा है.
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भारत के सकल घरेलू-व्यवहार की थाह
अपनी तरह के इस पहले जनमत सर्वेक्षण ने भारतीयों की रोजमर्रा की आदतों, तौर-तरीकों और सामाजिक आचार-व्यवहार के बारे में किए कई चौंकाने वाले खुलासे

आखिर कितने सुरक्षित हैं हम
जीडीबी सर्वे में सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर अलग-अलग तरह की व्यापक चुनौतियां सामने आई हैं. हर समस्या के लिए अलग-अलग राज्य के स्तर पर उसी के मिजाज के अनुरूप समाधान की दरकार

मिट रहे हैं दायरे पर धीरे-धीरे
जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव को जायज मानने वालों की संख्या अब कम से कमतर होती जा रही है हालांकि जाति या धर्म से बाहर शादियों के प्रति अब भी रूढ़िवादिता हावी है

फिर उभरी दरारें
हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं का एक धड़ा 17 मार्च को नागपुर के पुराने महाल मोहल्ले में इकट्ठा हुआ.

शराब से परहेज की पुकार
बर्फ से ढके गुलमर्ग का नजारा है. मौका है द एली इंडिया फैशन शो का, जिसमें दिल्ली के डिजाइनर शिवन और नरेश के परिधान—टोपियां, पैंट सूट, स्कीवियर और हां बिकिनी भी—प्रस्तुत किए गए.

महिलाओं की योग्यता और क्षमता पर संदेह
सर्वेक्षण में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंताजनक रुझान सामने आए जो बताते हैं कि उनकी क्षमता, योग्यता या अपेक्षित अधिकारों की धार को इस तरह कुंद किया गया कि वे पितृसत्तात्मक व्यवस्था के अनुरूप ही ढल जाएं

नए मुखिया के लिए तेज हुई माथापच्ची
तीन राज्यों में चुनावी जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी के नए अध्यक्ष की तलाश फिर तेज कर दी है, जो जगत प्रकाश नड्डा की जगह लेगा. भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल वैसे तो तीन वर्ष का ही होता है लेकिन 2019 में यह पद संभालने के बाद से नड्डा को एक के बाद एक विस्तार मिलते रहे.

पंथिकों में उथलपुथल
सिख धर्म की तीन प्रमुख राजनैतिक-धार्मिक संस्थाओं—अकाल तख्त, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) - में बीते चार महीनों से उथलपुथल मची है. यह सांस्थानिक खलबली ऐसा खतरनाक शून्य पैदा कर सकती है जिससे विशेषज्ञों की राय में पंजाब के सामाजिक-राजनैतिक परिदृश्य पर कट्टरपंथी तत्वों के हौसले बढ़े सकते हैं.

समावेशिता की तरफ बढ़ते कदम
कई राज्यों से मिले आश्चर्यजनक निष्कर्ष खासकर धर्म और रोजगार जैसे मामलों में पुरानी विभाजनकारी सोच में बदलाव की तरफ इशारा करते हैं. हमारे समुदायों के सबसे उदार लोग देश के हर कोने में मिल जाएंगे

जन का विश्वास जीतने की जंग
सार्वजनिक सुरक्षा के सर्वेक्षण से पता चलता है कि राष्ट्र न तो पूरी तरह से महफूज है और न ही एकदम बेचैन. इसके बजाए यह आत्मविश्वास और चिंता की मिली-जुली स्थिति में उलझा हुआ