Intentar ORO - Gratis
भारत के सकल घरेलू-व्यवहार की थाह
India Today Hindi
|April 02, 2025
अपनी तरह के इस पहले जनमत सर्वेक्षण ने भारतीयों की रोजमर्रा की आदतों, तौर-तरीकों और सामाजिक आचार-व्यवहार के बारे में किए कई चौंकाने वाले खुलासे
-

आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर ठोस इरादों के साथ देश तेज कदम तो बढ़ा रहा है, लेकिन एक असहज सचाई यकीनन काले धब्बे की तरह साबित हो सकती है और वह है हमारी आधी-अधूरी नागरिक चेतना. देश चाहे 2030 तक 70 खरब डॉलर या करीब 581 लाख करोड़ रुपए के अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी में जुटा हो लेकिन उसका सामाजिक ताना-बाना ऐसी किसी प्रगति का संकेत नहीं देता. देश कहां खड़ा है, इसके आकलन के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने डेटा एनालिटिक्स फर्म हाउ इंडिया लिव्ज के साथ मिलकर 21 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 98 जिलों में अपनी तरह का पहला जनमत सर्वेक्षण किया. इस सर्वेक्षण में 9,188 लोगों से उनकी आय या संपत्ति के बारे में नहीं बल्कि शालीन व्यवहार, हमदर्दी और नेकनीयती के बारे में बातचीत की गई, जिसे हम सकल घरेलू व्यवहार (जीडीबी) कह रहे हैं.
और नतीजे बिल्कुल भी खुश करने वाले नहीं हैं. 61 फीसद लोग काम करवाने के लिए घूस देने को तैयार हैं; 52 फीसद लोग करों से बचने के लिए नकद लेन-देन को सही बताते हैं; 69 फीसद लोग मानते हैं कि घर के मामलों में अंतिम फैसला पुरुषों का ही होना चाहिए; और देश की तकरीबन आधी आबादी अंतर-धार्मिक या अंतर-जातीय विवाह के खिलाफ है. सर्वेक्षण के आंकड़े बताते हैं कि देश में आर्थिक बेहतरी के साथ-साथ नागरिक आचार-व्यवहार, समानता और सामाजिक जिम्मेदारी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
दरअसल देश की वैश्विक आर्थिक महत्वाकांक्षा और उसकी घरेलू आचार-व्यवहार की वास्तविकता के बीच चौड़ी खाई को भांपकर ही इंडिया टुडे को ऐसा विशेष जनमत सर्वेक्षण करने की प्रेरणा मिली. भले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'विकसित भारत' का वादा और नजरिया दोहराते हों, लेकिन सच्चे विकास की राह सिर्फ जीडीपी के आंकड़ों और इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं से नहीं बनाई जा सकती. विकसित राष्ट्र का दर्जा पाने के सफर में न सिर्फ आर्थिक बदलाव की जरूरत है, बल्कि आचार-व्यवहार या तौर-तरीकों में क्रांति की भी दरकार है, जो समावेशी विकास, नियम-कानूनों के प्रति आदर, स्त्री-पुरुष समानता और नागरिक जवाबदेही को बढ़ावा दे सके.
Esta historia es de la edición April 02, 2025 de India Today Hindi.
Suscríbete a Magzter GOLD para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9000 revistas y periódicos.
¿Ya eres suscriptor? Iniciar sesión
MÁS HISTORIAS DE India Today Hindi

India Today Hindi
अस्मिता की सियासत
भाजपा शासित प्रदेशों में बांग्ला भाषी कामगारों को 'अवैध नागरिक' करार दिए जाने की खबरों को हाथोहाथ लेते हुए तृणमूल कांग्रेस ने उसके जवाब में जोरदार तरीके से छेड़ा बांग्ला गौरव का राग. यह 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए बन गया नया गरमागरम मुद्दा
6 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
हर बाधा के बावजूद
आयरनमैन 70.3 में उनकी कामयाबी से पता चला कि संयमी खेर ट्रायथलीट और अभिनेत्री दोनों की भूमिकाएं निभाने में सक्षम
1 min
July 30, 2025

India Today Hindi
घुसपैठियों पर घमासान
बिहार में मतदाता पुनरीक्षण अभियान के बीच बांग्लादेशी घुसपैठियों का मसला तेजी से चर्चा में आया. मगर सीमांचल में जिन्हें घुसपैठिए बताया जा रहा, उन्हें तो सरकार ने पिछले 26 वर्ष से अति पिछड़ा श्रेणी का आरक्षण दे रखा है. उनके नेता भाजपा से चुनाव भी लड़ते आए हैं. पूरे मामले की जमीनी पड़ताल
9 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
शक- शुब्हे का सैलाब
हिमाचल के मुख्यमंत्री और भंवर में फंसी उनकी पार्टी के लिए बाढ़ खासी सियासी राहत लेकर आई लेकिन उसकी जमीन खिसक रही
2 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
स्मार्ट मीटर पर छिड़ा संग्राम
राजस्थान में स्मार्ट मीटर का जगह-जगह हो रहा विरोध, बिना सहमति मीटर लगाने और तेज चलने की आ रहीं शिकायतें
4 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
लो, सब दिखता है !
भारत के सैन्य ठिकाने, एटमी संयंत्र और आतंकवादी हमले झेल चुके सभी स्थान. गूगल अर्थ जैसे पब्लिक प्लेटफॉर्म पर सब कुछ तो एकदम खुले में दिख रहा. राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से इन जरूरी सैन्य सूचनाओं का पब्लिक डोमेन में होना कितना खतरनाक?
6 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
थप्पड़-घूंसों में बदलती राजनीति
शिंदे सेना के विधायक ने फिर मूल निवासी होने के पुराने सिद्धांत की दुहाई दी, लेकिन सिर्फ अपने ही रचे गड़बड़झाले को ढकने के लिए
3 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
कश्मीर में कयामत
काजोल कश्मीर पर केंद्रित जियोहॉटस्टार की फिल्म सरजमीं में एक फौजी शौहर और एक कट्टरपंथी बेटे के बीच फंसी मां की भूमिका निभा रहीं. 25 जुलाई को रिलीज होने को है यह फिल्म
1 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
कांच का महल
जीर्णोद्धार के बाद फिर से खुला दिल्ली के शालीमार बाग शीश महल
1 mins
July 30, 2025

India Today Hindi
परिवर्तन की पीडा
भाजपा में संगठनात्मक बदलाव पर चौतरफा आरएसएस की छाप पूरी तरह से स्पष्ट. लेकिन सात निर्णायक राज्यों में अब भी आपसी सहमति बन पाने का इंतजार
7 mins
July 30, 2025