समाज के कई क्षेत्रों में आपका नाम रहा, सेवानिवृत्ति के बाद सरकार की ओर से कोई ऑफर नहीं मिला?
मैंने स्वीकार नहीं किया। उससे बेहतर शिक्षा के क्षेत्र में काम करना लगा। सरकार का कितना काम करें। समाज का भी तो ऋण है। उसे भी चुकाना है। मैं गणित-भौतिकी का छात्र था। सो, पढ़ाने लगा, उन बच्चों को जो आइआइटी जाना चाहते थे। इनमें कई हैं, जो पैसे न होने के कारण उड़ान ही नहीं भर सके। अभी हजारों बच्चे देश-विदेश में हैं। वे वहां बहुत अच्छा कर रहे हैं। उन्हें देख कर सुकून मिलता है। यही सब देख कर सुपर 30 की नींव रखी। मुस्लिम समुदाय से आने वाले बच्चों के लिए रहमानी शुरू किया।
सुपर थर्टी कैसे शुरू हुआ?
यह एक कॉन्सेप्ट है। शुरुआती दिनों में एक सिलेक्शन को आधार बना कर सुपर थर्टी शुरू किया था। यही हिट हो गया। मैं मुख्यतः फीजिक्स और मैथ्स पढ़ाता हूं। बच्चों को यही दोनों विषय कठिन भी लगते है। इन विषयों को पढ़ने के कुछ थम्ब रूल्स हैं। लेकिन हां, पढ़ना तो जम कर पड़ता ही है। थम्ब रूल भी तभी काम आता है, जब पढ़ाई मजबूत हो। खुशी होती है, जब बच्चा फर्श से अर्श पर पहुंच कर परिवार का नाम रोशन करता है। ऐसे हजारों बच्चे हैं। एक सेना खड़ी हो गई है ऐसे बच्चों की। हर बच्चा अपने आप में एक कहानी है।
सुपर थर्टी और रहमानी के साथ कोई और शैक्षिक संस्था जिससे आप संबद्ध हैं?
सुपर 100 है। इसमें 100 ऐसे बच्चे हैं, जो फीस देते हैं लेकिन नाममात्र। वहां मैं सिर्फ पढ़ाता ही हूं। सुपर 30 में करीब 20-25 बच्चे हैं। सुपर 30 के बच्चों के रहने-खाने-पढ़ने की व्यवस्था पूरी तरह निशुल्क है, लेकिन यहां पढ़ाई में ढिलाई की गुंजाइश नहीं है।
आप रोल मॉडल बन गए हैं। कई आइपीएस के प्रेरणास्रोत?
Esta historia es de la edición March 04, 2024 de Outlook Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición March 04, 2024 de Outlook Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
'वाह उस्ताद' बोलिए!
पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव
विश्व चैंपियन गुकेश
18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।
आधी हकीकत, आधा फसाना
राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां
संभल की चीखती चुप्पियां
संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी