सत्रह साल बाद टी20 विश्व चैंपियन बनने का टीम इंडिया का सपना तो साकार हो गया, लेकिन जीत के बाद जश्न भरे माहौल में मायूसी की आहट भी आई। विराट कोहली और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। विराट-रोहित कहें या जेन-जी जमाने के 'रो-को' और 'रोहिराट', सच्चाई यही है कि दोनों मौजूदा दौर में भारतीय क्रिकेट का दिल और धड़कन हैं। भारतीय क्रिकेट के दो ऐसे स्तंभ, जिन्होंने हार और नाकामी के बाद आलोचनाओं का गुबार झेला मगर सफलता के शिखर पर पहुंचकर करोड़ों देशवासियों का प्रेम भी पाया। पिच पर रोहित-विराट हैं तो नामुमकिन भी मुमकिन हो जाएगा, यह भावना ही करोड़ों लोगों के दिलों में पैदा कर पाना अपने आप में सबसे बड़ी सफलता रही। स्वाभाविक है कि विराट-रोहित जाएंगे तो कोई न कोई नया खिलाड़ी उनकी जगह लेगा ही, लेकिन क्या उनकी भरपाई हो सकेगी?
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गांधी पर आरोपों के बहाने
गांधी की हत्या के 76 साल बाद भी जिस तरह उन पर गोली दागने का जुनून जारी है, उस वक्त में इस किताब की बहुत जरूरत है। कुछ लोगों के लिए गांधी कितने असहनीय हैं कि वे उनकी तस्वीर पर ही गोली दागते रहते हैं?
जिंदगी संजोने की अकथ कथा
पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट परदे पर नुमाया एक संवेदनशील कविता
अश्विन की 'कैरम' बॉल
लगन और मेहनत से महान बना खिलाड़ी, जो भारतीय क्रिकेट में अलग मुकाम बनाने में सफल हुआ
जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए
बेनेगल ने अंकुर के साथ समानांतर सिनेमा और शबाना, स्मिता पाटील, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, गिरीश कार्नाड, कुलभूषण खरबंदा और अनंतनाग जैसे कलाकारों और गोविंद निहलाणी जैसे फिल्मकारों की आमद हिंदी सिनेमा की परिभाषा और दुनिया ही बदल दी
सुविधा पचीसी
नई सदी के पहले 25 बरस में 25 नई चीजें, जिन्होंने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पूरी तरह से बदल डाली
पहली चौथाई के अंधेरे
सांस्कृतिक रूप से ठहरे रूप से ठहरे हुए भारतीय समाज को ढाई दशक में राजनीति और पूंजी ने कैसे बदल डाला
लोकतंत्र में घटता लोक
कल्याणकारी राज्य के अधिकार केंद्रित राजनीति से होते हुए अब डिलिवरी या लाभार्थी राजनीति तक ढाई दशक का सियासी सफर
नई लीक के सूत्रधार
इतिहास मेरे काम का मूल्यांकन उदारता से करेगा। बतौर प्रधानमंत्री अपनी आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (3 जनवरी, 2014) में मनमोहन सिंह का वह एकदम शांत-सा जवाब बेहद मुखर था।
दो न्यायिक खानदानों की नजीर
खन्ना और चंद्रचूड़ खानदान के विरोधाभासी योगदान से फिसलनों और प्रतिबद्धताओं का अंदाजा
एमएसपी के लिए मौत से जंग
किसान नेता दल्लेवाल का आमरण अनशन जारी लेकिन केंद्र सरकार पर असर नहीं