भारतीय बाजारों में मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही की शुरुआत झटकों के साथ हुई है। ऐसे में घरेलू संस्थागत निवेशक (खास तौर से म्युचुअल फंड) आने वाले समय में बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। हाल के वर्षों में म्युचुअल फंड बाजारों के लिए बड़े मददगार रहे हैं और उन्होंने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ज्यादातर बिकवाली की भरपाई की है।
वैश्विक फंडों की करीब 30,000 करोड़ रुपये की निकासी के बीच बेंचमार्क सूचकांक पिछले एक हफ्ते में करीब 5 फीसदी नीचे आए हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि अगर घरेलू नकदी का सहारा नहीं होता तो यह गिरावट और भी ज्यादा हो सकती थी।
बाजार के विशेषज्ञ और म्युचुअल फंड के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी सुनील सुब्रमण्यन ने कहा कि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के निवेश में लगातार वृद्धि और यह निवेश विभिन्न क्षेत्रों व बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों और थीम में होने के कारण म्युचुअल फंड शेयर बाजार को झटकों से बचाने में सक्षम हुए हैं। एफपीआई की बिकवाली के बीच उन्होंने अपने निवेश से बाजार को काफी मजबूती दी है।
Esta historia es de la edición October 07, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor ? Conectar
Esta historia es de la edición October 07, 2024 de Business Standard - Hindi.
Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.
Ya eres suscriptor? Conectar
म्युचुअल फंड इकाई का अल्पांश हिस्सा बेच सकती है एडलवाइस
13वें सबसे बड़े फंड हाउस का मूल्यांकन करीब 70-80 करोड़ डॉलर हो सकता है
रॉयल चैलेंजर्स ने भुवनेश्वर को 10.75 करोड़ में खरीदा
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी के दूसरे दिन टीमों ने गेंदबाजों पर जमकर पैसा खर्च किया।
'कक्षाएं शुरू करने पर करें विचार'
न्यायालय ने प्रदूषण मामले में सीएक्यूएम को दिए निर्देश
मुर्मू की अगुआई में मनाया जाएगा संविधान दिवस
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारतीय संविधान को अंगीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पुराने संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में 26 नवंबर को होने वाले मुख्य कार्यक्रम की अगुआई करेंगी।
बॉन्ड के जरिये 54,800 करोड़ रुपये जुटाएंगे सरकारी बैंक
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) द्वारा चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल मिलाकर 54,800 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव है। बिज़नेस स्टैंडर्ड को मिले एक आंतरिक दस्तावेज के अनुसार, यह रकम अतिरिक्त टियर-1 (एटी-1) और टियर-2 बॉन्ड जारी करके जुटाने की योजना है। इन बैंकों ने वित्त वर्ष 2024 में एटी-1 और टियर-2 बॉन्ड जारी कर 39,880 करोड़ रुपये जुटाए थे।
अदाणी: 28 माह के लिए पर्याप्त नकदी का दावा
खबरों के अनुसार, समूह के पास 53 हजार करोड़ रुपये का नकदी भंडार उपलब्ध
टोटाल ने अदाणी में निवेश रोका
जीक्यूजी पार्टनर्स ने अदाणी समूह में अपने निवेश को लेकर जताया भरोसा
'भारत तत्काल युद्ध विराम का पक्षधर'
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत पश्चिम एशिया में तत्काल संघर्ष विराम लागू करने का समर्थन करता है और दीर्घकालिक रूप से द्वि-राष्ट्र समाधान का पक्षधर है। उन्होंने आतंकवाद, लोगों को बंधक बनाने और सैन्य अभियानों में नागरिकों की मौत की निंदा भी की।
समस्याएं थीं अपार, फिर भी महायुति पर लुटाया प्यार
सत्ताधारी गठबंधन के लिए कृषि प्रधान विदर्भ व मराठवाड़ा क्षेत्रों में खूब पड़े वोट
हंगामे की भेंट चढ़ा सत्र का पहला दिन
दोनों सदनों में विपक्ष ने अदाणी, मणिपुर, प्रदूषण और संभल हिंसा पर चर्चा की मांग लेकर किया हंगामा