■ उभरते बाजार में बेहतर पैठ से कंपनी को वैश्विक बाजार में उथल-पुथल से निपटने में मदद मिलेगी
■ इन बाजारों में भारत, लैटिन अमेरिका, न्यूजीलैंड, एशिया प्रशांत, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं
■ कंपनी की कुल आय में भारतीय बाजार का योगदान वित्त वर्ष 2024 के अंत में 5.6 फीसदी रहा था
देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भारत सहित उभरते बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे कंपनी को तेजी से उभरते बाजारों को भुनाने और वैश्विक अनिश्चितता के कारण लगातार दिख रहे उथल-पुथल से निपटने में मदद मिलेगी।
इसी रणनीति के तहत टीसीएस अपने नेतृत्व में बदलाव पहले ही कर चुकी है। साथ ही उसने इन बाजारों के लिए एक विशेष इकाई बनाई है जिसे न्यू ग्रोथ मार्केट्स (एनजीएम) कहा गया है। इनमें भारत, लैटिन अमेरिका, न्यूजीलैंड, एशिया प्रशांत, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे तेजी से उभरते बाजार शामिल होंगे।
टीसीएस ने वृद्धि की इस रणनीति को आगे बढ़ाने और इस पहल का नेतृत्व करने के लिए गिरीश रामचंद्रन को नियुक्त किया है। रामचंद्रन को अध्यक्ष (ग्रोथ मार्केट एवं सार्वजनिक सेवा) पद पर नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह एशिया प्रशांत क्षेत्र में कंपनी के कारोबार का नेतृत्व कर रहे थे।
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महाराष्ट्र में नई सरकार के लिए और बढ़ा इंतजार
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संभल मस्जिद में सर्वेक्षण पर रोक
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जैव विविधता संकट पर आंख खोलने की जरूरत
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यूपीआई धोखाधड़ी का मुकाबला
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पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद को कर की दरें बढ़ाने पर गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि इससे न केवल कर राजस्व बेहतर होगा बल्कि मुआवजा उपकर की एक बार समाप्ति होने की स्थिति में नया शुल्क लगाने की आवश्यकता भी खत्म हो जाएगी।
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