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सर्टिफिकेट पाने 90 बरस की दादी ने भी की नकल!

Hari Bhoomi

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March 24, 2025

निरक्षर से साक्षर बनने का ऐसा क्रेज...

सर्टिफिकेट पाने 90 बरस की दादी ने भी की नकल!

  • कहीं पोते-पोतियों ने हल किए सवाल तो कहीं एक ही उत्तरपुस्तिका में दो तरह की हैंडराइटिंग

  • साक्षरता अभियान: 509910 में पहुंचे 4 लाख 15 हजार परीक्षा दिलाने

केस 1

शासकीय प्राथमिक शाला संजय नगर में परीक्षार्थी एक-दूसरे की उत्तरपुस्तिका देखकर उत्तर लिख रहे थे। यही नहीं, परीक्षार्थियों संग पहुंचे बच्चे भी अपने दादा-दादी की मदद पर्चे हल करने में कर रहे थे। यहां कुछ परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका में अलग-अलग तरह की हैंडराइटिंग देखने को मिली।

केस 2

'हम का जानबो, कतका साल होगे हों तेला? 100-115 के पार तो हो गे होंहू।" ये कहना था शासकीय प्राथमिक शाला फुंडहर में परीक्षा दिलाने पहुंची एक बुजुर्ग महिला का। उन्होंने बताया कि उन्हें गाड़ी भेजकर केंद्र लाया गया है और प्रश्नों के उत्तर लिखने में शिक्षकों ने मदद भी की है। शासकीय प्राथमिक शाला पुरैना, चंगोराभाठा, खमतराई सहित शहर में बनाए गए अन्य परीक्षा केंद्रों में भी इसी तरह की स्थिति रही। कई जगह प्रौढ़ परीक्षार्थी एक-दूसरे से उत्तरपुस्तिका ही लेकर अपना पर्चा हल करने बैठ गए।

केस 3

मोहला मानपुर - अंबागढ़ चौकी जिले के अंतर्गत आने वाले मटेवा, ककईपार, दुग्गाटोला, अडमागोंदी में बुजुर्ग महिलापुरुष परीक्षा के नाम पर सिर्फ अपनी उपस्थिति प्रदान करने परीक्षा केंद्रों में पहुंचे हुए थे। परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों से बात करने पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि काला अक्षर भैंस बराबर। उन्हें ना पढ़ने आता है ना लिखना। ऐसे में वह क्या लिखेंगे? इसलिए उनके बच्चे या स्कूल के छात्र-छात्राएं शिक्षक-शिक्षिकाएं उनका प्रश्न पत्र हल कर रहे हैं।

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Hari Bhoomi

Esta historia es de la edición March 24, 2025 de Hari Bhoomi.

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