52 अंक का आध्यात्मिक महत्त्व एवं आंकिक विश्लेषण
Jyotish Sagar|August 2022
अंकशास्त्र के अनुसार प्रत्येक अंक का अपना मूल स्वरूप, आकार, स्वर, ध्वनि कम्पन एवं ऊर्जा होती है, जिसके विस्तृत एवं गहन अध्ययन से किसी भी अंक, अंक युग्म अथवा अंक समूह का परीक्षण एवं आत्मनिरीक्षण करके उस अंक अथवा अंक स्वामी की समूल मानसिक, शारीरिक तथा व्यावहारिक अभिव्यक्ति का वास्तविक विश्लेषण किया जा सकता है।
अभिषेक चित्रांश
52 अंक का आध्यात्मिक महत्त्व एवं आंकिक विश्लेषण

अंक ही व्यक्ति के भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं को उजागर करने में सक्षम होते हैं। चाहे विधा कोई भी प्रयोग में ली जाए, परन्तु जीवन का प्रमुख आधार अंक ही होते हैं। व्यक्ति अथवा समूह की व्यावहारिक प्रतिक्रिया एवं उनका सांख्यिकीय विश्लेषण भी अंकों के माध्यम से ही सम्भव होता है। किसी भी मुख्य बिन्दु अथवा तथ्य का तात्त्विक, आध्यात्मिक, वैज्ञानिक दर्शन तथा भूत, वर्तमान, भविष्य की गणना आदि अंकों के माध्यम से ही सम्भव हो पाती है। यहाँ पर हम अंक 52 की महत्ता का अध्ययन करेंगे कि किस प्रकार अंक 52 आध्यात्मिक होने के साथ साथ वैज्ञानिक भी है। अंक ‘52’ में मूल अंक 5 और 2 हैं, परन्तु अंकशास्त्र के नियमानुसार जब दोनों अंकों का योग करते हैं, तो अंक ‘7’ की प्राप्ति होती है। इस प्रकार एक अंक युग्म 52 का मूल अर्थ ज्ञात करने के लिए तीन अंकों का अध्ययन किया जाएगा और इस प्रकार अंक 52 = 7 में विश्लेषण, आत्मनिरीक्षण, आध्यात्मिक, बौद्धिक, साहसिक तथा व्यक्तिगत भाईचारे जैसी स्वतन्त्र अभिव्यक्ति का समावेश देखने को मिलता है।

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सात धामों में श्रेष्ठ है तीर्थराज गयाजी
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September 2024
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September 2024
सेतुबन्ध और श्रीरामेश्वर धाम की स्थापना
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September 2024
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ऑफिस के एकदम कॉर्नर का दरवाजा हमेशा बिजनेस में नुकसान देता है। ऐसे ऑफिस में जो वर्कर काम करते हैं, तो उनको स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियाँ आती हैं।

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