गुरुद्वार की उन कसौटियों में छुपा था कैसा अमृत!
Rishi Prasad Hindi|June 2024
लौकिक जीवन में उन्नत होना हो चाहे आध्यात्मिक जीवन में, निष्काम भाव से किया गया सेवाकार्य मूलमंत्र है।
पूज्य बापूजी
गुरुद्वार की उन कसौटियों में छुपा था कैसा अमृत!

साधक अगर श्रद्धा एवं भक्तिभाव से अपने गुरु की सेवा नहीं करेगा तो अंतःकरण की शुद्धि नहीं होगी। अंतःकरण की शुद्धि नहीं होगी तो फिर मन ईश्वर में लगेगा नहीं, इधर-उधर भागेगा।

किसी-न-किसी स्वार्थ से करने की आदत है, अब स्वार्थ छोड़ के ईश्वर के लिए करें तो हो गया निष्काम कर्मयोग! निष्काम कर्मयोग से हृदय शुद्ध होगा और शुद्ध हृदय से किया जप जल्दी सफल होता है। जप से भी हृदय शुद्ध होता है। तो जप भी निष्काम भाव से करें और सेवा भी निष्काम भाव से करें।

जो दिखावे के लिए सेवा करते हैं वे सेवा के हीरे को कीचड़ में डाल देते हैं। सेवा से संसारी चीज जो चाहते हैं वे सेवा को बाजारू वस्तु की नाई बेच देते हैं। परंतु जो ईमानदारी से, निःस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं, सेवा से सेव्य को जानना चाहते हैं वे सेवा का अनंत गुना फल पाकर सेव्य से एक हो जाते हैं।

जिनि सेविआ तिनि पाइआ मानु।

जिन्होंने ईमानदारी से, तत्परता से सेवा की उनको लोग मान देते हैं लेकिन मान का भोगी नहीं होना चाहिए। हम मान के लिए सेवा नहीं करते, मान के बदले में सेवा क्यों खोना? मान हो चाहे अपमान हो, तत्परता से सेवा करते रहना चाहिए।

Esta historia es de la edición June 2024 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición June 2024 de Rishi Prasad Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE RISHI PRASAD HINDIVer todo
रूहानी सौदागर संत-फकीर
Rishi Prasad Hindi

रूहानी सौदागर संत-फकीर

१५ नवम्बर को गुरु नानकजी की जयंती है। इस अवसर पर पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से हम जानेंगे कि नानकजी जैसे सच्चे सौदागर (ब्रहाज्ञानी महापुरुष) समाज से क्या लेकर समाज को क्या देना चाहते हैं:

time-read
2 minutos  |
November 2024
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
Rishi Prasad Hindi

पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत

एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष

time-read
3 minutos  |
November 2024
ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी
Rishi Prasad Hindi

ऐसी कल्पना आपका कल्याण कर देगी

बाबा कृष्ण बन जाते हैं, कृष्ण बाबा बन जाते हैं।

time-read
3 minutos  |
November 2024
विलक्षण न्याय
Rishi Prasad Hindi

विलक्षण न्याय

विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा

time-read
2 minutos  |
November 2024
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
Rishi Prasad Hindi

पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है

श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश

time-read
3 minutos  |
November 2024
गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?
Rishi Prasad Hindi

गोपाष्टमी पर क्यों किया जाता है गायों का आदर-पूजन?

९ नवम्बर : गोपाष्टमी पर विशेष

time-read
2 minutos  |
October 2024
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
Rishi Prasad Hindi

कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है

गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥

time-read
2 minutos  |
October 2024
अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!
Rishi Prasad Hindi

अपने ज्ञानदाता गुरुदेव के प्रति कैसा अद्भुत प्रेम!

(गतांक के 'साध्वी रेखा बहन द्वारा बताये गये पूज्य बापूजी के संस्मरण' का शेष)

time-read
2 minutos  |
October 2024
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
Rishi Prasad Hindi

समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला

साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष

time-read
4 minutos  |
October 2024
धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति
Rishi Prasad Hindi

धर्मांतरणग्रस्त क्षेत्रों में की गयी स्वधर्म के प्रति जागृति

ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि।

time-read
1 min  |
October 2024