आया ड्रोन का जमाना
India Today Hindi|July 27, 2022
सरकार की उदार नीति ने भारत में ड्रोन के लिए संभावनाओं का नया आसमान खोलने में मदद की है. तो इससे हमारी जिंदगी आखिर कैसे बदल सकती है?
अजय सुकुमारन
आया ड्रोन का जमाना

आप मानें या नहीं, पिछले कुछेक वर्षों तक शादियों में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी वाला ड्रोन न केवल रिसेप्शन बल्कि भारत में उड़ने वाले मानव रहित वाहनों का एक लोकप्रिय किस्म का नवाचार और सबसे प्रसिद्ध अवतार भी हुआ करता था. लेकिन अब अधिकांश ड्रोन बस शादी के फोटो खींचने तक सीमित नहीं रह गए हैं. मुंबई की ड्रोन निर्माता कंपनी आइडियाफोर्ज के हर छह मिनट में एक ड्रोन भारत के गांवों में कहीं न कहीं मंडराने को उड़ान भर रहे हैं और मैपिंग कर रहे हैं. गुरुग्राम की स्काइ एयर मोबिलिटी को लें, जिसने पिछले छह महीनों में 1,500 उड़ानें भरी हैं. इनमें से ज्यादातर उड़ानें विभिन्न परिस्थितियों में माल ढुलाई के लिए ट्रायल रन के रूप में हुई हैं और यह प्रयोग जिन चीजों की ढुलाई के लिए हो रहा है उसमें पैथोलॉजी के नमूने, सूखी हल्दी और किराने का सामान शामिल हैं.

हवा में मंडराते ये ड्रोन अक्सर अलग-अलग वजहों से सुर्खियां बनते हैं. जैसे इंडिया पोस्ट ने कुछ महीने पहले गुजरात के कच्छ जिले के दो गांवों के बीच 46 किलोमीटर की दूरी में मेल डिस्पैच के लिए ड्रोन की मदद ली थी. जून में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पहली बार एक स्टार्ट-अप आइओटेकवर्ल्ड एविगेशन के, खेतों में छिड़काव के लिए डिजाइन किए गए भारत के पहले हेक्साकॉप्टर ड्रोन मॉडल को फर्स्ट टाइप सर्टिफिकेट या उड़ान योग्यता अनुमोदन प्रदान किया. मानचित्रण और सर्वेक्षण जैसे दूसरे कामों में ड्रोन का इस्तेमाल तो एक साल पहले ही शुरू हो चुका था. एक साल पहले, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सड़क निर्माण की प्रगति रिपोर्ट और रखरखाव की निगरानी के लिए मासिक ड्रोन सर्वेक्षण अनिवार्य कर दिया था. भारतीय रेलवे भी सर्वेक्षण और पुल निरीक्षण के लिए ड्रोन तैनात कर रहा है. देश में 200 कंपनियों और 2,000 ड्रोन पायलटों का प्रतिनिधित्व करने वाले ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीएफआइ) के अध्यक्ष स्मित शाह कहते हैं, ‘‘आप कोई भी सेक्टर चुन लें, ड्रोन वहां असर डाल सकते हैं." बेशक, इसकी जटिलता उसके उपयोग पर निर्भर करेगी और अलग-अलग काम के लिए अलग हो सकती है. एयर स्पेस मैनेजमेंट या ड्रोन का हवा में प्रबंधन उसी का एक अहम हिस्सा है.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView all
भुवन की बम-बम
India Today Hindi

भुवन की बम-बम

भुवन बाम 27 सितंबर को डिज्नी + हॉटस्टार पर ताजा खबर के नए सीजन के साथ वापसी कर रहे

time-read
1 min  |
2nd October, 2024
हरित ऊर्जा की तरफ कूच
India Today Hindi

हरित ऊर्जा की तरफ कूच

जीवाश्म ईंधन से सोलर सेल तक भारत की ऊर्जा क्रांति रोमांचकारी है, मगर क्या इसकी मौजूदा रफ्तार कायम रखी जा सकती है? नीति निर्माता, उद्योग के अगुआ और विशेषज्ञ बता रहे हैं अपना-अपना नजरिया और चिंताएं

time-read
3 mins  |
2nd October, 2024
मुश्किल में मुखर्जी नगर की विरासत
India Today Hindi

मुश्किल में मुखर्जी नगर की विरासत

हिंदी माध्यम में सिविल सेवा तैयारी के सबसे बड़े केंद्र दिल्ली के मुखर्जी नगर के कोचिंग संस्थानों के सामने अस्तित्व का संकट

time-read
8 mins  |
2nd October, 2024
सोने के प्रति नई ललक
India Today Hindi

सोने के प्रति नई ललक

देश में बढ़ते जेवरात बाजार के मद्देनजर बड़े कॉर्पोरेट घराने हिस्सेदारी ने की होड़ में उपभोक्ताओं की खातिर खांटी माल और आकर्षक डिजाइन लेकर हाजिर

time-read
10+ mins  |
2nd October, 2024
अवधपुरी में धांधली की गहराती धमक
India Today Hindi

अवधपुरी में धांधली की गहराती धमक

अयोध्या में जमीन की खरीद और मुआवजा वितरण में धांधली पर समाजवादी पार्टी का आक्रामक रुख. विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देने में आखिर कमजोर क्यों साबित हो रही भाजपा सरकार?

time-read
9 mins  |
2nd October, 2024
शिंदे की रेवड़ी बांटने वाली चाल
India Today Hindi

शिंदे की रेवड़ी बांटने वाली चाल

क्या इससे उन्हें अधर में लटके महायुति के भविष्य को नई दिशा देने में मदद मिलेगी?

time-read
7 mins  |
2nd October, 2024
जन सुराज प्रशांत किशोर का पोलिटिकल वेंचर!
India Today Hindi

जन सुराज प्रशांत किशोर का पोलिटिकल वेंचर!

दो साल से बिहार में चल रहा जन सुराज अभियान गांधी जयंती के दिन पार्टी की शक्ल लेने जा रहा. पहली बार कोई पार्टी रिसर्च, स्ट्रैटजी और पेशेवर प्रबंधनों से बन रही. कहीं न कहीं इसके पीछे पैसों की ताकत भी है. प्रशांत किशोर का मानना है कि बिहार में सफल रहने पर इस प्रयोग को देश के दूसरे इलाकों में भी आजमाया जाएगा

time-read
10+ mins  |
2nd October, 2024
केजरीवाल ने चल दिया तुरुप का इक्का
India Today Hindi

केजरीवाल ने चल दिया तुरुप का इक्का

जमानत पर जेल से बाहर आते ही आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर विरोधियों को चौंका दिया

time-read
5 mins  |
2nd October, 2024
वादे, इरादे और खतरे
India Today Hindi

वादे, इरादे और खतरे

मायूसी लंबे वक्त से जम्मू और कश्मीर के स्वभाव में रच-बस गई थी, वहीं यह विधानसभा चुनाव राज्य में उम्मीद की सरगर्मियां लेकर आया है. आठ प्रमुख सियासतदानों ने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा से अपनी नाइत्तेफाकी और आकांक्षाओं के बारे में बात की

time-read
8 mins  |
2nd October, 2024
कितना कुछ दांव पर
India Today Hindi

कितना कुछ दांव पर

दस साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा की अब राज्य में वर्चस्व हासिल करने की चाहेत. दूसरी ओर घाटी के नेता अपनी पहचान और स्वायत्तता वापस पाने की लड़ाई लड़ रहे

time-read
10+ mins  |
2nd October, 2024