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फिर उसी बुलंदी पर
वनडे विश्व कप के फाइनल में चौंकाने वाली हार के महज सात महीने बाद भारत ने जबरदस्त वापसी की और जून 2024 में टी20 विश्व कप जीतकर क्रिकेट की बुलंदियों एक को छुआ
आखिरकार आया अस्तित्व में
यह एक भूभाग पर हिंदू समाज के स्वामित्व का प्रतीक था. इसके निर्माण से भक्तों को एक तरह की परिपूर्णता और उल्लास की अनुभूति हुई. अलग-अलग लोगों के लिए राम मंदिर के अलग-अलग अर्थ रहे हैं और उसमें आधुनिक भारत की सभी तरह की जटिलताओं- पेचीदगियों की झलक देखी जा सकती है
बंगाल विजयनी
केवल आर. जी. कर और संदेशखाली घटनाक्रमों को गिनेंगे तो लगेगा कि 2024 ममता बनर्जी के लिए सबसे मुश्किल साल था, मगर चुनावी नतीजों का संदेश तो कुछ और ही
सत्ता पर काबिज रहने की कला
सियासी माहौल कब किस करवट बैठने के लिए मुफीद है, यह नीतीश कुमार से बेहतर शायद ही कोई जानता हो. इसी क्षमता ने उन्हें मोदी 3.0 में एक मजबूत स्तंभ के तौर पर स्थापित किया
शेरदिल सियासतदां
विधानसभा चुनाव में शानदार जीत ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि कश्मीर का भी लंबा सियासी इंतजार खत्म कराया. मगर उमर अब्दुल्ला को कई कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ रहा—उन्हें व की बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरना है, तो जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस मिलने तक केंद्र से जूझना भी है
शूटिंग क्वीन
मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में बदलाव की शानदार पटकथा लिखी. अटूट इच्छाशक्ति से अतीत की निराशा को पीछे छोड़कर उन्होंने अपना भाग्य गढ़ा
नया सितारा पॉप का
दुनियाभर के विभिन्न मंचों पर धूम मचाने से लेकर भाषाई बंधन तोड़ने और पंजाबी गौरव का परचम फिर बुलंद करने तक, दिलजीत दोसांझ ने साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार किसी भी सीमा और शैली से परे होता है
बातें दिल्ली के व्यंजनों की
एकेडमिक, इतिहासकार और देश के सबसे पसंदीदा खानपान लेखकों में से एक पुष्पेश पंत की ताजा किताब फ्रॉम द किंग्ज टेबल टु स्ट्रीट फूड: अ फूड हिस्ट्री ऑफ देहली में है राजधानी के स्वाद के धरोहर की गहरी पड़ताल
दो ने मिलकर बदला खेल
हेमंत और कल्पना सोरेन ने झारखंड के राजनैतिक खेल को पलटते हुए अपनी लगभग हार की स्थिति को एक असाधारण वापसी में बदल डाला
बवंडर के बीच बगूला
आप के मुखिया के लिए यह खासे नाटकीय घटनाक्रम वाला साल रहा, जिसमें उनका जेल जाना भी शामिल था. अब जब पार्टी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए दिल्ली पर राज करने की निर्णायक लड़ाई लड़ रही, सारी नजरें उन्हीं पर टिकीं
वापस आए फिर छाए
यह शायद ही किसी की पटकथा का हिस्सा रहा हो: चंद्रबाबू नायडू लगभग गुमनामी से लंबी छलांग लगाकर वापस उस जगह आए जहां वे आंध्र प्रदेश और यहां तक कि केंद्र सरकार की भी किस्मत लिख रहे
ताकतवर और तेजतर्रार तिकड़ी
महाराष्ट्र की राजनीति में एक समय फडणवीस, शिंदे और अजीत पवार Chat क ऐसी तिकड़ी माना जाता था, जो मौका मिलते ही एक-दूसरे को मात देने की फिराक में रहती थी. लेकिन विधानसभा चुनावों में बंपर सफलता ने इस धारणा के बदलकर रख दिया.
अभी थोड़ा मुश्किल दौर
अरबपति गौतम अदाणी के लिए 2024 अमेरिकी अदालत के रिश्वत के आरोपों, बाजार नियामकों के अभियोगों, भारी राजनैतिक विरोधों और वैल्युएशन के नुक्सान वाला साल रहा. फिर भी अदाणी की पहचान मानी जाने वाली आगे बढ़ने की वह भूख और कारोबार में आंतरिक मजबूती अब भी
बुलंद इंसाफ
भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश ने न्याय और संवैधानिक नैतिकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाई, लेकिन सार्वजनिक तौर पर किए गए अपने कुछ संवादों के लिए आलोचना को भी न्यौता दिया
भगवा रथ पर लगाम
विपक्षी गठबंधन के लिए यह उतार-चढ़ाव से भरा साल रहा. उसने साहसिक कदम उठाए और नीतिगत सफलताएं भी हासिल कीं मगर आंतरिक मतभेदों के कारण इसके स्थायित्व पर सवाल उठते रहे
सावधान करती शख्सियत
मोहन भागवत के नेतृत्व में आरएसएस ने अपना रुख सख्त कर लिया और लोकसभा चुनाव के नतीजों का इस्तेमाल अपने वर्चस्व को फिर से स्थापित करने और भाजपा दृष्टिकोण में बदलाव के लिए किया
तीसरी बार सत्ता में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल तो मिला लेकिन इंडिया ब्लॉक भाजपा को पूर्ण बहुमत से पीछे रोकने में कामयाब हुआ तो चमक कुछ फीकी पड़ गई
'आलोचना हमेशा मुझे प्रेरणा और ताकत देती रही है'
महज पांच दिन पहले ही तो गुकेश डोम्माराजू को 2024 का फिडे विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब मिला था (जिसका जश्न उन्होंने बंजी जंपिंग के जरिए भी मनाया). वे उस वक्त तक भी समझ नहीं पा रहे थे कि इस प्रसिद्धि पर मिल रही चौतरफा तारीफों से कैसे निबटें. डिप्टी एडिटर सुहानी सिंह के साथ खास बातचीत में गुकी (प्यार से लोग उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं) ने शतरंज से अपने लगाव, 'विशी सर' के असर, अपने जेन ज़ी साथियों, शतरंज को लेकर स्ट्रीमिंग के जुनून और भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बात की. उसके अंशः
छोटी उम्र के ग्रैंड मास्टर
केश डोम्माराजू अब सबसे कमसिन शतरंज विश्व चैंपियन हैं, लेकिन वे तो भारत की शतंरज महागाथा के स्वर्णिम ताज के सिरमौर भर हैं, 'सुनहरी पीढ़ी' के लिए 2024 वह साल है, जब उन्होंने साबित कर दिखाया
लीक से हटकर
मध्य प्रदेश में जंगली सैर से लेकर लद्दाख में पश्मीना के इतिहास को जानने तक, हमने कुछ खास यात्रा अनुभवों की सूची तैयार की है जो आपको एक अनदेखे भारत के करीब ले जाएंगे
खूबसूरत काया का जलवा
भारत की खूबसूरत बालाएं और वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिताएं, लगता है नब्बे के दशक से एक-दूसरे के लिए ही बनी हैं. और यह सिर्फ किस्मत की बात नहीं. खिताब जीतने वाली कई सुंदरियों ने बाद में इसके सहारे अपने करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया
खरीदारी का मॉडर्न ठिकाना
शॉपिंग मॉल भारत में '90 के दशक की ऐसी अनूठी घटना है जिसने भारतीय मध्य वर्ग की खरीद के तौर-तरीकों को बदल दिया. 'खरीदारी के साथ-साथ मनोरंजन' केंद्र होने की वजह से वे अब कामयाब हैं. वहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है
छलकने लगे मस्ती भरे दिन
यूबी की किंगफिशर ने 1990 के दशक में बीयर को कूल बना दिया. तब से घरेलू अल्कोहल उद्योग के जोशीले दिन कभी थमे नहीं
डिस्को का देसी अंदाज
घर हो या कोई भी नुक्कड़-चौराहा, हर तरफ फिल्मी गानों की बादशाहत कायम थी. उसके अलावा जैसे कुछ सुनाई ही नहीं पड़ता था. तभी भारतीय ब्रिटिश गायकसंगीतकार बिट्टू ने हमें नाजिया से रू-ब-रू कराया, जिनकी आवाज ने भारतीयों को दीवाना बना दिया. सच में लोग डिस्को के दीवाने हो गए. इसके साथ एक पूरी शैली ने जन्म लिया
जिस लीग ने बनाई नई लीक
लगातार पड़ते छक्के, स्टैंड में बॉलीवुड सितारों और नामी कॉर्पोरेट हस्तियों और सत्ता- रसूखदारों की चकाचौंध, खूबसूरत बालाओं के दुमके - आइपीएल ने भद्रलोक के इस खेल को रेव पार्टी सरीखा बना डाला, जहां हर किसी की चांदी ही चांदी है
आनंद की विरासत
विश्वनाथन आनंद अचानक ही सामने आए और दुनिया फतह कर ली. गुकेश के साथ 2024 में भारत को मिली उपलब्धि उसी विरासत का हिस्सा है
जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन
सामूहिक शर्म से लेकर राष्ट्रीय गौरव तक, खुले में शौच का चलन खत्म करने के देश के सफर में मजबूत सियासी इच्छाशक्ति और नेतृत्व के साथ-साथ समुदाय, कॉर्पोरेट और सेलेब्रिटी के मिलकर काम करने की दास्तान शामिल
जब मौन बन गया उद्घोष
एक पनबिजली परियोजना के विरोध में पर्यावरणविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों और पत्रकारों ने मिलकर जन जागरुकता अभियान चलाया और भारत के अब बचीखुची उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में से एक, केरल की साइलेंट वैली को बचाने में कामयाब रहे।
बताने को मजबूर हुए बाबू
जमीनी स्तर पर संघर्ष से जन्मे इस ऐतिहासिक कानून ने भारत में लाखों लोगों के हाथों में सूचना का हथियार थमाकर गवर्नेस को न सिर्फ बदल दिया, बल्कि अधिकारों की जवाबदेही भी तय करने में बड़ी भूमिका निभाई
चांद से आगे के खोजी
भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष की हमारी भूख को तीव्र कर दिया. चंद्रयान 1 ने 2008 में उसे हकीकत में बदला और शानदार कामयाबियों का सिलसिला शुरू हुआ