ऐपल इनकॉर्पोरेशन के चीफ एग्जीक्यूटिव टिम कुक 17 अप्रैल को भारत आए और यहां अगला पूरा हफ्ता उनके लिए उन्हीं के शब्दों में “अविश्वसनीय सप्ताह" रहा. इस यात्रा में कुक ने कैलिफोर्निया स्थित कंपनी के "स्वामित्व वाले" यहां के दो पहले स्टोर का उद्घाटन किया, एक मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में और दूसरा नई दिल्ली के साकेत में उन्होंने कई ग्राहकों और ऐपल की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी पहल के लाभार्थियों से बातचीत की और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके दो मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर से मिले. कुक 2016 में अपनी पहली यात्रा के सात साल बाद भारत आए और अब उनके पास आने की अच्छी वजहें भी थीं.
प्रीमियम स्मार्टफोन सेग्मेंट में 2022 में 42 फीसद हिस्सेदारी के साथ भारत ऐपल के उत्पादों के लिए न सिर्फ उसके मुख्य बाजारों में से एक है, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए आइफोन बनाने का प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग आधार भी है. उसके तीन कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर ने 2022-23 में यहां 57,390 करोड़ रुपए के आइफोन एसेंबल किए जो 2021-22 से तीन गुना ज्यादा थे. इसे बढ़ना ही है. ऐपल ने 2022 के कैलेंडर वर्ष में दुनियाभर में 22.47 करोड़ आइफोन भेजे जिनमें करीब 3 फीसद या 60 लाख भारत में बने थे. भेजने का मतलब खुदरा विक्रेताओं को भेजे गए हैंडसेट से है और जरूरी नहीं कि सभी बिक गए हों.
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