परोपकारी- उद्योगपति सर श्री राम ने 1926 में लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) की स्थापना की थी और तब से यह कॉलेज अपने क्षेत्र का अगुआ रहा है. इसमें सीट हासिल कर लेने वाले छात्रों को कॉर्पोरेट जगत में प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त मिल जाती है. लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की प्रिंसिपल सिमरित कौर कहती हैं, "यहां की डिग्री ज्यादा बड़े-बड़े उद्यमों का प्रवेशद्वार है.
अपनी विशेषज्ञता पर नए सिरे से ध्यान देते हुए कॉलेज अब पांच क्षेत्रों का नया ढांचा लेकर आया है. ये हैं - विद्वता, संवर्धन, विस्तार, सशक्तीकरण और पर्यावरण. पढ़ाई-लिखाई में नए प्रतिमान जोड़ने के अभियान के साथ विद्वता यहां लंबे समय से परंपरा रही है. कॉमर्स के लगभग सभी विषयों की बहुत सारी किताबें यहां के शिक्षकों ने लिखी हैं. विचार और अभिव्यक्ति की ऐसी दोतरफा साझेदारी से छात्रों में अनुशासन के प्रति गहरी समझ और लगाव विकसित होता है. यह कॉलेज अपने छात्रों को लीक से हटकर सोचने और पाठ्यक्रम से आगे जाने के लिए भी प्रोत्साहित करता है. वह सीखने और पाठ्यक्रम को समृद्ध बनाने के लिए बढ़-चढ़कर कदम उठाने में यकीन करता है. कौर कहती हैं, "हम समकालीन और उभरते विषयों पर शिक्षकों, पूर्व छात्रों, विशेषज्ञों और इन विषयों में अगुआई करने वालों की कई सारी व्याख्यान शृंखलाएं, वक्ता सत्र और कार्यशालाएं आयोजित करते हैं."
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